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अतीक अशरफ के कातिलों पर बढ़ीं फर्जीवाड़ा की धाराएं और शूटर सनी के मोबाइल की तलाश तेज

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Published : Apr 29, 2023, 10:17 AM IST

Updated : Apr 29, 2023, 6:55 PM IST

माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटरों पर जाली दस्तावेज बनवाने की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी. एसआईटी ने अतीक अशरफ हत्याकांड के मुकदमे में ही फर्जीवाड़ा करके जाली दस्तावेज बनाने की धाराओं को भी बढ़ा दिया है.

atiq ashraf murder case
atiq ashraf murder case

प्रयागराज: अतीक अहमद औऱ उसके भाई अशरफ के कातिलों पर हत्या के साथ ही जाली दस्तावेज तैयार करने की धाराओं में भी कार्रवाई की जाएगी. माफिया बंधुओं की हत्या की जांच कर रही एसआईटी ने उसी मुकदमे में फर्जीवाड़ा करके जाली दस्तावेज बनाने की धाराओं को भी बढ़ा दिया है. अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी पुलिस वारदात को अंजाम देने में मुख्य भूमिका निभाने वाले शूटर सनी सिंह के मोबाइल तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है. जबकि, घटना में शामिल अन्य दोनों शूटरों लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या के मोबाइल को पुलिस ने बरामद कर लिया है.

शूटर लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या ने मोबाइल छिपाने से पहले सिम को नष्ट कर दिया था. पुलिस आईएमईआई नंबर के सहारे दोनों शूटरों की कॉल डिटेल खंगालने में जुटी हुई है. लेकिन, सनी के मोबाइल तक पुलिस क्यों नहीं पहुंच सकी है, इसको लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर सनी का मोबाइल गया तो कहां गया. कहीं सनी के मोबाइल में अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड से जुड़े सारे रहस्य छिपे तो नहीं हैं. बहरहाल, पुलिस सनी के मोबाइल का भी पता लगाने में जुटी हुई है. संभावना है कि सनी का मोबाइल बरामद करने के लिए पुलिस आरोपियों को फिर से रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ करे.

बाहुबली अतीक अहमद और उसके अशरफ की हत्या के बाद वारदात को अंजाम देने वाले तीनों शूटर मौके पर ही पकड़ लिए गए थे. इसके बाद पुलिस ने तीनों से रातभर पूछताछ की और अगले दिन जेल भेज दिया. हालांकि, बाद में तीनों को पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की. इसके बाद तीनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने दो मोबाइल फोन बरामद किए थे. इसमें से सिम पहले से ही निकाल कर फेंके जा चुके थे. हालांकि, पुलिस को पड़ताल में पता चला कि दोनों मोबाइल में चार सिम लगे हुए थे. इसका पुलिस कॉल डिटेल निकलवाकर कहां-कहां किससे बात हुई थी, उसका पता लगा रही है.

सनी के मोबाइल की तलाश में जुटी पुलिस

पकड़े गए तीनों शूटरों में सबसे शातिर सनी ही बताया जा रहा है. सनी ने अशरफ के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसे मौते के घाट उतारा था. सनी ने पुलिस को बताया कि वो मोबाइल इस्तेमाल नहीं करता था. लेकिन, पुलिस को पूरा यकीन है कि सनी के पास मोबाइल था और उसके मोबाइल से कई रहस्य से पर्दा उठ सकता है. यही वजह है कि पुलिस सनी के मोबाइल के बारे में गहनता से पड़ताल करने में जुटी हुई है.

पुलिस को शक है कि सनी के मोबाइल से इस हत्याकांड से जुड़ी कई और अहम जानकारियां मिल सकती हैं. हत्याकांड के पीछे किसी और का हाथ होगा तो उसके बारे में भी सनी के मोबाइल से कुछ जानकारी मिलने की उम्मीद हैं. क्योंकि अभी तक बाकी दो शूटरों के बरामद मोबाइल और कॉल डिटेल से पुलिस को ज्यादा कुछ जानकारी नहीं मिल सकी है. दोनों ने अपने नंबर से परिवार और परिचितों से ही बातचीत की है. हालांकि, कुछ ऐसे नंबर मिले हैं, जिनके बारे में पुलिस पता लगा रही है कि वो किसके हैं और उनसे इन शूटरों ने कब, क्यों और क्या बात की है.

तीनों के खिलाफ फ्रॉड का भी चलेगा केस

बाहुबली अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनों शूटरों पर हत्या और हत्या के प्रयास समेत कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है. लेकिन, अब उनके ऊपर धोखाधड़ी करने का केस भी चलेगा. इसके लिए पुलिस उसी मुकदमे में फर्जीवाड़ा करने की धाराओं को भी जोड़ेगी. हत्याकांड की जांच करने वाली एसआईटी ने मुकदमे में विवेचना के दौरान इन धाराओं को भी जोड़ दिया है. एसआईटी ने तीनों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. तभी पता चला था कि तीनों आरोपियों ने होटल में फर्जी पते वाला आधार कार्ड बनाकर उसकी कॉपी जमा की थी, जिससे कि उनका चेहरा दिखने के बाद पुलिस होटल तक पहुंचती तो उन्हें फर्जी आधार से फर्जी पता मिलता और पुलिस उनके घर का पता न कर पाती. यही वजह थी कि चित्रकूट के फर्जी पते पर आधार बनवाया था. शूटरों के इस फ्रॉड की जानकारी मिलने के बाद एसआईटी ने इसे अपनी विवेचना में शामिल कर लिया. साक्ष्यों के आधार पर हत्या और जानलेवा हमले समेत अन्य गंभीर धाराओं के अलावा फर्जीवाड़ा करके दस्तावेज बनाने की धाराओं को भी बढ़ा दिया है.

एसआईटी आज से शुरू करेगी पूछताछ
माफिया ब्रदर्स हत्याकांड के मामले में एसआईटी आज से पूछताछ शुरू करेगी. 21 पुलिसकर्मियों के साथ कई लोगो से पूछताछ की जाएगी. इतना ही नही पोस्टमॉर्टम करने वाले चारो डॉक्टरों और सेक्टर मजिस्ट्रेट से भी पूछताछ करने की तैयारी है. लगभग 35 आम लोगो को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय के 15 कर्मचारी भी लिस्ट में हैं. एसआईटी को दो हफ्तों में जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करनी होगी. बता दें कि कुछ दिन पहले न्यायिक जांच आयोग और एसआईटी की संयुक्त टीम ने हत्याकांड की जांच के बाद पूरी घटना का क्राइम सीन रीक्रिएशन कराया था.

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Last Updated :Apr 29, 2023, 6:55 PM IST
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