अजमेर. कोरोना काल में जहां कुछ लोग बेवजह घर से निकल कर गाइडलाइन की अवहेलना कर रहे हैं. वहीं इन्हें रोकने के लिए रोड पर कुछ ऐसे पुलिसकर्मी भी है, जो अपनी परिस्थितियों से समझौता करने के बजाय जज्बे के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. ऐसा ही एक उदाहरण अजमेर में देखने को मिला, जहां एमबीसी कंपनी की एक महिला सिपाही अपने 6 माह के बच्चे को लेकर ड्यूटी कर रही है.
डूंगरपुर की रहने वाली नंदू पटेल ने बताया कि कोरोना की ड्यूटी के तहत उसकी कंपनी को अजमेर भेजा गया. उसके 6 माह का बेटा है. बेटा उसके बिना रह नहीं सकता है. ऐसे में वह बेटे को साथ लेकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रही है. उन्होंने कहा कि जहां काम जरूरी है, तो वहीं बच्चे की जिम्मेदारी का निर्वहन करना भी आवश्यक है. ऐसे में वह दोनों काम एक साथ कर रही हैं.
जब महिला सिपाही से पूछा गया कि ड्यूटी के दौरान बच्चे की देखरेख कैसे करती है, तो उसने बताया कि ड्यूटी के बीच समय निकालकर उसे कुछ खिला पिला देती है और समय से स्तनपान भी करवाती है. उसकी सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान रखती है.
नंदू पटेल बताती हैं कि पिछले कोरोना काल में उसने गर्भवती होते हुए भी अपनी नौकरी को कर्तव्यपूर्वक किया. उसने कभी भी परिस्थिति का बहाना बनाकर अपनी ड्यूटी से बचने का प्रयास नहीं किया. नंदू पटेल ने आमजन से कोरोना की जंग को जीतने में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी सरकार की गाइडलाइन की पालना करें तो वह कोरोना को हराने में अवश्य ही कामयाब होंगे.