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2019 में एसीबी ने पकड़े 61 गजटेड और 248 नॉन गजटेड रिश्वतखोर अधिकारी

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Published : Dec 31, 2019, 11:36 PM IST

साल के आखिरी दिन राजस्थान एसीबी के डीजी आलोक त्रिपाठी ने प्रेसवार्ता कर साल भर में की गई कार्रवाई के आंकड़ों को साझा किया. आलोक त्रिपाठी ने बताया कि 2019 में कुल 424 अभियोग पंजीबद्ध किए गए हैं, जो पिछले साल की तुलना में 52 अधिक हैं.

ACB Press Conference, जयपुर न्यूज
2019 में एसीबी ने पकड़े 61 गजटेड और 248 नॉन गजटेड रिश्वतखोर अधिकारी

जयपुर. वर्ष 2019 के आखिरी दिन 31 दिसंबर को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करने वाली राजस्थान एसीबी के मुखिया डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने एक प्रेस वार्ता कर वर्ष 2019 में की गई कार्रवाई के आंकड़ों को साझा किया. आलोक त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2019 में कुल 424 अभियोग पंजीबद्ध किए गए, जो पिछले साल की तुलना में 52 अधिक है. वर्ष 2018 में कुल 372 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए थे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रिश्वत राशि लेने या रिश्वत मांगने के संबंध में 309 प्रकरण दर्ज किए गए हैं.

2019 में एसीबी ने पकड़े 61 गजटेड और 248 नॉन गजटेड रिश्वतखोर अधिकारी

डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2019 में रिश्वत राशि लेते हुए या रिश्वत राशि की मांग करते हुए कुल 61 गजटेड अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही 248 नॉन गजटेड अधिकारी व कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही आय से अधिक संपत्ति के कुल 27 अभियोग पंजीबद्ध किए गए हैं और पद के दुरुपयोग करने के संबंध में 88 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं.

पढ़ें- प्रदेश की गहलोत सरकार ने 105 ऑल इंडिया सेवा अधिकारियों को दिया तोहफा, 48 IAS, 38 IPS और 19 IFS हुए प्रमोट

वर्ष 2019 में रिश्वत मांगने पर 280 पुरुषों और 27 महिलाओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए गए हैं. रिश्वत लेते हुए पकड़े गए रिश्वतखोरों से प्राप्त की गई रिश्वत राशि 1 करोड़ 57 लाख रुपए से अधिक है. इसके साथ ही 84 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति उजागर की गई है.

रिश्वत मांगने के प्रकरण में विभिन्न विभागों में एसीबी द्वारा की गई ट्रैप कार्रवाई का विवरण-

  • पुलिस विभाग- 90 प्रकरण
  • राजस्व विभाग- 53 प्रकरण
  • पंचायत राज- 30 प्रकरण
  • ऊर्जा विभाग- 19 प्रकरण
  • शिक्षा विभाग -14 प्रकरण
  • नगरीय विकास एवं स्थानीय निकाय- 12 प्रकरण
  • चिकित्सा विभाग-10 प्रकरण
  • अन्य विभागों से संबंधित- 81 प्रकरण

जयपुर. वर्ष 2019 के आखिरी दिन 31 दिसंबर को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करने वाली राजस्थान एसीबी के मुखिया डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने एक प्रेस वार्ता कर वर्ष 2019 में की गई कार्रवाई के आंकड़ों को साझा किया. आलोक त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2019 में कुल 424 अभियोग पंजीबद्ध किए गए, जो पिछले साल की तुलना में 52 अधिक है. वर्ष 2018 में कुल 372 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए थे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रिश्वत राशि लेने या रिश्वत मांगने के संबंध में 309 प्रकरण दर्ज किए गए हैं.

2019 में एसीबी ने पकड़े 61 गजटेड और 248 नॉन गजटेड रिश्वतखोर अधिकारी

डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2019 में रिश्वत राशि लेते हुए या रिश्वत राशि की मांग करते हुए कुल 61 गजटेड अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही 248 नॉन गजटेड अधिकारी व कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही आय से अधिक संपत्ति के कुल 27 अभियोग पंजीबद्ध किए गए हैं और पद के दुरुपयोग करने के संबंध में 88 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं.

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वर्ष 2019 में रिश्वत मांगने पर 280 पुरुषों और 27 महिलाओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए गए हैं. रिश्वत लेते हुए पकड़े गए रिश्वतखोरों से प्राप्त की गई रिश्वत राशि 1 करोड़ 57 लाख रुपए से अधिक है. इसके साथ ही 84 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति उजागर की गई है.

रिश्वत मांगने के प्रकरण में विभिन्न विभागों में एसीबी द्वारा की गई ट्रैप कार्रवाई का विवरण-

  • पुलिस विभाग- 90 प्रकरण
  • राजस्व विभाग- 53 प्रकरण
  • पंचायत राज- 30 प्रकरण
  • ऊर्जा विभाग- 19 प्रकरण
  • शिक्षा विभाग -14 प्रकरण
  • नगरीय विकास एवं स्थानीय निकाय- 12 प्रकरण
  • चिकित्सा विभाग-10 प्रकरण
  • अन्य विभागों से संबंधित- 81 प्रकरण
Intro:जयपुर
एंकर- वर्ष 2019 के आखिरी दिन 31 दिसंबर को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करने वाली राजस्थान एसीबी के मुखिया डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने एक प्रेस वार्ता कर वर्ष 2019 में की गई कार्रवाई के आंकड़ों को साझा किया। आलोक त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2019 में कुल 424 अभियोग पंजीबद्ध किए गए जो पिछले साल की तुलना में 52 अधिक है। वर्ष 2018 में कुल 372 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए थे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रिश्वत राशि लेने या रिश्वत मांगने के संबंध में 309 प्रकरण दर्ज किए गए हैं।


Body:वीओ- डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2019 में रिश्वत राशि लेते हुए या रिश्वत राशि की मांग करते हुए कुल 61 गजटेड अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 248 नॉन गजटेड अधिकारी व कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही आय से अधिक संपत्ति के कुल 27 अभियोग पंजीबद्ध किए गए हैं और पद के दुरुपयोग करने के संबंध में 88 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। वर्ष 2019 में रिश्वत मांगने पर 280 पुरुषों और 27 महिलाओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए गए हैं। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए रिश्वतखोरों से प्राप्त की गई रिश्वत राशि 1 करोड़ 57 लाख रुपए से अधिक है। इसके साथ ही 84 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति उजागर की गई है।

रिश्वत मांगने के प्रकरण में विभिन्न विभागों में एसीबी द्वारा की गई ट्रैप कार्रवाई का विवरण:

पुलिस विभाग- 90 प्रकरण
राजस्व विभाग- 53 प्रकरण
पंचायत राज- 30 प्रकरण
ऊर्जा विभाग- 19 प्रकरण
शिक्षा विभाग -14 प्रकरण
नगरीय विकास एवं स्थानीय निकाय- 12 प्रकरण
चिकित्सा विभाग-10 प्रकरण
अन्य विभागों से संबंधित- 81 प्रकरण

बाइट- आलोक त्रिपाठी, डीजी एसीबी- राजस्थान


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