इंदौर। शहर को यूनेस्को की धरोहर में शामिल करने के प्रयास कोरोना कॉल के पहले तत्कालीन इंदौर कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव द्वारा शुरू किए गए थे. इसके बाद कोरोना संक्रमण शुरू होते ही तत्कालीन कलेक्टर के प्रयास विफल हो गए थे, यह पहला मौका है जब देश में कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद सामान्य हालातों में एक बार फिर होली के बाद रंगारंग गेर निकाले जाने की तैयारी है. लिहाजा पूर्व के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी द्वारा कलेक्ट्रेट में बैठक की गई. जिसमें तय किया गया कि रंग पंचमी की परंपरागत गेर के संबंध में पूर्ण दस्तावेजों के साथ पुख्ता प्रस्ताव तैयार कर यूनेस्को टीम को भेजा जायेगा.
गेर को लेकर कलेक्ट्रेट में बैठक: लिहाजा 12 मार्च के पहले दस्तावेजीकरण के लिये विभिन्न माध्यमों से दस्तावेज एकत्र किये जाएंगे. गेर को लेकर फोटोग्राफी प्रतियोगिता इंदौर टूरिज्म प्रमोशनल काउंसिल के माध्यम से आयोजित की जाएगी. आज आयोजित बैठक में गेर आयोजन के संबंध में व्यवस्थाओं पर चर्चा की गयी. गेर आयोजकों से उनके सुझाव भी लिये गये. इस दौरान बताया गया कि रंगपंचमी पर टोरी कार्नर महोत्सव समिति, संगम कार्नर, मॉरल क्लब, रसिया कार्नर, राधाकृष्ण फाग यात्रा, श्री कृष्ण फाग यात्रा, संस्था संस्कार, बाणेश्वर समिति, माधव फाग यात्रा आदि द्वारा गेर/फाग यात्रा निकाली जाएगी. इसके अलावा अन्य संस्थाओं द्वारा भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रंगारंग गेर निकाली जाएंगी.
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गेर के संबंध में प्रमाण मांगे: इंदौर की गेर को यूनेस्को हेरीटेज में शामिल कराने के लिए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी (Indore Collector Dr. Ilaiyaraaja T) ने कहा कि "जिनके पास भी गेर के संबंध में दस्तावेज हो, वे कलेक्टर कार्यालय में जमा करा सकतें हैं''. उन्होंने कहा कि ''इस बार दस्तावेजी करण पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। फोटोग्राफ, वीडियो सहित अन्य दस्तावेजों का संग्रहण होगा''.