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ग्वालियर के अस्पताल में हो रहा था यह अवैध काम, स्वास्थ्य विभाग की छापामार कार्रवाई से उड़े होश

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Published : Feb 5, 2022, 12:47 PM IST

ग्वालियर में जिला प्रशासन की टीम ने अवैध गर्भपात की सूचना पर शहर के एक निजी अस्पताल (raid on gwalior private hospital) पर छापा मारा. जहां टीम को अस्पताल से रजिस्टर, रसीद, गर्भपात करने वाले उपकरण और अनट्रेंड स्टाफ मौजूद मिला. हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है. पीसी एंड PNDT एक्ट के तहत अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है.

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ग्वालियर एसएन अस्पताल

ग्वालियर। ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में गर्भपात की सूचना पर जिला प्रशासन की टीम ने छापामार (raid on gwalior sn hospital) कार्रवाई की है. हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है. पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है. प्रशासन की टीम ने छापेमार कार्रवाई से पहले पुष्टि के लिए अस्पताल में गर्भपात कराने के लिए एक महिला को भेजा था. जिससे गर्भपात के लिए पचास हजार रुपए की मांग की गई बाद में सौदा 16 हजार रुपए में तय हो गया.

अवैध गर्भपात की सूचना पर प्रशासन का हॉस्पिटल पर छापा

16 हजार में तय हुआ गर्भपात का सौदा

जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि उपनगर मुरार के गर्ल्स कॉलेज के सामने स्थित एसएन हॉस्पिटल में अवैध तरीके से महिलाओं का गर्भपात कराया जाता है. टीम ने मामले की पुष्टि के लिए एक महिला को अबॉर्शन के लिए भेजा गया था. जिससे 16 हजार रुपए में सौदा तय हो गया. लेकिन बाद में अस्पताल प्रबंधन को महिला पर शक हुआ तो गर्भपात करने से मना कर दिया. लेकिन इसी दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम जब अस्पताल पहुंची तब वहां कोई ट्रेंड डॉक्टर नहीं मिला. न ही अस्पताल के पास गर्भपात कराने के लिए उचित पंजीयन था. टीम ने अस्पताल से रजिस्टर, रसीद, एबॉर्शन में काम आने वाले उपकरण सहित अन्य कागजात जब्त कर लिए हैं.

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हॉस्पिटल को किया सील

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसएन हॉस्पिटल को सील कर दिया है. पीसी एंड PNDT एक्ट के तहत अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है. अस्पताल धर्मवीर दिनकर का बताया जाता है. यहां डॉ रजनी अग्रवाल नामक महिला चिकित्सक अपनी सेवाएं देने आती थी. परन्तु छापामार कार्रवाई के दौरान कोई भी चिकित्सक अस्पताल में नहीं मिला है. नोडल अधिकारी पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट नीलम सक्सेना का कहना है कि अस्पताल का पूरा रिकॉर्ड देखा जा रहा है. ​ऐसा लगता है कि यहां पहले भी कई गर्भपात किए जा चुके हैं. इसकी पुष्टि होने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जा सकता है.

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