जयपुर. एक तरफ जहां कांग्रेस इमोशनल कार्ड और सरकार के विकास कार्यों के बल पर जीत की फिराक में है तो वहीं बीजेपी गहलोत सरकार की कमियों को मुद्दा बनाकर मैदान मारने की कोशिश में है. राजस्थान विधानसभा चुनाव में RLP, JJP और निर्दलीय को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि ये कांग्रेस और बीजेपी दोनों का खेल बिगाड़ सकते हैं. सोमवार को जननायक जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें 6 प्रत्याशी के नाम शामिल हैं. इनमें श्रीगंगानगर की सूरतगढ़, सीकर की फतेहपुर, खंडेला और दातारामगढ़ से पार्टी ने अपना प्रत्याशी उतारा है. इसके अलावा जेजेपी ने भरतपुर और कोटपूतली से भी उम्मीदवार मैदान में उतारा है. हालांकि, सीकर की तीन सीटों पर पार्टी ने पहले ही प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया था. बताया जा रहा है कि जेजेपी के आने से फतेहपुर और दांतारामगढ़ में मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
जेजेपी ने जारी की उम्मीदवारों की सूची: जेजीपी ने सूरतगढ़ से पृथ्वीराज मील को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. तो वहीं फतेहपुर से नंदकिशोर महरिया पर पार्टी ने भरोसा जताया है. दांतारामगढ़ से जेजेपी ने रीटा सिंह को टिकट देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. खंडेला सीट से सरदार सिंह आर्य अपनी किस्मत अजमाएंगे, वहीं कोटपूतली से रामनिवास यादव चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. भरतपुर से डॉ मोहन सिंह को चुनावी समर में उतारा गया है.
इन सीटों पर रहेगी नजर:जेजीपी की इस सूची में दातारामगढ़ से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह के पुत्र वधू और वर्तमान विधायक वीरेंद्र सिंह के सामने उनकी पत्नी रीटा सिंह की चुनौती देंगी तो वहीं फतेहपुर से निर्दलीय विधायक रहे नंदकिशोर महरिया लक्ष्मणगढ़ से भाजपा प्रत्याशी सुभाष महरिया के भाई हैं. वह इस मुकाबले को और रोचक बनाएंगे. इसके अलावा सूरतगढ़ में पृथ्वीराज मील भी समीकरण बिगड़ना के लिए सक्षम है, जबकि रामनिवास यादव मंत्री राजेंद्र यादव के लिए चुनौती रहेंगे. जेजपी इस सूची को देखते हुए ये कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला पेश करेगी. बता दें कि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला ने राजस्थान में 50 से ज्यादा सीटों पर इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी मौजूदगी दर्ज करने की बात कही है.