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ओमीक्रॉन मचाएगा तबाही?(Dangerous Omicron) कोरोना की तीसरी लहर से कैसे बचें (Omicron protection), बच्चों के लिए कितना खतरा? MP में विदेश से आने वालों पर नज़र

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Published : Dec 8, 2021, 2:20 PM IST

Updated : Dec 8, 2021, 6:27 PM IST

कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के देश में दस्तक देने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं. 2 दिसंबर को कर्नाटक में ओमीक्रॉन के 2 केस आने के साथ ही मध्यप्रदेश सरकार ने इससे निपटने के लिए कमर कस ली है. बता दें कि 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में पाए जाने के एक हफ्ते के अंदर ही ओमिक्रॉन भारत, अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के 29 देशों में दस्तक दे चुका है. क्या ओमीक्रॉन से डरने की ज़रूरत है, कैसे ओमीक्रॉन से होगा बचाव (Omicron protection), क्या ओमीक्रॉन से आएगी तीसरी लहर (Corona third wave). ऐसे कई सवाल लोगों को डरा रहे हैं.

Dangerous Omicron
ओमीक्रॉन मचाएगा तबाही

भोपाल । कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद सरकार की चिंता बढ़ गई है. मध्यप्रदेश में 24 घंटे में कोरोना के 14 पॉज़िटिव मामले सामने आए हैं. भोपाल में ही 7 पॉज़िटिव केस आए हैं जिनमें ब्रिटेन और कनाडा से लौटे 2 लोग भी शामिल हैं. इंदौर में 6 और बैतूल में भी एक व्यक्ति कोविड पॉज़िटिव मिला है.कोरोना के मामले बढ़ने और ओमीक्रॉन वेरिएंट के पैर पसारने के बाद आम लोगों में डर बढ़ता जा रहा है. 4 दिसंबर को एक व्यक्ति यूके और दूसरा कनाडा से लौटा था जबकि तीसरा व्यक्ति जर्मनी से आया था. इनके सैम्पल्स जीनोम सीक्वेन्सिंग के लिए भेजे गए हैं. ओमीक्रॉन की आशंका के बीच विदेश से आने वाले लोगों की मध्यप्रदेश में ट्रैकिंग और ट्रेसिंग तेज़ कर दी गई है.मध्यप्रदेश में ओमीक्रॉन के खतरे से निपटने के लिए CM शिवराज सिंह चौहान ने पूरी कैबिनेट को उतार दिया है. कितना घातक है ओमीक्रॉन वेरिएंट?, क्यो ओमीक्रॉन वेरिएंट के चलते देश में तीसरी लहर की आशंका है?, ओमीक्रॉन वेरिएंट से निपटने के उपाय क्या हैं? ऐसे बहुत से सवाल हैं जो आम लोगों के मन में उठ रहे हैं. ओमीक्रॉन को लेकर अलग अलग थ्योरी भी दी जा रही हैं, सच क्या है आइए जानते हैं.

कितना घातक है ओमीक्रॉन वेरिएंट? (Dangerous Omicron)

दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट ओमीक्रॉन ने दुनिया के माथे पर बल पैदा कर दिया है. देश में ओमीक्रॉन के अब तक 20 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं.ओमिक्रॉन वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार डेल्टा वेरिएंट से कहीं ज़्यादा तेज़ है.वैज्ञानिक इसकी वजह तेज़ म्यूटेशन(Mutation) यानी अपनी संरचना या व्यवहार को बदलना बताते हैं. हालांकि ओमीक्रॉन से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है लेकिन इसकी तीव्रता को लेकर रिसर्च जारी है. हालांकि कमज़ोर इम्युनिटी वालों के लिए इसे खतरनाक माना जा रहा है.

ओमीक्रॉन ला सकता है तीसरी लहर? (Omicron third wave)

कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओमीक्रॉन वेरिएंट के संक्रमण को तेज़ी से फैलाने की क्षमता के चलते तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं.IIT कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल (IIT Prof Manindra Agrawal) के मुताबिक ओमीक्रॉन वेरिएंट के चलते भारत में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत जनवरी में होगी और फरवरी में ये पीक पर पहुंचेगी. इस दौरान देश में रोज़ाना एक से डेढ़ लाख लोग संक्रमित होंगे.

कितनी खतरनाक होगी कोरोना की तीसरी लहर? (Deadly third wave)

प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल के मुताबिक भारत में तीसरी लहर तो आएगी लेकिन इसका संक्रमण mild यानी साधारण होगा इसलिए ओमीक्रॉन को लेकर घबराने की ज़रूरत नहीं है. जिन लोगों को एक बार कोरोना हो चुका है उनके अंदर एक अच्छी नेचुरल इम्यूनिटी विकसित हो चुकी है. ऐसे लोगों को कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट से खतरा नहीं है. प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट की वजह से आने वाली कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह खतरनाक नहीं होगी.

क्या हैं ओमीक्रॉन वेरिएंट के लक्षण?

दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ.एंजेलिक कोएत्जी ने ओमीक्रॉन के लक्षणों के बारे में बताया है. डॉ कोएत्ज़ी के मुताबिक ओमीक्रॉन के लक्षणों में

1.ज़रूरत से ज्यादा थकान

2.मांसपेशियों में हल्का दर्द

3.सिरदर्द या शरीर में दर्द

3.गले में खराश और सूखी खांसी

4. कुछ मामलो में हल्का या तेज़ बुखार

5. ओमीक्रॉन में स्वाद या गंध नहीं जाती है

ओमीक्रॉन से कैसे बचें? (Omicron protection)

डॉ.एंजेलिक कोएत्जी के मुताबिक मरीज़ को अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं है, वो बिना भर्ती हुए ही पूरी तरह से ठीक हो सकता है.बता दें कि उन्होंने पिछले 10 दिनों में अपरीचित लक्षणों वाले 30 से ज्यादा कोविड-19 रोगियों का इलाज किया है। उन्होंने बताया है कि मरीज के लक्षण डेल्टा वेरिएंट से काफी अलग हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओमीक्रॉन से घबराने की ज़रूरत नहीं है. आइए जानते हैं इससे बचाव के क्या उपाय किए जा सकते हैं.

  1. ओमीक्रॉन से बचाव के लिए सबसे ज़रूरी है टीकाकरण (Covid Vaccination)
  2. जिन लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज़ नहीं लिए हैं उन्हें फौरन लेना चाहिए
  3. नए स्ट्रेन से बचने के लिए सावधानी अब भी ज़रूरी
  4. भीड़ भाड़ वाली जगहों पर मास्क (Mask) ज़रूर पहनें
  5. सोशल डिस्टनेसिंग(Social Distancing) का पालन करें
  6. हाथों को नियमित रूप से धोते रहें
  7. ओमीक्रॉन से लड़ने के लिए WHO का बूस्टर डोज़ पर विचार

जिन लोगों को कोरोना हो चुका है या जिनका वैक्सीनेशन हो चुका है उन्हें अगर ओमीक्रॉन का संक्रमण होता भी है तो भी जान का खतरा नहीं होगा.

बच्चों के लिए कितनी खतरनाक ओमीक्रॉन?

World Health Organisation (WHO) ने बताया है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट 5 से 14 साल के बच्चों को ज़्यादा संक्रमित कर रहा है जिसने पैरेंट्स की चिंता बढ़ा दी है. लेकिन IIT कानपुर के प्रोफेसर फणीन्द्र अग्रवाल दावा करते हैं कि बच्चों पर इसका घातक असर होने की आशंका बेबुनियाद है. उनका कहना है कि बच्चों की इम्यूनिटी इससे मुकाबला करने में कामयाब हो सकेगी. हालांकि भारत में अभी 18 साल से कम वालों के लिए वैक्सीनेशन का दरवाज़ा नहीं खुला है

ओमीक्रॉन से मुकाबले को तैयार मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश में भी ओमीक्रोन को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने सभी मंत्रियों को एक हफ्ते के अंदर प्रभार के जिलों में अस्पतालों का निरीक्षण करने को कहा. वैक्सीन की दूसरी डोज़ के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए अभियान चलाना है.फिलहाल मध्यप्रदेश में 8.75 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है. बुधवार को टीकाकरण का महाअभियान चलाने का फैसला किया गया है. ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करने को कहा गया है और सुनिश्चित करना है कि ऑक्सीजन की कमी न हो.

Last Updated :Dec 8, 2021, 6:27 PM IST
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