गोल्डी बराड़ गैंग के सदस्य के नाम पर मांग रहा था रंगदारी, ऐसे लगा हाथ

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Published : Aug 1, 2022, 1:17 PM IST

etv bhrat

आरोपी ज्वेलरी दुकान के बोर्ड पर लिखे मोबाइल नंबरों को नोटकर व्यापारियों को चिह्नित कर उनसे रंगदारी मांगता था. साथ ही रकम न मिलने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी देता था. फिलहाल लखनऊ सरोजनीगर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

लखनऊः जिले में करीब डेढ़ माह पहले सरोजनीनगर के सर्राफा व्यवसायी से एक बदमाश ने 10 लाख की रंगादारी की मांग की. बदमाश ने खुद को गोल्डी बराड़ गैंग का मेंबर बताया था. इसके बाद शातिर अभियुक्त को सरोजनीनगर पुलिस और सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम ने रविवार को धर दबोचा. पुलिस ने उसके पास से इस मामले में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल भी बरामद किए हैं. गौरतलब है कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (gangster goldy brar) का नाम पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मुसेवाला की हत्या में मुख्य आरोपी के तौर पर शामिल है.

सरोजनीनगर के सर्राफा व्यावसायी जितेंद्र कनौजिया उर्फ गुड्डू से 7 जून को एक अज्ञात व्यक्ति ने धमकी देकर रंगदारी मांगी. उसने व्हाट्सएप कॉल पर 10 पेटी (10 लाख रुपए) की मांग की. पैसे न मिलने पर बदमाश ने सर्राफा व्यवसायी को जान से मारने की धमकी भी दी थी. इसके बाद से लगातार सर्राफा व्यवसाई को बदमाश जान से मारने की धमकी दे रहा था. सार्राफा व्यवसायी ने इस मामले को सरोजनीनगर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद से ही पुलिस सर्विलांस टीम के साथ मिलकर रंगदारी मांगने वाले का सुराग लगा रही थी.

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पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह ज्वेलरी की दुकान के बोर्ड पर लिखे मोबाइल नंबरों को नोट करके इंश्योरेंस की डिटेल सर्च करते हुए व्यापारियों को चिह्नित करता था और फिर उन्हें व्हाटसएप कॉल कर रंगदारी मांगता रहता था. फिलहाल उसे जेल भेज दिया गया है. सरोजनीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार आर्य ने बताया कि इस मामले की जांच पड़ताल चल ही रही थी तभी सर्विलांस के जरिए आरोपी का पता चला कि वह सरोजनीनगर की एलडीए कॉलोनी में मौजूद है. इसी के आधार पर रविवार सुबह करीब 7 बजे पहुंची सर्विलांस सेल और पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे एलडीए कॉलोनी स्थित सेक्टर-एफ स्थित उसके किराए के घर से धर दबोचा.

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम मूल रूप से बिहार प्रांत के वैशाली जनपद स्थित तिसीऔता इलाके में रहने वाला संजय दास बताया. इससे पहले वह लखनऊ के कृष्णानगर स्थित मानस नगर कॉलोनी में किराए पर रहता था. पुलिस ने उसके पास से मामले में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी संजय दास साल 2012 से लखनऊ में स्थान बदलकर अलग-अलग जगह पर किराए पर रहता था. वह ट्रांसपोर्ट नगर में एक मोबाइल एक्सेसरीज की दुकान पर करीब डेढ़ साल से कार्य कर रहा था.

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