जयपुर. हेरिटेज नगर निगम (Heritage Municipal Corporation in Jaipur) के दो वार्डों में हो रहे उपचुनाव पर सभी की निगाहें बनी हुई हैं. कारण साफ है, यहां कांग्रेस का बोर्ड निर्दलीय पार्षदों के दम पर बना है और अब तक समितियों का ऐलान नहीं होने से निर्दलीय पार्षद नाखुश हैं.
ऐसे में इन दोनों ही वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशी की हार होती है, तो बीजेपी और निर्दलीय पार्षद पहले से ज्यादा हमलावर हो सकते हैं. यही वजह है कि कांग्रेस इन चुनावों में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती. हेरिटेज निगम क्षेत्र में कांग्रेस के चार विधायक हैं, जिनमें से 2 कैबिनेट मंत्री भी हैं. वे ये नहीं चाहेंगे कि यहां 2 वार्डों के उपचुनाव में सीट गंवा कर मिट्टी पलीद हो.
इस संबंध में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (pratap singh khachariyawas on jaipur By elections) ने भी कहा कि पहले एक वार्ड में बीजेपी और एक में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. लेकिन वर्तमान समय में दोनों जगह कांग्रेस मजबूत है. क्योंकि चुनाव का समय है ऐसे में मंत्री ने समितियों के चेयरमैन बनाने में देरी होने की गलती स्वीकारते हुए जल्द ही इस कार्रवाई को अंजाम देने की बात कही.
इस वजह से खाली हुए वार्ड पद
बता दें कि वार्ड 57 के बीजेपी पार्षद महेंद्र कुमार ढलैत और वार्ड संख्या 97 की कांग्रेसी पार्षद माया देवी के निधन के बाद हेरिटेज नगर निगम में 2 वार्ड रिक्त पड़े थे. इन दोनों वार्डों पर उपचुनाव हो रहे हैं. जिन का मतदान 21 दिसंबर और मतगणना 23 दिसंबर को होगी. उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी दोनों अपना दमखम दिखाने में जुटे हैं. लेकिन समितियों में जगह मिलने का इंतजार कर रहे निर्दलीय पार्षदों की नाराजगी कांग्रेस को भारी पड़ सकती है.