जयपुर. प्रदेश में 6 जिलों में पंचायत राज चुनावों की सरगर्मियों के बीच प्रदेश भाजपा ने बढ़ते अपराध को अपना सियासी हथियार बनाया है. भाजपा नेता लगातार प्रदेश में घटित हो रही अपराधिक घटनाओं के लिए गहलोत सरकार (Gehlot Government) पर निशाना साध रहे हैं. सतीश पूनिया ने राजस्थान में बच्चों से हो रही दुष्कर्म की घटना हो के बाद भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पत्रकार वार्ता की. जिसमें उन्होंने कहा कि राजस्थान में पुलिस का स्लोगन है, अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास लेकिन अब पुलिस थानों के बाहर लिखी यह इबारत उल्टी पड़ गई है. अब अपराधियों में भरोसा और आमजन में भय नजर आने लगा है.
पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot) के पास राजस्थान का गृह विभाग भी है लेकिन कोरोना का हवाला देकर वह अपने घर से बाहर नहीं निकलते हैं. कम से कम हेलीकॉप्टर में जाकर बाढ़ पीड़ितों का दर्द ही जान लेते या पीड़ित बालिकाओं के माता-पिता का दुख दर्द सुन लेते हैं.
उन्होंने कहा कि हाथरस मामले में सियासी तांडव मचाने वाले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौन है. जबकि राजस्थान की मां बहन और बेटियां उनसे पूछ रही है कि अब तक उन्होंने अपनी ही सरकार से इस मामले में संज्ञान क्यों नहीं लिया.
भाजपा पार्टी में पोस्टर होर्डिंग को लेकर कोई अंदरुनी विवाद नहीं
भाजपा के भीतर होर्डिंग्स-पोस्टर्स को लेकर सियासी विवाद चल रहा है. इसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने यह साफ कर दिया है कि इस मसले पर पार्टी के भीतर कोई भी विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि समय-समय पर पार्टी के कई नेताओं ने अपने बयान में इसे साफ कर भी दिया है. पूनिया बोले कि पार्टी के लिए यह कोई बड़ा मसला नहीं है क्योंकि पार्टी में सब नेताओं का लंबे अरसे से बराबर सम्मान होता आया है.