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कचरे की ट्रॉलियों के साथ निगम का घेराव करने पहुंचे सांगानेर विधायक, अधिकारियों को दी ये चेतावनी

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Published : Oct 17, 2022, 6:50 PM IST

Updated : Oct 17, 2022, 11:39 PM IST

जयपुर के सांगानेर और मानसरोवर की कॉलोनियों में सफाई, रोड लाइट्स और सीवरेज-ड्रेनेज की समस्याओं को लेकर सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी कचरे की ट्रालियों के साथ ग्रेटर नगर निगम का घेराव करने (Ashok Lahoti protest at greater nigam) पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों पर पक्षपात का भी आरोप लगाया. इस पर महापौर शील धाभाई ने कहा कि संसाधनों के लिए राज्य और केंद्र सरकार से बजट मांगा जाएगा.

Sanganer MLA Ashok Lahoti protest at greater Nigam with trollies filled with garbage, know details
कचरे की ट्रॉलियों के साथ निगम का घेराव करने पहुंचे सांगानेर विधायक, अधिकारियों को दी ये चेतावनी

जयपुर. कचरे की ट्रॉलियों के साथ सांगानेर विधायक डॉ अशोक लाहोटी सोमवार को ग्रेटर नगर निगम का घेराव करने ( Ashok Lahoti protest at greater nigam) पहुंचे. इस दौरान उनके साथ सांगानेर और मानसरोवर क्षेत्र की तकरीबन 300 कॉलोनियों के लोगों ने चौपट सफाई व्यवस्था, बंद पड़ी रोड लाइट्स और बिगड़े हुए सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया.

इस दौरान विधायक लाहोटी ने आरोप लगाया कि निगम प्रशासन सरकार के इशारे पर चल रहा है. आलम ये है कि यहां अधिकारी-कर्मचारी महापौर, चेयरमैन और पार्षदों की भी नहीं सुनते. उन्होंने इस दीपावली को निगम की बिगड़ी व्यवस्थाओं के कारण काली दीपावली नाम दिया. साथ ही अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के इशारों पर जो अधिकारी राजनीतिक कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं, उनकी लिस्ट तैयार कर रहे हैं. उन अधिकारियों से ब्याज सहित बदला लिया जाएगा. इस दौरान लाहोटी के साथ पहुंचे ​समर्थकों ने निगम मुख्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की जिन्हें हलका बल प्रयोग करते हुए पुलिस ने मुख्य द्वार पर ही रोक लिया. यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी होती दिखी.

निगम का घेराव करने क्यों पहुंचे सांगानेर विधायक

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बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ग्रेटर नगर निगम में अपनी ही पार्टी के बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं. निगम में ही महापौर रह चुके सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि दीपावली का त्यौहार आ चुका है, लेकिन आज तक किसी ने ऐसी काली दीपावली नहीं देखी होगी. जिसमें ना झाडू लग रही है, और ना ही कचरे की गाड़ी आ रही है. ना ही पानी की निकासी, ना नालियां-सीवरेज साफ हो रही हैं. चारों तरफ कचरे के ढेर लग रहे हैं. सड़कों पर कहीं आवारा कुत्ते तो कहीं सुअर घूम रहे हैं.

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दीपावली पर नई लाइटें लगना तो दूर बंद लाइटें चालू नहीं हो रही हैं. नगर निगम नरक निगम बन गया है. यहां सफाई कर्मचारी का ट्रांसफर भी मंत्री महोदय करते हैं. इसलिए सफाई की जिम्मेदारी भी उन्हीं मंत्री की है. ये वही निगम है जिसे देश में नंबर वन बनाया था. पीएम ने अवार्ड दिया था और आज जयपुर की 40 लाख जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. महीनों से झाडू नहीं लगी. 5 से 7 दिन में कचरे की गाड़ी आती है. जगह-जगह कॉलोनियां पानी में डूबी हुई हैं. चारों तरफ डेंगू फैल रहा है. महिला और बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. ये राजधानी में रह रहे हैं या किसी नरक में.

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उन्होंने कहा कि आज साथ आई कचरे की गाड़ियां सिर्फ चेतावनी हैं, लेकिन यदि यही हाल रहा तो लोगों को ये कहना पड़ेगा कि जाओ कचरे को निगम में कचरा डाल कर आओ. उन्होंने आरोप लगाया कि पूरा निगम प्रशासन भू-माफियाओं और प्रॉपर्टी डीलर का काम कर रहा है. थड़ी-ठेले, मजदूर वर्ग से उगाही का काम कर रहे हैं. सरकार की मनमर्जी चल रही है. कभी मेयर को हटा देते हैं, कभी लगा देते हैं. सरकार निगम के बोर्ड को कुछ नहीं करने दे रही. कांग्रेस के गली-मोहल्ले के कार्यकर्ता भी कुछ कहते हैं, तो वो काम हो जाते हैं. लेकिन बीजेपी पार्षद के काम नहीं होते.

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या लोकतंत्र में विरोध प्रकट करने की मनाही है, आज वो भी विरोध प्रकट करने आए हैं, उन्हें विधायक पद से हटाएं. लाहोटी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ये सरकार या तो 15 दिनों की है या 6 महीने की है. सरकार के इशारों पर जो अधिकारी राजनीतिक कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं उनकी लिस्ट तैयार कर रहे हैं. उन अधिकारियों से ब्याज सहित बदला लिया जाएगा.

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उधर, लाहोटी के प्रदर्शन पर महापौर शील धाभाई ने कहा कि ये तो नेता हैं. लेकिन निगम में सभी अपनी समस्या लेकर आ सकते हैं. निगम में सीमित संसाधन हैं. इसलिए दौसा से संसाधन लाए जा रहे हैं. सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने तर्क दिया कि निगम से बीवीजी कंपनी हटी है. उसके बाद व्यवस्था सुधारने में टाइम लगता है. यहां राजस्व की भी प्रॉब्लम है. ऐसे में स्टेट के अलावा सेंट्रल गवर्नमेंट से भी पैसा मांगा जाएगा.

उन्होंने सरकार के इशारे पर निगम प्रशासन के चलने के लाहोटी के आरोप पर कहा कि नगर निगम में सरकार का कोई रोल नहीं होता. यहां ना कोई बीजेपी ना कांग्रेस, वो खुद भी मेयर हैं और इस पद पर वो जयपुर की जनता की मेयर हैं. उन्हें सभी का काम करना है. उन्होंने पहले भी सांगानेर विधायक से बात कर जनता को परेशान ना करने की अपील की थी. अपने लवाजमे के साथ वो मानसरोवर जोन ही आने को तैयार थीं. लेकिन विधायक के यहां आने की इच्छा थी, ऐसे में उनका स्वागत.

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वहीं निगम कमिश्नर महेंद्र सोनी ने कहा कि संसाधन लगातार खरीदे जा रहे हैं. इस क्रम में दो जेसीबी, एक सीवर क्लीनिंग करने वाला रोबोट बैंडीकूट, सुपर सकर मशीन खरीदी गई. 10 नई फायर की गाड़ियां खरीदी जा रही हैं. जयपुर में जितने भी हूपर हैं, उन सभी को हायर किया हुआ है. एक बड़ा टेंडर और किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी 2 जोन के एक्सईएन से बात की. जिसमें सामने आया कि जलभराव और सीवरेज की कोई समस्या फिलहाल नहीं है.

साथ ही निगम प्रशासन ने गड्ढों के रिपेयर के लिए एक बड़े स्तर पर अभियान छेड़ा है. जिसमें अगले 1 सप्ताह में ग्रेटर निगम के क्षेत्राधिकार में आने वाली किसी भी रोड पर गड्ढे नहीं रहने दिए जाएंगे. जहां तक रोड लाइट का विषय है, निगम से जुड़ी फर्म करीब 8000 लाइटें लगाने जा रही है. निगम ने भी 3000 लाइट खरीदी हैं, उसी का ही रिपीट ऑर्डर किया जा रहा है. जयपुर शहर में पहले ही दो लाख लाइट हैं. आउटर एरिया में हमेशा से रोड लाइट की डिमांड बनी रहती है.

Last Updated : Oct 17, 2022, 11:39 PM IST
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