बालाघाट। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कलेक्टर दीपक आर्य ने श्रावण मास में प्रत्येक सोमवार को वैनगंगा नदी, बालाघाट स्थित शंकरघाट मंदिर और लांजी स्थित कोटेश्वर धाम मंदिर को बंद रखने के आदेश दिए हैं. यह आदेश जिले में तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है. इस आदेश का उल्लंघन करने पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 188, आपदा अधिनियम एवं महामारी अधिनियम के अंतर्गत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल श्रावण मास में वैनगंगा नदी, शंकरघाट मंदिर और कोटेश्वर धाम मंदिर में श्रद्धालुओं का ज्यादातर संख्या में आगमन होता है. श्रावण मास में इन मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा शिवलिंग का जलाभिषेक करने और दर्शन की परंपरा रही है. मंदिरों में मेले का आयोजन होने के साथ पूजन सामग्री का क्रय-विक्रय भी होता है. मंदिरों में अधिक संख्या में लोगों के आने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होगा और कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा. जिसको लेकर जिला कलेक्टर ने इन मंदिरों को सोमवार के दिन बंद रखने के आदेश दिए हैं.
कावड़ यात्रा भी प्रतिबंधित
वैनगंगा नदी, शंकरघाट मंदिर और कोटेश्वर धाम मंदिर में आम जन के लिए आगामी आदेश तक हर सोमवार को दर्शन, पूजा अर्चना के लिए बंद रखा जाएगा. मंदिर में पूजा, आरती और अन्य व्यवस्थाएं निर्धारित समय पर किए जाने के लिए समिति के नामांकित सदस्यों को प्रवेश की अनुमति रहेगी.
सप्ताह के अन्य दिनों में पूर्व में जारी दिशा निर्देशों के तहत मंदिर में पूजा और दर्शन की व्यवस्था यथावत रहेगी. सोमवार के दिन मंदिर प्रांगण में कोई भी हाट बाजार और मेले की अनुमति प्रबंधित रहेगी. मंदिर के आसपास सार्वजनिक स्नान और किसी भी प्रकार के विसर्जन पर प्रतिबंध रहेगा. श्रावण मास के दौरान जिले में कावड़ यात्रा प्रतिबंधित रहेगी और शंकरघाट, बालाघाट और कोटेश्वर धाम लांजी में कोई कावड़ यात्रा नहीं जाएगी.