चित्तौड़गढ़. चंदेरिया थाना क्षेत्र में आपराधिक किस्म के दो व्यक्तियों के बचाव में पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया. इसमें कुछ पुलिसकर्मी चोटिल हो गए. वहीं पुलिस जीप के कांच टूट गए. मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज कराया गया है.
पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात कश्मोर गांव में विवाद होने की आशंका में पुलिस टीम मौके पर पहुंची. सूचना थी कि गांव में महिपाल सिंह के घर के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हैं. उसके रिश्तेदार डूंगर सिंह सहित दोनों पर हमला हो सकता है. घोसुंडा चौकी के प्रभारी सहायक पुलिस उपरीक्षक प्रेम गिरी और कांस्टेबल बद्रीलाल तत्काल मौके पर पहुंचे और महिपाल सिंह के घर के बाहर भीड़ को देखकर थाना प्रभारी लक्ष्मण डांगी को सूचित किया.
इसके साथ ही सहायक पुलिस उप निरीक्षक प्रेम गिरी और कांस्टेबल बद्री लाल द्वारा समझाइश का प्रयास किया गया. इस पर ग्रामीण भड़क गए और दोनों के मोबाइल छीनते हुए घटनाक्रम की वीडियो-फोटो डिलीट कर दिए और धक्कामुक्की पर उतारू हो गए. इसी बीच चंदेरिया पुलिस थाने से सहायक पुलिस उप निरीक्षक रईस मोहम्मद, हेड कांस्टेबल चांदमल, राजेंद्र सिंह, कांस्टेबल धर्मचंद और राजकुमार की टीम गांव में पहुंची और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया. लेकिन ग्रामीण महिपाल के घर से नहीं हटे और पुलिस पर पथराव कर दिया. अचानक इस घटनाक्रम को पुलिस भी समझ नहीं पाई. इस घटना में कुछ पुलिसकर्मियों को चोट आई. वहीं पुलिस गाड़ी के आगे के कांच टूट गए.
पढ़ें: मूर्ति विवाद फिर गहराया, लोगों ने पुलिस पर किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
हालांकि मामला बढ़ते देखकर ग्रामीण वहां से हट गए. ग्रामीणों के अनुसार महिपाल और डूंगर सिंह के खिलाफ कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं और दोनों ही तस्करी में लिप्त हैं. इस बीच रात्रि के घटनाक्रम को लेकर सहायक पुलिस उपरीक्षक प्रेम गिरी ने 28 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया है. थाना प्रभारी डांगी ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी गई है. मामले की पड़ताल की जा रही है.