ETV Bharat / bharat

हमारे लिए सोने से कम नहीं है कांस्य : श्रीजेश की मां

author img

By

Published : Aug 5, 2021, 3:52 PM IST

Updated : Aug 6, 2021, 12:48 PM IST

यहां से हजारों मील दूर टोक्यो में जर्मनी के साथ हुए अहम मुकाबले में भारत ने बढ़त बनाए रखी थी. लेकिन वहां से हजारों मील दूर भारतीय गोलकीपर श्रीजेश के घर पर यह चिंताजनक क्षण था और जब अंतिम सीटी बज गई, तो उनके घर में जश्न का माहौल था. उनकी मां अपनी भावनाओं को छिपा नहीं सकीं. क्योंकि उन्होंने कहा, हमारे लिए सोने से कम नहीं है कांस्य. ऐसा लग रहा है कि हमने स्वर्ण ही जीता है.

भारतीय गोलकीपर श्रीजेश  श्रीजेश की मां  सोने से कम नहीं है कांस्य  टोक्यो ओलंपिक 2020  Tokyo Olympics 2020  Bronze is no less than gold  Sreejesh mother  Indian goalkeeper Sreejesh  goalkeeper Sreejesh
भारतीय गोलकीपर श्रीजेश का परिवार

कोच्चि: भारतीय गोलकीपर श्रीजेश की मां ने कहा, यह उनका तीसरा ओलंपिक है. पिछले दो मौकों पर उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा था. लेकिन इस बार ऐसा नहीं है, वह पदक के साथ लौट रहे हैं. हालांकि, यह कांस्य है. लेकिन हमारे लिए कांस्य पदक स्वर्ण जितना ही अच्छा है.

गुरुवार की सुबह से ही श्रीजेश के घर में भीड़-भाड़ थी और सब टीवी से चिपके हुए थे. ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे परिवार ने पटाखे जलाकर और मिठाईयां बांटकर जीत का जश्न मनाया.

यह भी पढ़ें: VIDEO- ये पदक देश के चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को समर्पित: मनप्रीत सिंह

श्रीजेश की पत्नी, अनीशा जो एक आयुर्वेद चिकित्सक हैं, भी अपनी भावनाओं को छिपा नहीं सकीं. उन्होंने कहा, श्रीजेश की इच्छा ओलंपिक पदक जीतने की थी. अनीशा ने कहा, वह पदक जीतना चाहते थे और उनकी इच्छा के अनुसार, भारत ने एक पदक जीता है. हम अपनी खुशी व्यक्त नहीं कर सकते हैं. उन्होंने मुझे अभी कॉल किया और जब फोन आया तो हमारी खुशी और भी बढ़ गई. उन्होंने कहा, वह 10 अगस्त को यहां आ सकते हैं, लेकिन निश्चित नहीं है.

भारतीय गोलकीपर श्रीजेश का परिवार

श्रीजेश के पिता ने कहा, वह हर उस भारतीय का शुक्रिया अदा कर सकते हैं, जिन्होंने टीम इंडिया की सफलता के लिए प्रार्थना की. उनके पिता ने कहा, सभी को उनकी प्रार्थना के लिए धन्यवाद और यह सभी की प्रार्थनाओं के कारण हुआ.

यह भी पढ़ें: ETV BHARAT EXCLUSIVE VIDEO: हॉकी खिलाड़ी वरुण के घर वालों ने मनाया जीत का जश्न

उल्लेखनीय है कि भारत की पुरुष हॉकी टीम ने एक समय 1-3 से पीछे होने के बावजूद शानदार खेल दिखाते हुए 41 साल के अंतराल के बाद ओलंपिक पदक जीतने का गौरव हासिल किया है. भारत ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के लिए हुए रोमांचक मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराया.

भारतीय टीम सेमीफाइनल में बेल्जियम के हाथों हार गई थी. इसके बाद उसे कांस्य जीतने का मौका मिला था. जर्मनी के खिलाफ एक समय भारतीय टीम 1-3 से पीछे चल रही थी. लेकिन सात मिनट में चार गोल करते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने मैच की दिशा अपनी ओर मोड़ दी.

यह भी पढ़ें: ETV BHARAT EXCLUSIVE VIDEO: हॉकी खिलाड़ी शमशेर सिंह के घर में जीत के बाद मचा धमाल

भारत के लिए सिमरनजीत सिंह (17वें, 34वें मिनट) ने दो गोल किए, जबकि हार्दिक सिंह (27वें मिनट), हरमनप्रीत सिंह (29वें मिनट) और रूपिंदरपाल सिंह (31वें मिनट) ने एक-एक गोल दागे, जबकि जर्मनी के लिए तिमूर क्रूज (दूसरा मिनट), निकलास वालेन (24वें), बेनेडिक्ट फर्क (25वें मिनट) और लुकास विंडफेडर (48वें मिनट) ने एक-एक गोल किया.

भारत ने अंतिम बार साल 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था. कांस्य पदक की बात की जाए तो भारत ने साल 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में नीदरलैंड्स को हराकर यह पदक जीता था.

Last Updated :Aug 6, 2021, 12:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.