शहडोल। शहडोल जिले के लालपुर में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है. ये कार्यक्रम बिरसा मुंडा के जयंती अवसर पर किया जा रहा है. कार्यक्रम की विशेष तैयारियां की गई हैं. पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही है. कार्यक्रम जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर लालपुर के मैदान में होने जा रहा है. जनजातीय गौरव दिवस का यह कार्यक्रम इसलिए खास हो गया है क्योंकि मध्य प्रदेश में पहली बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आ रही हैं. कार्यक्रम की तैयारी और भव्य तरीके से की जा रही है. खुद मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम का निरीक्षण करने के लिए बीते रविवार को ही कार्यक्रम स्थल पर अचानक पहुंच गए थे.
कौन-कौन आएगा कार्यक्रम में : जनजातीय गौरव दिवस के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तो आ ही रही हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री जनजातीय कार्य मंत्रालय अर्जुन मुंडा. केंद्रीय राज्य मंत्री इस्पात एवं ग्रामीण विकास फग्गन सिंह कुलस्ते, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग मंत्री मीना सिंह, वन विभाग मंत्री कुंवर विजय शाह, खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह, पशुपालन तथा सामाजिक न्याय एवं निछशक्तजन कल्याण विभाग मंत्री प्रेम सिंह पटेल भी शामिल हो रहे हैं.
ब्लॉक लेवल पर लगेंगे स्क्रीन : बीते रविवार को मुख्यमंत्री ने बताया था कि कार्यक्रम बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. साथ ही ब्लॉक लेवल पर भी कई स्क्रीन लगाए जा रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम को देखकर लाभान्वित हो सकेंगे. ज्यादा से ज्यादा लोग कार्यक्रम में शामिल हो सकें. इसकी तैयारी में भी प्रशासन लगातार लगा हुआ है. प्रदेश के और अलग-अलग जिलों से भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. आने वाले लोगों को कोई दिक्कत ना हो, इसकी पुख्ता तैयारी में भी प्रशासन जुटा हुआ है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम : कार्यक्रम बड़ा है. इसके मद्देनजर सुरक्षा के भी कड़े और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसकी तैयारी में पुलिस विभाग भी लगा हुआ है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा अधिकारी पुलिस के आला अधिकारी कर्मचारी डटे हुए हैं. सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग हो रही है. आला अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं. प्लानिंग तैयार कर रहे हैं. मंच के समीप ही हेलीकॉप्टर के उतरने की व्यवस्था होगी. हेलीकॉप्टर से राष्ट्रपति मंच तक पहुंचेंगी तो रास्ते में जनजाति कला व संस्कृति स्थानीय परंपरा और जीवनशैली की झलक बताते प्रदर्शनी भी लगाने की तैयारी है. आदिवासी संस्कृति को दिखाती कई झांकियां भी तैयार की गई हैं.
वाहन व भोजन की व्यवस्था : राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शहडोल के आसपास से लगभग 11 जिले से 1 लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है. आने से लेकर वापस घर पहुंचने की व्यवस्था प्रशासन ने की है. आने के दौरान भोजन वाहन में संबंधित जिला उपलब्ध कराएगा. वापस जाने के समय शहडोल प्रशासन वाहन में ही भोजन उपलब्ध कराएगा.