हनुमानगढ़. जिले में लंबे समय से आशा सहयोगिनी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रही है. लेकिन किसी तरह की सुनवाई नहीं होने पर आशा सहयोगिनी ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती उनका आंदोलन समाप्त नहीं होगा.
आशा सहयोगिनियों का आरोप है कि सरकार उन्हें सिर्फ 2500 रुपए का मानदेय दे रही है. जो कि काफी कम है इतने रुपयों में घर चलाना मुश्किल है इसके चलते उन्होंने कई बार सरकार को अवगत भी करवाया. आशा सहयोगिनियों ने कहा कि उनकी मांग है कि मानदेय को 18 हजार रूपए किया जाए और साथ ही राज्य कर्मचारी भी घोषित किया जाए.
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उन्होंने कई बार उग्र आंदोलन किए लेकिन सुनवाई नहीं हुई. जिसके चलते उन्होंने जिला कलेक्टर के सामने अनिश्चितकालीन पड़ाव डाल दिया है. और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा.