बारां. अंता में एक 48 वर्षीय व्यक्ति बीते 18 सालों से अपनों से बिछड़ने के बाद दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर था. जिसे अब उप जिला कलेक्टर गोवर्धन लाल मीना और तहसीदार नवनन्द सिंह की पहल के बाद वृद्ध आश्रम में पहुंचाया गया है. अशोक नाम का ये व्यक्ति खुद को मध्यप्रदेश के सागर जिले के बगरू का रहने वाला बताता है. जो गत 18 वर्षों से अंता के बम्बोरी के सरकारी स्कूल में अपनी जिंदगी गुजार रहा है.
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जहां बनने वाले पोषाहार का खाना खाकर बदले में स्कूल में छुटपुट कार्यों में हाथ बटाकर अपना गुजर बसर कर रहा है. लेकिन हाल ही में बीमार हो जाने के कारण वृद्ध बेसहारा हो गया. बाद में जिसकी आस-पास के लोगों ने सुध लेते हुए उसे अंता अस्पताल में भर्ती कराया. जहां 2-3 दिन उसका इलाज चला. अब उस व्यक्ति को स्थायी आसरा वृद्ध आश्रम में मिल गया है. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि व्यक्ति अपना नाम पता बताने के बावजूद उसे ठिकाने पर पहुंचाने की अब तक किसी ने पहल आखिर क्यों नहीं की.