दमोह। गंगा जमुना स्कूल में हिजाब से शुरू हुआ विवाद इस समूह के संचालकों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. राज्य सरकार के सीधे हस्तक्षेप के बाद अब अधिकारी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. पिछले 4 दिन से जारी जीएसटी की कार्रवाई में एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. सोमवार देर रात जीएसटी ने अपनी प्रारंभिक जांच का पहला दौर पूरा कर लिया है. अब दूसरे राउंड की कार्रवाई के लिए दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. बताया जाता है कि टैक्स चोरी के दस्तावेज लगातार टीम के हाथ लग रहे हैं.
दस्वावेजों की जांच जारी : गौरतलब है कि 4 दिन पूर्व सागर, जबलपुर तथा दमोह की जीएसटी टीम ने गंगा जमुना समूह के विभिन्न प्रतिष्ठानों गंगा जमुना फैशन, हार्डवेयर, बीड़ी उद्योग, पेट्रोल पंप, धर्म कांटा सहित कई जगह एक साथ छापामार कार्रवाई की थी. 50 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा लगातार कार्रवाई कर गंगा जमुना समूह के संचालकों पर 78 लाख से ज्यादा रिकवरी निकाली गई है. सागर से आए जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर राघवेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि सागर, जबलपुर और दमोह की टीमों ने नौ फर्मों पर छापा मारा था.
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एक फर्म में कोई काम नहीं मिला : जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर राघवेंद्र सिंह ने बताया कि अभी 8 फर्म पर एक्टिव हैं. एक फर्म पर कोई कामकाज नहीं हो रहा है.अभी तक जो प्रारंभिक जांच की है. उसमें तेंदूपत्ता पर 18 पर्सेंट जीएसटी लगता है एवं कपड़ा, हार्डवेयर आदि पर 78 लाख 68 हजार 965 रुपए जमा कराया गया है. अभी कार्रवाई खत्म नहीं हुई है. आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी. करीब 50 से अधिक कर्मचारी इस कार्य में संलग्न हैं. उम्मीद जताई जा रही है अभी व्यापक स्तर पर कर चोरी पकड़ी जाएगी.