पब्लिक सपोर्ट की दृष्टि से गहलोत धारीवाल में नहीं पायलट में है दम, इसलिए कांटे की तरह चुभ रहे हैं सचिन -कटारिया

author img

By

Published : Jun 27, 2022, 2:19 PM IST

Updated : Jun 27, 2022, 2:25 PM IST

Gulabchand Kataria commented on Sachin Pilot
गहलोत धारीवाल में नहीं पायलट में है दम ()

पत्रकारों से बातचीत के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पायलट के कारण नहीं बन पाई हमारी सरकार, पब्लिक सपोर्ट है उसके साथ, लेकिन बिना पायलट अब भाजपा बनाएगी सरकार. कटारिया ने कहा कि इस बात को हर कोई स्वीकार करता है कि सचिन पायलट के साथ उनके समाज का पूरा सपोर्ट पिछले चुनाव में रहा था.

जयपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के सचिन पायलट का नाम लेकर दिए गए बयान के बाद गरमाई सियासत के बीच अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी कूद गए हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और फिर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के पायलट को लेकर आए बयान पर कटारिया ने कहा कि सचिन पायलट के पास पब्लिक सपोर्ट है (Gulabchand Kataria commented on Sachin Pilot) जबकि गहलोत और धारीवाल में कोई दम नहीं. यही कारण है कि वो मुख्यमंत्री की नजरों में कांटे के समान चुभ रहे हैं, जिसे गहलोत निकालकर फेंकना चाहते हैं ताकि निरंकुश राज कर सकें.

सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके वफादार शांति धारीवाल सचिन पायलट को लेकर बयान दे रहे हैं, वह इस बात का संकेत है कि मुख्यमंत्री सचिन पायलट को बाहर निकाल कर फेंकना चाहते हैं. कांग्रेस आलाकमान को इस बात की जानकारी है कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के किसी नेता के पास यदि पब्लिकली सपोर्ट है तो वह सचिन पायलट ही है, जबकि गहलोत और धारीवाल (kataria questioned on Ashok Gehlot and Shanti Dhariwal) समेत अन्य नेताओं में कोई दम नहीं है.

गहलोत धारीवाल में नहीं पायलट में है दम

​​​​​​पायलट के चलते पिछली बार भाजपा सरकार नहीं बनी - नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने इस बात को भी स्वीकारा कि पिछले विधानसभा चुनाव में केवल सचिन पायलट के कारण ही राजस्थान में भाजपा की सरकार दोबारा नहीं बन पाई. कटारिया ने कहा कि इस बात को हर कोई स्वीकार करता है कि सचिन पायलट के साथ उनके समाज का पूरा सपोर्ट पिछले चुनाव में रहा था, जिसके चलते पूर्वी राजस्थान में भाजपा केवल एक ही सीट जीत पाई. यदि सचिन पायलट नहीं होते तो भाजपा वहां ज्यादा सीटें जीतकर अपनी सरकार बना लेती. कटारिया ने कहा कि तब कांग्रेस ने सचिन पायलट को बतौर मुख्यमंत्री की तरह प्रोजेक्ट किया, जिसके चलते जातिगत समीकरण भाजपा के खिलाफ हो गए और कांग्रेस चुनाव जीत गई. कटारिया ने कहा कि सचिन पायलट के मैदान में रहने से जो जातिगत समीकरण बिगड़े, उसी के चलते बीजेपी थोड़ी सीटें कम जीत पाई.

पढ़ें- Shekhawat on Gehlot : क्या सीएम का आरोप सही था ? शेखावत ने पायलट का नाम लेकर फिर कही ये बड़ी बात...

पायलट के बिना भी बनेगी भाजपा सरकार - कटारिया ने कहा कि भाजपा को सचिन पायलट को लाने की फिलहाल कोई आवश्यकता नहीं है. यह विचार जिसको आना होगा, वही करेगा. कटारिया ने कहा कि हमारी तो इतनी शक्ति है कि हम बिना पायलट के भी सरकार बनाएंगे और सरवाइव भी करेंगे और किसी को गलतफहमी नहीं पालना चाहिए. जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए काम किया है और देश का जन समर्थन उनके साथ है. राजस्थान में अगली बार भाजपा की सरकार बनना तय है.

पढ़ें- Dhariwal Big Statement : सीएम गहलोत का कहना ठीक...पायलट और शेखावत मिले हुए हैं, मैंने खुद देखा है

पायलट को लेकर यह कहा था गहलोत और धारीवाल ने- पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने चौमूं में भाजपा के कार्यक्रम में मध्य प्रदेश में सरकार के उलटफेर की घटना का हवाला देते हुए सचिन पायलट का नाम लेकर कहा कि राजस्थान में थोड़ी कमी रह गई. उसके बाद शेखावत के इसी बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि शेखावत का बयान दर्शाता है कि सरकार गिराने के षड्यंत्र में वह सब शामिल थे और इसके बाद हाल ही में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने तो बिल्कुल ही साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री ने शेखावत और पायलट को लेकर जो कहा वह सही कहा, क्योंकि हम सब ने यह देखा है. इन बयानों के बाद ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का यह बयान सामने आया है.

पढे़ं- भाजपा पहले मध्यप्रदेश, फिर राजस्थान और अब महाराष्ट्र में सरकार बनाने में लगी, ये शुभ संकेत नहीं: सीएम गहलोत

Last Updated :Jun 27, 2022, 2:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.