जयपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने प्रदेश की भजनलाल सरकार के साथ ही केंद्र सरकार को आडे़ हाथों लिया. उन्होंने जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बने छह सप्ताह ही हुए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि लोगों का विश्वास अभी से डगमगाने लगा है. उन्होंने कहा कि केंद्र कि मोदी सरकार भी परफॉर्मेंस के हर मापदंड पर दस साल में विफल रही है. उन्होंने कहा कि देशभर में एनडीए की सरकार के खिलाफ माहौल बन गया है.
गुरूवार को पीसीसी वॉर रूम में उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, राजस्थान में हमारी प्रदेश इलेक्शन कमेटी, को-ऑर्डिनटर्स कमेटी और हमारे पर्यवेक्षकों ने आज दिनभर लगातार बैठक की और विस्तार से खुले माहौल में चर्चा की है. मैंने सुझाव दिया है कि नौजवान लोगों को मौका मिलना चाहिए, लेकिन जो जीतने वाला उम्मीदवार है. उसे भी परखना चाहिए. पायलट ने कहा कि हमने पिछले दो लोकसभा चुनाव में यहां पर सफलता हासिल नहीं की है. लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में हमारा वोट शेयर अच्छा रहा है.
विकास कार्य ठप पड़े हैं, अनिर्णय की स्थिति में सरकार: सचिन पायलट ने कहा, भाजपा की नई सरकार को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है. यह शुरुआती दौर है. अभी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं. जो अनिर्णय की स्थिति है उससे विकास कार्य ठप पड़े हैं. पीडीए अकाउंट बंद कर दिए और विकास के कम करवा नहीं पा रहे हैं. लगातार लोग धरने दे रहे हैं और आंदोलन कर रहे हैं. सरकार को बने अभी छह हफ्ते हुए हैं और अभी से ये हालत है. माहौल ऐसा बना है कि लोगों का विश्वास डगमगा रहा है.
मोदी सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर करेंगे बात: उन्होंने राजस्थान में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर बात करते हुए कहा, राजस्थान में को-ऑर्डिनटेड कैंपेन बहुत जल्द चालू करने वाले हैं. सब नेता दौरे करेंगे जिलों में जाएंगे और एक अच्छी रणनीति बनाकर राष्ट्रीय घोषणा पत्र और मोदी सरकार के दस साल के रिपोर्ट कार्ड पर बात करेंगे. दस साल के भाजपा के शासन में लगातार वादे किए गए, लेकिन आज वे किसी भी काम में सफल नहीं हुए. कोई मापदंड उठाकर देख लीजिए, हर जगह वादाखिलाफी हुई है. जनता के साथ धोखा किया है.
गरीब-अमीर में बढ़ रही है खाई: सचिन पायलट ने कहा कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हमने 14 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया था. इस दस साल में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ गई है. देशभर में आज INDIA गठबंधन की पार्टियों का वोट शेयर दो तिहाई है, जबकि भाजपा और सहयोगी पार्टियों का वोट शेयर एक तिहाई ही है. इसको देखकर वो घबरा रहे हैं. इसीलिए ऐसे भावनात्मक और जज्बाती मुद्दे बना रहे हैं, लेकिन स्कूल, शिक्षा, चिकित्सा, निवेश, निर्माण, महंगाई और बेरोजगारी इस पर चर्चा करने को तैयार नहीं हैं. देशभर में एनडीए के खिलाफ अच्छा माहौल बन चुका है.
जल्द घोषित हो प्रत्याशी, ताकि पूरा समय मिले: सचिन पायलट ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि जल्द जिम्मेदारी तय कर हम सब लोग जिलों में जाएंगे और रणनीति बनाएंगे. हमारी कोशिश रहेगी कि जल्द प्रत्याशियों का चयन किया जाए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की भी यही मंशा है कि उम्मीदवारों को भी पर्याप्त समय मिले. भाजपा के पास न तो मुद्दे बचे हैं और न ही रिपोर्ट कार्ड है. पायलट ने दावा किया कि आने वाले लोकसभा चुनाव के अंदर INDIA गठबंधन की सरकार बनना तय है.
गठबंधन पर दिल्ली में होगा फैसला: उन्होंने कहा कि राजस्थान हो या कोई और प्रदेश गठबंधन को लेकर जो भी फैसला लेना है वो दिल्ली में लिया जाएगा. राजस्थान में परंपरागत रूप से दो पार्टियों (भाजपा-कांग्रेस) में मुकाबला होता है. इसलिए हमारी तैयारी प्रदेश की हर सीट पर है. फिर भी गठबंधन को लेकर अंतिम फैसला दिल्ली में लिया जाएगा. हम चाहते हैं कि गठबंधन मजबूत बने. सबको अपने-अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को छोड़कर देशहित में सोचना पड़ेगा. संविधान और लोकतंत्र को बचाने के बारे में सोचना पड़ेगा.
भाजपा के पास सिर्फ प्रचार और प्रोपेगेंडा: पायलट ने कहा, भाजपा में दम नहीं है कि वो कांग्रेस को हरा सके. ईडी, सीबीआई के जरिए लोगों को धमकाने, लालच देने और अपनी पार्टी में जोड़ लेने में भाजपा माहिर है. लेकिन गवर्नेंस और परफॉर्मेंस में आप देखे कि सिर्फ प्रचार और प्रोपेगेंडा है. धरातल पर जो विकास होना चाहिए था. लोग जो उम्मीद लगाकर बैठे थे. वो उम्मीद धराशायी हो चुकी है.