प्रधानमंत्री मोदी का झारखंड दौरा, 14 नवंबर की देर शाम पहुंचेंगे रांची, जोर-शोर से चल रही है स्वागत की तैयारी
Published: Nov 13, 2023, 12:25 PM


प्रधानमंत्री मोदी का झारखंड दौरा, 14 नवंबर की देर शाम पहुंचेंगे रांची, जोर-शोर से चल रही है स्वागत की तैयारी
Published: Nov 13, 2023, 12:25 PM

झारखंड राज्य स्थापना दिवस पर पीएम मोदी झारखंड दौरे पर आ रहे हैं. झारखंड दौरे को लेकर एक तरफ जहां प्रशासनिक तैयारियां तेजी से चल रही है वहीं भाजपा कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटी है. रांची में तैयारी को लेकर विभिन्न सड़कों और दीवारों के रंग रोगन का कार्य किया जा रहा है.
रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 नवंबर की शाम रांची आ रहे हैं. 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के दिन खूंटी के उलिहातू स्थित भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली जाएंगे. उनके रांची आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद की जा रही है.एसपीजी की टीम रांची पहुंच चुकी है. एयरपोर्ट से राजभवन तक जाने वाली सड़क के डिवाडर का रंग रोगन किया जा रहा है. उनके स्वागत के लिए जगह-जगह बैनर और पोस्टर लगाए जा रहे हैं.
पीएम मोदी के रांची आगमन को यादगार बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता विशेष तैयारी में जुटे हैं. भाजपा ऑफिस में एक बैठक भी हुई है. इधर बिरसा चौक से अरगोड़ा चौक तक दोनों ओर बैरिकेडिंग की जा रही है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट से राजभवन जाते वक्त सड़क के दोनों ओर भाजपा के कार्यकर्ता और आम लोग जुटेंगे और उनका अभिवादन करेंगे. एक तरह से इसे रोड शो भी कहा जा सकता है. रांची आगमन पर राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनका स्वागत करेंगे. इस दौरान भाजपा के कई नेता भी वहां मौजूद रहेंगे. अभी तक की जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी विशेष विमान से रात्रि 9 बजे रांची पहुंचेंगे.
साल 2019 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब पीएम मोदी रांची के राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे. इससे पहले वह 24 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रांची आए थे. तब उन्होंने एयरपोर्ट से बिरसा चौक तक रोड शो और बिरसा चौक पर भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था. लेकिन बिरसा चौक से राजभवन जाते वक्त उनकी गाड़ी के भीतर की लाइट जल रही थी. उस दौरान सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों का उन्होंने हाथ जोड़कर अभिवादन किया था. अगले दिन वह लोहरदगा में चुनावी सभा को संबोधित करने रवाना हो गये थे. उनके रांची आगमन का चुनाव पर असर भी पड़ा था. तब पहली बार भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे संजय सेठ को जबरदस्त जीत मिली थी. उनको कई बार के भाजपा सांसद रहे रामटहल चौधरी का टिकट काटकर प्रत्याशी बनाया गया था.
