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न्यू ईयर पर झालाना की पहाड़ियों के बीच बसा लेपर्ड रिजर्व बना पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 31, 2023, 10:20 AM IST

New Year 2024, राजस्थान में इस वक्त सर्दियों की छुट्टियों के बीच सभी प्रमुख पर्यटन स्थल सैलानियों से गुलजार हो रहे हैं. इस बीच राजधानी जयपुर में ऐतिहासिक इमारतों और भ्रमण के लिए कई प्रमुख स्थलों पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जा रही है, लेकिन उन सबमें भी झालाना की पहाड़ियों के बीच बसा लेपर्ड रिजर्व और वहां की जंगली जिंदगी लोगों खासा लुभा रही है.
Jhalana Leopard Reserve
Jhalana Leopard Reserve

क्या कहते हैं जानकार...

जयपुर. झालाना का जंगल वहां बसे बघेरों को करीब से निहारने का जो मौका देता है, उसे राजधानी में आने वाले सैलानी भी करीब से निहार रहे हैं. हर विजिट में लेपर्ड देखने की गारंटी यह जंगल देता है. यही कारण है कि साल के आखिर में सर्दियों की छुट्टियां लोगों को इस तरफ आकर्षित करती हैं, साथ ही इस जंगल में देशी-विदेशी परिंदों की विभिन्न प्रजातियां और जंगलों को करीब से निहारने का शौक रखने वाले लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. जंगल में और भी कई किस्म के जानवर देखे जा सकते हैं. ऐसे में हरी-भरी वादियों के बीच कंक्रीट के जंगल की दीवार लांघते ही अलग जिंदगी का हर कोई दीदार के लिए पहुंच रहा है.

इतने सैलानी अब तक विजिट कर चुके हैं झालाना : न्यू ईयर पर जंगल पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है. झालाना लेपर्ड सफारी की बुकिंग फुल चल रही है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में रोजाना दो पारियों में सफारी करवाई जाती है. लेपर्ड सफारी में 10 जिप्सियां संचालित की जा रही हैं. इनमें ऑनलाइन बुकिंग होती है. इसके अलावा दो जिप्सी ऑफलाइन बुकिंग के लिए उपलब्ध है. सुबह पहली पारी 7:00 से 9:30 बजे तक और शाम को दूसरी पारी 3:00 से 5:30 तक सफारी करवाई जाती है. एक पारी में करीब 144 पर्यटक सफारी करते हैं. सुबह और शाम की दोनों पारियों के मिलकर 288 पर्यटक विजिट कर रहे हैं. प्रति पर्यटक सफारी का चार्ज 784 रुपए है. 1 जनवरी 2023 से 30 दिसंबर 2023 तक झालाना लेपर्ड सफारी में कुल 48693 पर्यटक विजिट कर चुके हैं.

झालाना में लेपर्ड : झालाना लेपर्ड रिजर्व में करीब 40 से अधिक लेपर्ड निवास करते हैं. शुरुआत में करीब 20 लेपर्ड थे. लगातार लेपर्ड्स का कुनबा बढ़ता जा रहा है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में नए शावकों की अठखेलियाँ भी पर्यटकों को रोमांचित कर रही है. झालाना में लेपर्ड्स के अलावा जरख, हिरण, नीलगाय समेत अन्य वन्यजीव भी है. विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी झालाना में मौजूद हैं. झालाना से सरिस्का तक जंगल एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. झालाना से गलता वन क्षेत्र लगता हुआ है. गलता से आमेर फॉरेस्ट, आमेर से नाहरगढ़, नाहरगढ़ अभयारण्य से अचरोल, अचरोल से जमवारामगढ़ अभयारण्य और जमवारामगढ़ से सरिस्का टाइगर रिजर्व जुड़ा हुआ है.

Jhalana Leopard Reserve
झालाना लेपर्ड रिजर्व

झालाना लेपर्ड रिजर्व पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. नए शावक पर्यटकों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र रहते हैं. लेपर्ड्स की साईटिंग से पर्यटक रोमांचित हो रहे हैं. झालाना जंगल के चारों तरफ आबादी बसी हुई है. आबादी के बीचो-बीच जंगल का खूबसूरत नजारा पर्यटकों को उत्साहित करता है.

पढ़ें : World Tourism Day 2023 : राजस्थान बना वाइल्ड लाइफ टूरिज्म का बेस्ट स्पॉट, यहां लेपर्ड के दीदार को आते हैं पर्यटक

कई सेलिब्रिटी भी झालाना में कर चुके विजिट : जयपुर का झालाना लेपर्ड रिजर्व देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बन चुका है. झालाना लेपर्ड रिजर्व में आम पर्यटकों के अलावा बड़ी सेलिब्रिटी भी विजिट कर चुके हैं. पूर्वी क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर, अभिनेता रितेश देशमुख, अभिनेत्री जेलेनिया डिसूजा, रवीना टंडन, अभिनेता संजय दत्त समेत कई बड़ी हस्तियां झालाना विजिट कर चुके हैं.

jhalana leopard
झलाना में वन्यजीव

झालाना लेपर्ड रिजर्व के क्षेत्रीय वन अधिकारी जनेश्वर चौधरी ने बताया कि काफी संख्या में पर्यटक झालाना लेपर्ड रिजर्व में पहुंच रहे हैं. 10 गाड़ी सुबह और 10 गाड़ी शाम की सफारी में उपलब्ध रहती है. इसके अलावा दो गाड़ी ऑफलाइन बुकिंग के लिए रहती है. पर्यटकों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई है. लेपर्डस की साईटिंग से पर्यटक रोमांचित हो रहे हैं. लेपर्ड के अलावा हाइना, डेजर्ट फॉक्स, स्पॉटेड डियर समेत अन्य वन्यजीवो की साईटिंग होती है. करीब 150 प्रजातियों के पक्षी झालाना में रहते हैं. झालाना के प्रवेश द्वार पर आकर्षित करने वाली पेंटिंग बनवाई गई है, जिसमें लेपर्ड और अन्य वन्यजीवो के चित्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. पेंटिंग से पर्यटकों को झालाना के वन्यजीवो के बारे में जानकारी मिल सकेगी.

वन्यजीव प्रेमी सीमांत पुरोहित ने बताया कि जंगल में हमेशा लेपर्ड की साईटिंग होती है. लेपर्ड को देखकर पर्यटक भी रोमांचित हो जाते हैं. लेपर्ड के अलावा डेजर्ट फॉक्स और हाइना की भी सेटिंग होती है. जयपुर शहर के बीच करीब 23 किलोमीटर लंबा जंगल है, जो पर्यटकों को काफी लुभा रहा है. झालाना आने वाले पर्यटक जंगल को देखकर काफी तारीफ करते हैं. सफारी की बुकिंग फुल चल रही है. काफी संख्या में टूरिस्ट आने से गाड़ियों में जगह नहीं मिल पाती है, जिससे कई पर्यटक मायूस होकर भी लौट रहे हैं.

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