जबलपुर। होली के मौके पर मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है और इसी का फायदा उठाने के लिए मिठाई बनाने वाले मिलावटी मिठाइयां बेचने लगते हैं. इन्हीं मिलावटी मिठाइयों के खिलाफ खाद्य विभाग की कार्रवाई जारी है. मिलावटखोरों के लिए त्यौहार एक सुनहरा मौका होता है और त्योहार के सीजन में मिलावट खोर ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावटी सामान बेचने लगते हैं. होली इनके लिए ऐसा ही एक महत्वपूर्ण त्यौहार है और इसमें सबसे ज्यादा मिलावट दूध और मिठाइयों में की जाती है.
खाद्य विभाग की टीम ने की छापामारी : इसी मिलावट को रोकने के लिए जबलपुर जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम सुबह से ही छापामारी कर रही है. इस कार्रवाई के तहत कई मिठाई की दुकानों में और बहुत सी डेयरी में छापा मारा गया है और खाने-पीने के सामानों के सैंपल लिए जा रहे हैं. खाद्य विभाग की टीम शहर और गांव दोनों इलाकों में सक्रिय हैं. इसमें दूरदराज में बने हुए खाद्य प्रसंस्करण के कारखानों पर भी छापा मारा जा रहा है, क्योंकि जबलपुर में त्योहार के दिनों में नकली पनीर नकली घी और नकली मावा कई बार पकड़ाया जा चुका है. इसलिए खाद्य विभाग और प्रशासन को यह कवायद करनी पड़ रही है.
भोपाल भेजे जाते हैं नमूने : खाद्य विभाग खाने के सामान के नमूने ले रहा है और इनको भोपाल प्रयोगशाला में भेजा जाता है. हालांकि इनकी रिपोर्ट आने में समय लगता है लेकिन रिपोर्ट आने के बाद कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. इस बीच में भ्रष्टाचार होने की संभावना भी पूरी पूरी होती है. जबलपुर में भी खाद्य विभाग की एक बड़ी प्रयोगशाला का भवन तैयार है, लेकिन अब तक इसमें वैज्ञानिक नहीं आए हैं. इसलिए फिलहाल नमूनों को भोपाल भेजकर ही जांच करवानी पड़ रही है. सिंथेटिक डेरी प्रोडक्ट नकली दूध बनाने में डिटर्जेंट का प्रयोग किया जाता है.