भरतपुर. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित मलाह गांव में उस समय लोगों के रौंगटे खड़े हो गए, जब उन्होंने 16 फीट लंबा विशाल अजगर देखा. गांव में सड़क किनारे विशाल अजगर को देख लोगों की भीड़ जमा हो गई. ग्रामीणों ने इतना विशाल अजगर पहले कभी नहीं देखा था. ग्रामीणों ने तुरंत घना की रेस्क्यू टीम को इसकी सूचना दी. इसके बाद काफी मशक्कत के बाद अजगर को रेस्क्यू किया गया.
मलाह निवासी लोकेंद्र कुमार ने बताया कि कई दिन पहले गांव में शाम के वक्त सड़क किनारे एक विशाल अजगर आ गया था. ग्रामीणों की नजर पड़ी तो पूरे गांव में यह सूचना फैल गई. मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. अजगर करीब 16 फीट लंबा और करीब 90 किलो वजनी था. अजगर को यदि वहीं रहने देते तो ग्रामीणों के मवेशियों को खतरा हो सकता था. इसलिए तुरंत घना की रेस्क्यू टीम को सूचित किया गया. सूचना पर घना की टीम मौके पर पहुंची. टीम और ग्रामीणों ने मिलकर करीब आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अजगर का रेस्क्यू किया. अजगर इतना बड़ा था कि प्लास्टिक के बोरे में भी नहीं आ सका. इसके बाद बड़े बोरे में रखकर उसको केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में उसे सुरक्षित छोड़ दिया गया.
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गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान देश का सबसे बड़ा पायथन प्वाइंट है. यहां सैकड़ों की संख्या में अजगर मौजूद हैं. यहां की भौगोलिक परिस्थितियां और प्राकृतिक आवास अजगरों के लिए अनुकूल हैं. यही वजह है कि घना और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार अजगर नजर आ जाते हैं.