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MP Sagar Crime News: माइक्रोफाइनेंस कंपनी ने आदिवासी महिलाओं को बना दिया कर्जदार, कलेक्शन एंजेट लोन के पैसे लेकर फरार

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 30, 2023, 10:42 PM IST

MP Sagar Crime News
आदिवासी महिलाओं को बना दिया कर्जदार

सागर में माइक्रोफाइनेंस कंपनी ने आदिवासी महिलाओं ने जाल बिछाया है और महिला से ठगी कर ली. कलेक्शन एंजेट लोन के पैसे लेकर फरार हो गया. महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

सागर। आदिवासी ग्रामीण इलाकों में माइक्रो फाइनेंस कंपनियों को जाल बिछ गया है और सेल्फहेल्प ग्रुप के जरिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के सपने दिखाकर ये कंपनियां भोली भाली आदिवासी महिलाओं को ठगने का काम कर रही है. ऐसा ही एक मामला जिले के देवरी थाना में सामने आया है. जहां कई गांव की आदिवासी महिलाओं ने पहुंचकर शिकायत दर्ज करायी है कि फिनकेयर कंपनी के कलेक्शन मैनेजर ने घर आकर लोन मंजूर होने के नाम पर थंब इंप्रेशन ले लिए और लोन की रकम लेकर फरार हो गया है. महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

क्या है मामला: जिले के देवरी विकासखंड के कई गांवों की आदिवासी महिलाओं ने थाना पहुंचकर फिनकेयर कनेक्शन मैनेजर मनीष दुबे पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. महिलाओं का कहना है कि "कंपनी ने देवरी विकासखंड के रमखिरिया, समनापुर, धुलतरा, सातापेरी और सगरा समेत कई मांगों में कंपनी ने पहले स्व सहायता समूह बनवाए. कंपनी में खाते खुलवाकर स्वरोजगार के लिए लोन देने की बात कही और लोन की कागजी कार्रवाई की.

महिलाओं ने बताया कि "लोन की अर्जी लगवाकर एक दिन मैनेजर मनीष दुबे महिलाओं के घर-घर पहुंचा. लोन की रकम घर पहुंचाने के बहाने पीओएस मशीन पर महिलाओं के थंब इंप्रेशन ले लिए. दो दिन बाद पैसे मिलने की बात कही. महिलाओं ने जब दो दिन बाद पैसे के लिए संपर्क किया, तो पहले तो कलेक्शन मैनेजर मनीष दुबे पैसे ना आने की बात कहकर टालता रहा और जब करीब एक हफ्ता बीत गया, तो महिलाएं कंपनी के दफ्तर पहुंची. दफ्तर जाकर पता चला कि महिलाओं के खाते में लोन का पैसा आ चुका है और कलेक्शन मैनेजर पैसा निकालकर रफूचक्कर हो गया है. बताया जा रहा है कि जिस कलेक्शन मैनेजर पर धोखाधड़ी के आरोप है, उसके पास 600 महिलाओं के खातों की जिम्मेदारी थी.

क्या कहना है कंपनी का: कंपनी के मैनेजर रमाकांत राजपूत का कहना है कि इस मामले में हमने जांच शुरू कर दी है और मुख्य कार्यालय को भी जानकारी दी है कि इस तरह की कितनी महिलाएं है, जिनका कहना है कि कलेक्शन मैनेजर ने उनसे थंब इंप्रेशन लेकर पैसे निकाल लिए हैं. इस मामले में हमेशा हमने खाताधारक महिलाओं को समझाया है कि ना किसी को ओटीपी दें और ना किसी के कहने पर थंब इंप्रेशन लगाए. फिलहाल हम इस मामले की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं. कलेक्शन मैनेजर मनीष दुबे करीब 600 खातों का काम देखते थे, अभी तक हमारे पास 12 महिलाओं के आकर शिकायत दर्ज करायी है. हम मामले की जांच कर रहे हैं कि किस महिला के साथ कितने रूपए की धोखाधड़ी की है.

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क्या कहना है पुलिस का: इस मामले में देवरी के उपनिरीक्षक निशांत भगत का कहना है कि "करीब 19 महिलाओं ने थाने में आवेदन दिया है कि फिनकेयर कंपनी के कलेक्शन मैनेजर मनीष दुबे ने धोखाधड़ी करके लोन की रकम हड़प ली है. इस मामले को जांच में लिया गया है और बैंक से दस्तावेज इकट्ठा किए जा रहे हैं. जांच के अनुसार जो तथ्य सामने आएंगे, वैसी कार्रवाई की जाएगी.

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