महिला आरक्षण को 2024 के चुनाव में लागू नहीं करना केंद्र सरकार की मंशा और नियत में फर्क : सचिन पायलट

महिला आरक्षण को 2024 के चुनाव में लागू नहीं करना केंद्र सरकार की मंशा और नियत में फर्क : सचिन पायलट
Women Reservation Bill, महिला आरक्षण को लेकर सचिन पायलट ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि 'नारी शक्ति वंदन बिल' को 2024 के चुनाव में लागू नहीं करना केंद्र सरकार की मंशा और नियत में फर्क को दिखाता है.
जयपुर. मोदी सरकार ने नई संसद भवन में नारी शक्ति वंदन विधेयक पेश किया, जिसमें महिलाओं को 33% आरक्षण का प्रावधान है. लेकिन ये विधेयक 2024 के चुनाव में लागू नहीं होने पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सवाल उठाया है. गणेश चतुर्थी के अवसर पर मोती डूंगरी गणेश मंदिर में प्रथम पूज्य के दर्शन करने पहुंचे पायलट ने सवाल उठाया कि जब बिल अभी लाया गया है, तो सरकार इसे अभी लागू करने के बजाय 6 साल बाद 2029 में क्यों लागू करना चाहती है. इस दौरान उन्होंने कोटा में लगातार हो रहे छात्रों के सुसाइड मामले पर चिंता भी व्यक्त की. साथ ही चुनावी तैयारी के बीच राहुल गांधी के दौरे की भी जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बहुत कोशिशों के बावजूद भी बीजेपी का चुनावी अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है.
दरअसल, मोती डूंगरी गणेश मंदिर में मंगलवार को भगवान के दर्शन करने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों और देशवासियों को गणेश चतुर्थी पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उम्मीद है कि भगवान गणेश का आशीर्वाद सबको मिले. उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर कहा कि जो बिल पेश किया गया है, वो देश के लोगों और कांग्रेस पार्टी की बहुत पुरानी मांग थी. उसमें सिर्फ लिप सर्विस दी गई है, जबकि ये बिल बहुत पहले आना चाहिए था.
उन्होंने कहा कि जहां तक जानकारी मिली है ये बिल 2029 में लागू होगा. सरकार इसे अभी क्यों लागू नहीं करना चाहती, यह समझ से परे है. बिल लेकर आ गए, लेकिन उसे 6 साल बाद लागू करेंगे, ये सही नहीं है. यदि सरकार की मंशा सही होती तो सभी लोगों से बात करते और सबसे बात करने के बाद इसे लागू कर सकते थे. ऐसे में केंद्र सरकार की मंशा और नियत में कुछ ना कुछ फर्क दिखता है. क्योंकि इस तरह से विशेष सत्र बुलाया और सभी दलों की सहमति है, तो फिर इस बिल को 6-7 साल बाद लागू करने का क्या मतलब है, ये समझ से परे है.
वहीं, राहुल गांधी के राजस्थान दौरे को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि उनसे पहले से टाइम मांगा था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी आएंगे और कांग्रेस के बूथ वर्कर का सम्मेलन किया जाएगा. साथ ही पार्टी का जो नया कार्यालय बनेगा, इसका शिलान्यास भी होगा. इससे पहले बूथ वर्कर्स को आईडी कार्ड दिए जाएंगे. उन्हें चिह्नित किया जाएगा. इससे कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पहले बांसवाड़ा गए थे, प्रियंका गांधी टोंक आई थीं, मल्लिकार्जुन खड़गे भीलवाड़ा आए थे और अब राहुल गांधी और खड़गे जयपुर आ रहे हैं. पार्टी पूरी तरह चुनाव की तैयारी कर रही है, जबकि बहुत कोशिशों के बावजूद भी बीजेपी का चुनावी अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है. उसके बहुत से कारण हैं, लेकिन सरकार और पार्टी के दम पर जो समन्वय है, उसके आधार पर सरकार दोबारा कांग्रेस की बनेगी. ऐसा पूरा विश्वास है.
वहीं, कोटा में लगातार कोचिंग छात्रों के सुसाइड मामलों को लेकर पायलट ने कहा कि ये बहुत भयानक क्रम चल रहा है. इस पर तुरंत विराम लगाना चाहिए. जो भी संभव कदम हो वो सरकार, समाज और प्रशासन को उठाने चाहिए. इस तरह यदि चलता रहेगा तो ये बिल्कुल अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि छात्रों की काउंसलिंग के साथ-साथ जांच भी होनी चाहिए. पता लगाना चाहिए कि जो छात्र वहां पर पढ़ रहे हैं उनकी कंडीशन ठीक है या नहीं. क्या उन छात्रों को तनाव रहता है, काउंसलिंग, मेडिकल हेल्प, कंसलटिंग सब कुछ करना चाहिए. लेकिन यदि इस तरह चलता रहा तो ये समाज के लिए अच्छा संदेश नहीं है. ऐसी घटनाओं से बहुत दुख और पीड़ा होती है, जब इस तरह नौजवान बच्चों की मौत होती है.
