भोपाल। लाड़ली बहना के जरिए विधानसभा चुनाव में बंपर जीत दर्ज करा चुकी बीजेपी अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. बीजेपी अब सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों के साथ सेल्फ हेल्प ग्रुप को जोड़ने की रणनीति बना रही है. केवल मध्यप्रदेश में 4 लाख 78 हजार से ज्यादा सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए 57 लाख से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हुई हैं. जिन्हें बीजेपी अब लोकसभा चुनाव में पार्टी के कोर वोटर के रूप में खड़ा करने की तैयारी में है.
मजबूत वोट बैंक पर नजर : शिवराज सरकार के पूरे कार्यकाल में सभाओं में सरकारी भीड़ की तरह लाए जाते रहे सेल्फ हेल्प ग्रुप पर अब बीजेपी की निगाह है. पार्टी इन सेल्फ हेल्प ग्रुप को अपना मजबूत वोटर बनाने की तैयारी में है. लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में हुई बैठक में जिन वोटर्स पर खास निगाह रखने को कहा गया है, उनमें केन्द्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हो रहे लाभार्थियों के बाद दूसरा नंबर स्वसहायता समूहों के सदस्य का है. लोकसभा चुनाव को लेकर अब बीजेपी केन्द्र सरकार की तमाम योजनाओं के लाभार्थियो पर भी फोकस कर रही है. बीजेपी इन लाभार्थियों को भी अपना मजबूत वोट बैंक मानकर चल रही है.
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सेल्फ हेल्प ग्रुप कितने मजबूत : बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हितेश वाजपेयी का कहना है कि जिसके पूरे जीवन में बीजेपी सरकार की योजनाओं से बदलाव आया है वो तो यूं भी पार्टी का स्वाभाविक और मजबूत वोटर है. पीएम मोदी की योजनाएं देश के आम आदमी की बुनियादी जरूरतों को पूरा कर रही हैं. जिनमें रोजी-रोटी के साथ मकान और स्वास्थ्य सुविधाएं सबसे ऊपर हैं. अकेले मध्यप्रदेश में 4 लाख 78 हजार से ज्यादा सेल्फ हेल्प ग्रुप हैं. जिनके जरिए 57 लाख से ज्यादा महिलाएं समूह से जुड़ी हैं. एमपी के विधानसभा चुनाव ने ये बता दिया कि यूं भी महिलाएं बीजेपी का सबसे मजबूत वोटर हैं.