जयपुर. हेरिटेज नगर निगम के उपमहापौर और पार्षदों ने पार्षद जाहिद निर्वाण पर हुई एसीबी की कार्रवाई को षड्यंत्र करार हुए दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
उपमहापौर असलम फारूकी ने कहा कि बीते 10 माह से किशनबाग की लगभग 1000 वर्गगज सरकारी जमीन पर कुछ भूमाफिया कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. कई बार उस जमीन पर कब्जे भी हुए. लेकिन पार्षद जाहिद निर्वाण हमेशा विधायक, निगम महापौर और आयुक्त को शिकायत कर उन कब्जों को हटवाते आए हैं.
भूमाफिया समय-समय पर पार्षद जाहिद निर्वाण पर कब्जा करने की नियत से दबाब बना रहे थे. जब जाहिद निर्वाण उनके दबाव में नहीं आये तब उन्होंने षड्यंत्र रचा. एसीबी में शिकायतकर्ता ने सम्पर्क साधा और बीते डेढ़ महीने से पार्षद जाहिद निर्वाण के प्राईवेट ऑफिस और घर आकर 200 गज जमीन पर अवैध निर्माण और कब्जा कराने की गुजारिश कर रहा था.
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बार बार जाहिद निर्वाण ने उस व्यक्ति को मना किया. 8 सितम्बर को व्यक्ति जाहिद निर्वाण के प्राइवेट ऑफिस पर आया और अवैध कब्जा कराने की गुजारिश करते हुए कुछ पैसे टेबल पर रख कर चला गया. इस पर जाहिद निर्वाण उस व्यक्ति को आवाज लगाने लगा. आवाज लगाने पर भी वो व्यक्ति नहीं रुका. जाहिद निर्वाण पैसे लेकर उसकी तरफ जा रहा था. उसी समय एसीबी अधिकारी ने जाहिद निर्वाण के कन्धे पर हाथ रख उनका नाम पूछा और गिरफ्तार कर उन पर चार्ज लगा दिया.
इस दौरान पार्षद दशरथ सिंह ने कहा कि जाहिद कांग्रेस समर्थित पार्षद हैं और सभी एक परिवार के सदस्य हैंं. परिवार के सदस्य पर निर्दोष होने के बावजूद साजिश पूर्ण तरीके से कार्रवाई होती है, तो वो गलत है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष उमर दराज ने पार्षद जाहिद और पार्षद पति अविनाश सैनी के प्रकरणों को अलग अलग बताते हुए उचित जांच की मांग की.
वहीं पार्षद पप्पू कुरैशी ने इस पूरे प्रकरण में षड्यंत्र की बात कहते हुए राज्य सरकार से इस पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच करने की मांग की. इस दौरान मौजूद रहे करीब 20 अन्य पार्षदों ने जाहिद निर्वाण के निलम्बन को रोकने और किशनबाग की जमीन पर हाईकोर्ट की रोक के बावजूद जिन लोगों की कब्जा करने की नियत थी, उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.