जयपुर. प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में बुधवार को हुई राजस्थान भाजपा कोर कमेटी की बैठक (BJP core committee meeting) में राज्यसभा चुनाव सहित आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई और कुछ निर्णय भी लिए गए. बैठक कई महीनों बाद हुई लेकिन इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करीब 40 मिनट लेट पहुंचीं. करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक में मोदी सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार और अमला भर्ती तक पहुंचने के लिए 30 मई से शुरू होने वाले पखवाड़े सहित कई विषयों पर चर्चा हुई.
जून में होगी प्रदेश कार्यसमिति, जुलाई में होगा प्रशिक्षण: बैठक में राजस्थान भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक आगामी जून माह में किए जाने पर निर्णय हुआ. यह भी तय हुआ कि जुलाई में राजस्थान के जनप्रतिनिधि और प्रदेश पदाधिकारियों का 3 दिन का प्रशिक्षण रखा जाए. इसी तरह 30 मई से 15 जून तक केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के निचले स्तर तक प्रचार प्रसार के लिए अभियान चलाया जाएगा और भाजपा नेता व कार्यकर्ता सीधे लाभार्थियों तक पहुंच कर उन्हें पार्टी से जोड़ने का काम करेंगे.
6 बजे राजे के बिना शुरू हुई बैठक, मेघवाल नहीं हुए शामिल: प्रदेश भाजपा कोर कमेटी की बैठक शाम 6 बजे पार्टी मुख्यालय में शुरू हुई. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत,कैलाश चौधरी,सांसद कनक मल कटारा, राजेंद्र गहलोत और ओम प्रकाश माथुर व सीपी जोशी शामिल हुए. वहीं बैठक शुरू होने के 40 मिनट बाद पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे भी वहां पहुंचीं.
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कोर कमेटी के सदस्य इन कार्यक्रमों में होंगे शामिल: राजस्थान भाजपा कोर कमेटी के सदस्य पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत के लिए गुरुवार को जयपुर एयरपोर्ट पर भी मौजूद रहेंगे और रात को होटल लीला में नड्डा के साथ भोज में शामिल होंगे. कोर कमेटी के सदस्य 20 मई को बिड़ला सभागार में होने वाले सुंदर सिंह भंडारी स्मारिका का विमोचन और प्रबुद्ध जन सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होंगे.
राज्यसभा चुनाव पर भी चर्चा लेकिन आधी अधूरी: बैठक में अगले कुछ दिनों में होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई. राजस्थान में 4 सीटों पर राज्यसभा के चुनाव होंगे. इनमें से एक सीट पर बीजेपी का कब्जा रहने की संभावना है. हालांकि पार्टी सभी चारों सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी या नहीं इस बारे में कोई रणनीति नहीं तय की गई. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार इस मामले में पार्टी आलाकमान की ओर से जारी दिशा निर्देशों के तहत काम होगा.