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कुख्यात नक्सली बैलून सरदार ने किया सरेंडर, एरिया कमांडर सूरज ने भी छोड़ी जरायम की दुनिया

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Published : Nov 8, 2021, 1:56 PM IST

Updated : Nov 8, 2021, 6:34 PM IST

हार्डकोर नक्सली अनिल दा के मारक दस्ते के सदस्य और एरिया कमांडर सूरज सरदार, उसकी पत्नी गीता मुंडा और बैलून सरदार ने आत्मसमर्पण कर दिया है.

रांची
बैलून सरदार सहित तीन सक्रिय नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण

रांची: झारखंड पुलिस को सोमवार को बड़ी कामयाबी मिली है. रांची, चाईबासा, सरायकेला, खूंटी जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत का पर्याय रहे नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की केंद्रीय कमेटी के सदस्य अनिल दा की टीम के तीन एरिया कमांडर ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.

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बता दें कि माओवादी सेंट्रल कमेटी मेंबर और इनामी हार्डकोर नक्सली अनिल दा के मारक दस्ते के सदस्य और एरिया कमांडर सूरज सरदार, उसकी पत्नी गीता मुंडा और एरिया कमांडर बैलून सरदार ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का संकल्प लिया है. डीआईजी कार्यालय में नई दिशा एक नई पहल के तहत इन उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण के दौरान पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमोल वी होमकर, डीआईजी रांची क्षेत्र पंकज कंबोज,डीआईजी कोल्हान प्रक्षेत्र असीम विक्रांत मिंज सहित पुलिस के कई अधिकारी मौजूद थे.

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झारखंड पुलिस ने जताई खुशी

डीआईजी रांची कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सरेंडर करने वाले तीनों नक्सलियों ने पुलिस पर विश्वास जताया. इस दौरान आईजी ऑपरेशन अमोल वी होमकर ने सभी नक्सलियों को गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया और सरकार द्वारा आत्मसमर्पण नीति के तहत मिलनेवाली सारी सुविधा दिलाने का वादा किया.

इस अवसर पर आईजी ऑपरेशन ने रांची, खूंटी,चाईबासा आदि क्षेत्र में सक्रिय माओवादी अनिल दा दस्ते के तीन-तीन एरिया कमांडर के आत्मसमर्पण करने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन और सरकार की आत्मसमर्पण नीति से बदलाव आ रहा है.

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एक दर्जन से अधिक घटनाओं में शामिल थे ये नक्सली

रांची, खूंटी, चाईबासा और सरायकेला में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य की टीम के साथ तीनों नक्सली घटनाओं को अंजाम देते थे. इन तीनों नक्सलियों पर 1 दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं. पुलिस को कई कांडों में इनकी तलाश थी.

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इन कांडों में पुलिस को थी तलाश

1. 3 मई 2019 की रात में खरसावां थाना अंतर्गत चांदनी चौक स्थित भाजपा कार्यालय को आईईडी लगाकर उड़ाने का मामला

2.19/05/2019 को खरसावां थाना के सुरू डैम की सुरक्षा के लिए हुडंगदा पुलिस पिकेट से सुरू डैम जा रही पुलिस पार्टी पर घात लगाकर आईईडी ब्लास्ट कर हमला करने का मामला. इसमें 2 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे एवं एक नक्सली प्रदीप स्वांसी भी मारा गया थास जिसकी डेड बॉडी माओवादी साथ लेकर चले गए थे.

3. 28-5-2019 को कुचाई थाना अंतर्गत रायसिंदरी पहाड़ पर अभियान में निकली पुलिस पार्टी पर घात लगाकर आईईडी ब्लास्ट कर हमला करने का मामला. इसमें कोबरा बटालियन एवं झारखंड जगुआर के 15 पदाधिकारी एवं जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

4.14-6 -2019 को तिरूलडीह थाना अंतर्गत कुकडू हाट में पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला करने का मामला. इसमें पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी के 5 कर्मियों को गोली एवं चाकू मारकर हथियार लूट लिए गए थे. इस घटना में 5 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे.

5. 28 नवंबर 2019 को कुचाई थाना अंतर्गत रायसिंदरी पहाड़ क्षेत्र में विधानसभा चुनाव को लेकर अभियान पर निकली पुलिस पार्टी पर घात लगाकर चैलेंजर बम से हमला करने की कोशिश के दौरान मुठभेड़ का मामला.

6. 8 अप्रैल 2020 को रायजामा पुलिस पिकेट से आरओपी में निकली पुलिस पार्टी पर कांटागोड़ा के पास घात लगाकर आईईडी एवं चैलेंजर बम ब्लास्ट से हमला.

7. 23 मई 2020 को खरसावां थाना अंतर्गत रायजामा गांव के एक दंपती मंगल सरदार एवं लखमणि सरदार को उसके घर पर ही रात्रि में पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाकर गोली मारकर हत्या करने का मामला.

8. 7 फरवरी 2021 को टोकलो थाना अंतर्गत लांजी पहाड़ में अभियान पर निकली पुलिस पार्टी पर घात लगाकर हमला करने का मामला. इसमें पुलिस के साथ लगातार दो दिन मुठभेड़ हुई पुलिस को भारी पड़ता देख दस्ता भाग निकला. इस मुठभेड़ में माओवादियों का पिट्ठू बैग एवं अन्य महत्वपूर्ण सामग्री पुलिस ने जब्त किया था.

9. 4 मार्च 2020 को चाईबासा के टोकलो थाना अंतर्गत लांजी पहाड़ से पुलिस पार्टी की अदला-बदली के दौरान पुलिस पार्टी पर घात लगाकर चैलेंजर बम ब्लास्ट कर हमले का मामला. इसमें झारखंड जगुआर के 3 जवान शहीद हो गए थे.

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प्रलोभन देकर शामिल किया था दस्ते में

इन तीनों नक्सलियों के आत्मसमर्पण से तमाम आपराधिक वारदातों की वास्तविकता एवं नक्सली संगठनों के गतिविधि की जानकारी पुलिस के हाथ लगने की संभावना है. आत्मसमर्पण कर रहे माओवादियों ने बताया कि अनिल दा दस्ता इन लोगों के गांव के आसपास रहता था, जहां सुरू डैम से गांव डूब जाने का भय दिखाकर एवं प्रलोभन देकर 2017 में इन्हें पार्टी में शामिल किया गया था .

लड़कियों के साथ होती है माओवादी संगठन में दरिंदगी

आत्मसमर्पण करनेवाली गीता ने बताया कि संगठन के अंदर लड़कियों के साथ दरिंदगी होती है. दुष्कर्म के साथ कई तरह से उत्पीड़न किया जाता है. अप्रैल महीने में उसने सूरज सरदार से शादी कर पार्टी छोड़ने का मन बनाया. धीरे-धीरे उसके गांव के दो युवक की पुलिस मुखबिरी के नाम पर हत्या कर दी गई जिसके बाद उसने तय किया कि वो अब अपराध की दुनिया में नहीं रहेंगे

Last Updated :Nov 8, 2021, 6:34 PM IST
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