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गैंगरेप की शिकार नाबालिग लड़की ने दिया बच्ची को जन्म, अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए आरोपी

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Published : May 28, 2019, 8:44 AM IST

Updated : May 28, 2019, 8:01 PM IST

गैंगरेप की शिकार आदिवासी नाबालिग ने बच्ची को जन्म दिया है. इस मामले में सात आरोपियों में से चार आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तरी नहीं हुई है.

मोनिका शुक्ला, पुलिस अधीक्षक

रायसेन। गैरतगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप का शिकार नाबालिग लड़की ने एक बच्ची को जन्म दिया है. लड़की के परिजनों का कहना है कि उन्होंने गैंगरेप की वारदात के बाद मामले की गैरतगंज थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.

पीड़िता की मां का कहना है कि गैंगरेप की वारादात के दूसरे दिन ही वो बेटी को लेकर थाने शिकायत दर्ज कराने गई थी, लेकिन पुलिसवालों ने उसकी एक भी नहीं सुनी. गैंगरेप की शिकार हुई नाबालिग द्वारा बच्ची को जन्म देने के बाद अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. लड़की के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने बच्ची को जन्म देने के 18 दिन बाद सात में से चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, हालांकि किसी भी आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.

गैंगरेप की शिकार नाबालिग ने दिया बच्ची को जन्म

पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला का कहना है कि जिला अस्पताल से डॉक्टर ने सूचना दी थी कि एक नाबालिग लड़की को डिलीवरी के लिए लाया गया है. इस पर पुलिस ने नाबालिग लड़की के बयान पर मजिस्ट्रेट के सामने रिपोर्ट दर्ज की है. इसी आधार पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.

क्या है पूरा मामला
घटना के दिन पीड़िता अपने घर से शाम को मंदिर के लिए निकली थी, इसी दौरान गांव के ही सात लोग उसे किडनैप कर पंचायत भवन ले गए और वहां पर बारी-बारी कर उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

Intro:एंकर- एक नाबालिग बच्ची जब अपना दर्द सुनाने थाने पहुंचती है तो उसकी एक भी नहीं सुनी जाती है तथा उसको और उसकी माँ को थाने से भगा दिया जाता है उस बच्ची के साथ पुलिस द्वारा यह व्यवहार बहुत दुखदाई तब हो जाता है,जब वह बच्ची मात्र 15 साल की उम्र में मां बन जाती है। यूं तो रायसेन जिले की एसपी भी महिला है मगर शायद उनके दिल में भी इस बच्ची के लिए कोई दर्द नजर नहीं आया तभी तो दुष्कर्म के सातो आरोपी रिपोर्ट लिखे जाने के 18 दिन बाद भी खुले घूम रहे हैं। और पुलिस को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वह दरिंदे ना जाने किस लड़की को अपनी दरिंदगी का शिकार बना ले,पुलिस के पास तो मानो दिल में दया और रहम नाम की चीज ही नहीं है।और गरीब दलित आदिवासियों की सुनने वाला कोई नहीं है ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या रायसेन एसपी श्रीमती मोनिका शुक्ला के दिल में भी मानवीय संवेदनाएं नहीं रह गई है। और आज भी दुष्कर्म करने वाले सातों आरोपी आजाद घूम रहे और यह बच्ची इन अपराधियों की सजा मात्र 15 साल की उम्र में मां बन कर भुगत रही है वही इस आदिवासी रश्मि ने जिस बच्ची को जन्म दिया है उसका भविष्य का क्या होगा यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।पूरा मामला रायसेन जिले के ग़ैरतगंज थाना अंतर्गत आने बाले ग्राम टेकापार खोड़ी में एक 15 वर्षीय आदिवासी नावालिक के साथ 7 लोगो ने पंचायत भवन में दुष्कर्म किया ।दूसरे दिन उसने बच्ची ने अपनी माँ को जानकारी दी तो वह उसे लेकर गैरतगंज पुलिस थाने गई थी।लेकिन उसे बहां से बगैर रिपोर्ट लिखे भगा दिया गया।Body:Vo1-बताया जा रहा है कि पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला तो दर्ज किया है।लेकिन आज 18 दिन से अधिक समय के बाद भी आरोपियो की गिरफ्तारी नही हुई है।पीड़िता की मां का आरोप है कि वह घटना के बाद गैरतगंज थाने गई थी लेकिन उनकी सुनवाई नही हुई। इस घटना के बाद जब 15वर्षीय मासूम के पेट मे दर्द हुआ जिसपर परिबार बालो ने उसको डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने मासूम के साथ हुए दुष्कर्म की बात कही। लेकिन अधिक समय होने के कारण डॉक्टर ने गर्भपात करने से मना कर दिया।इधर 12 मई को नावालिक ने रायसेन शासकीय स्वस्थ केंद्र में बच्चे को जन्मदिया है।पुलिस के अनुसार सूचना मिलते ही मामले को गम्भीरता से लेते हुए व्यानो के अनुसार चारों आरोपियों
संदीप यादव, सलमान ख़ान, बब्लू आदिवासी, कोमल आदिवासी
पर पास्को एक्ट के साथ धारा 376 का मामला दर्ज किया गया है।

Vo2-पीड़िता रश्मि (कृपया नाम बदल लें) जब अपने घर से शाम को मंदिर जा रही थी इसी दौरान पंचायत भवन के पास घात लगाए बैठे गांव के ही सात लोगो ने उसे पंचायत भवन में बंधक बना लिया। और उसके साथ बलात्कार करते रहे। पुलिस ने सिर्फ चार लोगों को ही मामले में आरोपी बनाया है।तीन लोगों को पुलिस क्यों बचा रही है। यह जांच का विषय है।
पीड़िता की मां आरोपियो को सलाखों के पीछे देखकर न्याय की गुहार कर रही है।उनका कहना है कि घटना की जब उनकी बेटी ने दूसरे दिन जानकारी दी तो वह उसे लेकर गैरतगंज पुलिस थाने गई थी।लेकिन उसे बगैर रिपोर्ट लिखे भगा दिया गया। बाद में जब बच्ची ने रायसेन जिला अस्पताल में फीमेल बेबी को जन्म दिया तब पुलिस ने उनसे पूछ ताछ की थी।तब सात लोगो द्वारा इस कुकृत्य की बात बताई। पुलिस ने मगर चार लोगो के खिलाफ ही मामला दर्ज किया है।Conclusion:Vo3-इस मामले में पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला का कहना है कि जिला अस्पताल से डॉक्टर्स ने सूचना दी थी कि एक नाबालिग लड़की को डिलेवरी के लिए लाया गया है।इस पर पुलिस ने नाबालिग लड़की के कथन मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराए।इसी आधार पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।आरोपी अभी फरार है।पुलिस उनकी तलाश कर रही है।शीघ्र ही गिरफ्तारी हो जाएगी।



1बाइट-श्रीमती मोनिका
शुक्ला पुलिस
अधीक्षक रायसेन।

2बाइट-यशपाल सिंह
बाल्यान।
जिला चिकित्सालय।
रायसेन।


3बाइट- पूजा बाई।
पीड़िता की माँ।


4बाइट- रश्मि आदिबासी
पीड़िता।
Last Updated : May 28, 2019, 8:01 PM IST
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