ETV Bharat / state

बारिश से तिलहन, दलहन की फसल हो ना जाए खराब, किसानों को सताने लगी चिंता

author img

By

Published : Sep 16, 2020, 7:20 PM IST

farmers-worry-about-oilseeds-pulses-crops-in-shahdol
तिलहन, दलहन की फसल को लेकर किसानों में चिंता

प्रदेश सहित जिले में लगातार हो रही बारिश किसानों की चिंता का विषय बनी हुई है. किसानों को चिंता है कि अगर ऐसे ही बारिश का दौर जारी रहा, तो दलहन और तिलहन की फसल बर्बाद न हो जाए. हालांकि अच्छी बारिश धान की फसल के लिए फायदेमंद होगी.

शहडोल। जिले में इस बार अच्छी बारिश हुई है, धान की फसल फायदे का सौदा साबित हो रही है. हालांकि तिलहन और दलहन की फसलों को लेकर किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं. किसानों को चिंता है कि बीते दिनों से जिस तरह बारिश हो रही है, अगर ऐसे ही बारिश का दौर जारी रहा, तो फसलें बर्बाद हो जाएंगी. हालांकि यह बारिश धान की फसल के लिए अच्छी है. वहीं और भी बारिश होती है, तो धान की फसल के लिए फायदेमंद होगी, लेकिन दलहन और तिलहन की फसल बर्बाद हो जाएगी. इधर मौसम विभाग ने और भी बारिश होने की आशंका जताई है.

ज्यादा बारिश पहुंचा सकती है नुकसान

उड़द की फसल को हो सकता है नुकसान

एक ओर कोरोना वायरस, तो दूसरी ओर बारिश प्रदेश के किसानों के लिए आफत बनकर आई है. बीते दिनों हुई बारिश से किसानों की सारी फसलें बर्बाद हो गई. हालांकि धान की फसल को इससे फायदा भी हुआ है. वहीं बारिश से कई इलाकें जलमग्न हो गए. कई किसान बर्बाद हो गए. वहीं लगाातर हो रही बारिश अब किसानों की चिंता का विषय बनी हुई है. किसानों को चिंता है कि बीते दिनों हुई बारिश में जिन किसानों को दलहन और तिलहन की फसलों से थोड़ी बहुत आवक की उम्मीद है, वह भी खत्म न हो जाए. किसानों का कहना है कि उड़द की फसलें कटने की कगार पर हैं, ऐसे में मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में बारिश हो सकती है. जो चिंता का विषय है.

दो तीन दिनों में हो सकती है बारिश

मौसम वैज्ञानिक गुरप्रीत सिंह गांधी बताते हैं कि जिले में अब तक अच्छी बारिश हुई है और आने वाले दो-तीन दिनों में बारिश की संभावना है. अधीक्षक भू-अभिलेख के मुताबिक जिले में अब तक 840 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है. जिसमें सोहागपुर तहसील में 778.0 मिलीमीटर, बुढार तहसील में 736.5 मिलीमीटर, गोहपारू तहसील में 871.0 मिलीमीटर, जैतपुर तहसील में 1171.0 मिलीमीटर, ब्यौहारी तहसील में 788.0 मिलीमीटर और जयसिंहनगर तहसील में 585.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है.

उमस के चलते फसलों पर कीड़ों का प्रकोप

कृषि वैज्ञानिक पीएम त्रिपाठी का कहना है कि अब तक अच्छी बारिश हुई है. हालांकि सिंतंबर की शुरूआत में बढ़ी उमस के चलते फसलों में कीड़ों को प्रकोप देखने को मिला है. जिससे सोयाबीन, उड़द, अरहर, धान सहित सब्जी वाली फसलें खराब हो गई थी.

बीते एक-दो दिन से फिर तापमान में गिरावट आई है और मौसम थोड़ा उपयुक्त हुआ है. धान की फसल को पानी की बहुत ज्यादा आवश्यकता थी. बारिश होने के चलते धान की फसल अच्छी है. उड़द की फसल अगर 80 फीसदी पक गई है तो उसे खेतों से निकाल लें और पानी से बचने वाली जगह पर रख लें. जिससे किसानों को नुकसान नहीं होगा.

बीते साल 80 फीसदी फसल हो चुकी थी खराब

जिले में सबसे ज्यादा रकबे में खरीफ के सीजन में धान की फसल लगाई जाती है. जानकारों की मानें तो लगभग एक लाख हेक्टेयर में शहडोल जिले में धान की फसल की खेती की गई है. वहीं बात करें उड़द की जो पकने के कगार पर है या कहीं-कहीं पक भी गई है. ज्यादा बारिश इस फसल को बहुत ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकती है.

पिछले साल उड़द और तिल की फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था. करीब 80 फीसदी फसलें तो खेतों पर ही पिछले साल सड़ गई थी. उड़द की फसल इस साल लगभग 15 हजार हेक्टेयर रकबे में लगाई गई है.

बता दें कि तिल की फसल लगभग 6 से 7 हजार हेक्टेयर में लगाई गई है. अरहर की फसल हजार हेक्टेयर में लगाई गई है. सोयाबीन की फसल लगभग 6 से 7 हजार हेक्टेयर रकबे में लगाई गई है. इस साल मक्का का रकबा बढ़ा है, जिसके चलते मक्के की फसल इस साल करीब 10 से 12 हजार हेक्टेयर में लगाई गई है.

लगातार हो रही बारिश ने खींची चिंता की लकीरें

प्रदेश में इस साल लगातार बारिश हो रही है. बीते साल की तरह इस साल भी लगातार बारिश का दौर जारी है. बीते साल हुई बारिश के चलते कई किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी. यह कारण है कि इस साल भी लगातार हो रही बारिश ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं.

पिछले साल भी तिलहन और दलहन की फसल को बारिश की वजह से बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था. जिसमें कई किसानों की फसल तो खेतों में ही सड़ गई थी. ऐसे में इस बार भी अगर बारिश और ज्यादा तादाद में होती है, तो तिलहन और दलहन की फसलों को नुकसान होगा. ऐसे में किसानों की चिंता तो लाजमी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.