जालोर. जिले के नोसरा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक व्यापारी से हुई लूट मामले में पुलिस ने चार (Police disclosed Nosra businessman loot case ) आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उक्त मामले को लेकर रविवार को एडिशनल एसपी डॉ. अनुकृति उज्जैनिया मीडियाकर्मियों से रूबरू हुई. इस दौरान उन्होंने 19 दिसंबर को जिले के सरहद छागाणी कोटडा सड़क मार्ग पर घटित डकैती प्रकरण का खुलासा किया.
उन्होंने बताया कि वृताधिकारी रतनाराम देवासी के सुपरविजन में थानाधिकारी नरेंद्र पंवार के नेतृत्व में गठित टीमों के प्रयास से आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो सकी. एडिशनल एसपी ने बताया कि सुमेरपुर निवासी सुरेन्द्रसिंह पुत्र मोहनसिंह राजपूत ने रिपोर्ट में बताया था कि वो पिछले 12-13 सालों से कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. वो देबावास सराणा, भंवरानी, रायथल, मोकलसर, रमणीया काठाड़ी, बालवाड़ा, बिशनगढ़, देवकी, वेड़िया, सागाड़ी, कोटड़ा, काम्बा, चरली और दयालपुरा में किराना के सामान की सप्लाई करते हैं.
वहीं, 19 दिसंबर की शाम को करीब 5.30 बजे अज्ञात आरोपियों ने रास्ते में जाने के दौरान उनकी गाड़ी को रोका दिया. जिसके बाद उन लोगों ने गाड़ी में तोड़फोड़ की और फिर उनके (Jalore Crime news) साथ बैठे साथी ललित कुमार से मारपीट शुरू कर दी. इस बीच आरोपियों ने उनके हाथ से पैसों से भरा बैग छीन लिए. जिसमें करीब 9 लाख रुपए थे. इसके अलावा आरोपियों ने गाड़ी की चाबी, मोबाइल फोन और बैग में रखी रसीद बुक लेकर मौके से फरार हो गए.
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रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जिसमें चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने भावेश उर्फ महावीर कुमार पुत्र खसाराम देवासी निवासी छांगाडी पीएस नोसरा, कृष्ण कुमार उर्फ किसना राम पुत्र सांकलाराम देवासी निवासी कानीवाड़ा पुलिस थाना आहोर, श्रवण कुमार पुत्र दरगाराम देवासी निवासी तीखी पुलिस थाना बिशनगढ़ जिला जालोर और जितेन्द्र कुमार उर्फ जितु पुत्र भोलाराम देवासी निवासी ओडवाड़ा पुलिस थाना बिशनगढ़ जिला जालोर को दस्तयाब कर गहन पूछताछ की. जिसमें आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल लिया.
पहले रेकी फिर वारदात को दिया अंजाम: आरोपी एक माह पहले से ही नियोजित तरीके से रेकी में जुटे थे. इसके बाद व्यापारी के बारे में पूरी जानकारी जुटाने के बाद 19 दिसंबर की शाम को वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सरहद छागाणी से कोटड़ा के बीच सुनसान मार्ग पर गाड़ी के आगे मोटरसाइकिल लगाकर वाहन को रोका और फिर गाड़ी के कांच पर लाठियों से वार कर तोड़ दिया. इस दौरान व्यापारी सुरेंद्र और उसके साथी ललित कुमार के साथ आरोपियों ने मारपीट भी की और आखिरकार रुपए से भरे बैग, गाड़ी की चाबी लेकर वहां से फरार हो गए.
पैसों का इस प्रकार किया बंटवारा: लूट के बाद आरोपियों ने पैसों का बंटवारा किया था. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि भावेश उर्फ महावीर कुमार के हिस्से एक लाख 43 हाजर 500 रुपए, श्रवण कुमार को 1.08 लाख रुपए, कृष्ण कुमार को 1.05 लाख रुपए और घटना में सहयोगी जितेन्द्र उर्फ जितु को 75 हजार और एक अन्य सहयोगी सांवलाराम को 75 हजार रुपए मिले थे. इसके अलावा वारदात में शरीक रहे दो अन्य आरोपी सुजाराम और प्रकाश उर्फ पैपीया के हिस्से में 1.50-1.50 लाख रुपए आए थे.