जयपुर. 19 जनवरी से 16 वीं विधानसभा का पहला सत्र फिर से शुरू हो रहा है. विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले सदन में सार्थकता के साथ सवाल-जवाब हो इसको लेकर पक्ष-विपक्ष के विधायकों ट्रेनिंग दी जाएगी. राजस्थान विधानसभा की ओर से कल विधायकों की एक दिन की ट्रेनिंग के लिए कार्यशाला होने जा रही है, इसमें सभी विधायकों को बुलाया गया है.
सुबह 10:30 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे तक विधायकों को अलग अलग सत्रों में ट्रेनिंग दी जाएगी. कार्यशाला का उद्घाटन सत्र में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संबोधन होगा, जबकि समापन सत्र लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के संबोधन से होगा. विधानसभा सत्र से ठीक एक दिन पहले लोकसभा की तर्ज पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है.
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सर्वदलीय बैठक: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि ज्यादा दिन विधानसभा चलाने की कोशिश होगी, कम से कम 60 दिन तक विधानसभा चलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरा अनुभव है कि डेड लॉक तो होता ही है, सदन में सत्र के दौरान बातचीत जरूरी, हमें काम करना है. डेडलॉक को संवाद से तोड़ने का प्रयास होगा. जनता के पैसे का सदुपयोग होना चाहिए, इसलिए सदन सही चले, यह भी ज़रूरी. स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि इसके लिए 18 जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके. बैठक में सीएम, नेता प्रतिपक्ष, संसदीय कार्य मंत्री,मुख्य सचेतक समेत प्रमुख लोग मौजूद रहेंगे.
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एक्सपर्ट रखेंगे अपना पक्ष : विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि एक दिन की ट्रेनिंग वर्कशॉप में अलग-अलग सत्र रखे गए हैं. उद्घाटन सत्र के बाद विधानसभा के प्रक्रिय कार्य संचालन नियमों और सदन में आचरण को लेकर लोकसभा सांसद सत्यपाल सिंह और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह संबोधित करेंगे. इसके बाद प्रश्नकाल और शून्यकाल में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर संसदीय कार्य मंत्री जोगारााम पटेल का सत्र रखा गया है. विधानसभा की समितियों पर पूर्व स्पीकर सीपी जोशी का भी सत्र होगा. वहीं, राज्य सभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी संसदीय विशेषाधिकार बिल पास करने की प्रक्रिया पर जानकारी देंगे. देवनानी ने कहा सदन में पहली बार के चुने हुए विधायकों की संख्या ज्यादा, इन विधायकों को सदन की कार्यवाही और सदन की गरिमा के बारे में जानकारी जरूरी है. वरिष्ठ और अनुभवी जनप्रतिनिधियों के अनुभव जरूर इन सब के काम आएंगे .