ETV Bharat / state

थोड़ी खुशी, थोड़ा गम, कुछ ऐसा गुजरा झारखंड कांग्रेस के लिए साल 2023...

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 29, 2023, 4:04 PM IST

Updated : Dec 31, 2023, 3:28 PM IST

Year 2023 for Jharkhand Congress. साल 2023 झारखंड कांग्रेस के लिए कुछ उठा-पटक जैसा रहा. पार्टी के लिए यह साल कुछ अच्छी खबर लेकर आया तो कुछ बुरी खबरों ने भी पार्टी के नेताओं को चिंता में डाल दिया. उन्हीं घटनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं.

Year 2023 for Jharkhand Congress
Year 2023 for Jharkhand Congress

रांची: साल 2023 की विदाई और साल 2024 के आगमन की घड़ी आने वाली है. ऐसे में हर किसी की तरह राजनीतिक दलों के नेता भी यह हिसाब लगाने में जुटे हैं कि मौजूदा साल उनके लिए कैसा रहा और उन्हें 2024 से क्या उम्मीदें हैं. राज्य की सत्ता में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस भी इसके आकलन में जुटी है .

प्रदेश कांग्रेस के लिए साल 2023 की बात करें तो यह साल पार्टी के लिए मिला-जुला रहा. साल 2023 में हुए रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा और पार्टी सत्ता में होने के बाद भी सीट नहीं बचा पाई. 2023 झारखंड कांग्रेस के लिए गुटबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के लिए भी याद रखा जाएगा. कांग्रेस को प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले प्रदेश महासचिव आलोक दुबे, राजेश गुप्ता, सचिव साधु शरण यादव और लाल किशोर नाथ शाहदेव को छह साल के लिए निलंबित करने की कार्रवाई करनी पड़ी.

बूथ से लेकर जिला कमेटी का गठन: वर्ष 2023 झारखंड कांग्रेस के लिए इस मायने में संतोषजनक रहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में राज्य में साल भर का संगठन सशक्तिकरण कार्यक्रम चलाया गया. जब राज्य में राजनीतिक मामलों की समिति और अनुशासन समिति का गठन किया गया, तो कई विभागों के पार्टी पदाधिकारियों के रिक्त पद भरे गए. वहीं, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं में नेतृत्व विकास के लिए एलडीएम कार्यक्रम को एक मिशन के रूप में चलाया गया.

चलाया गया 'आ अब लौट चले' कार्यक्रम: इस साल उन कांग्रेस नेताओं की वापसी के लिए 'आब अब लौट चले' कार्यक्रम चलाया गया, जिन्होंने किसी कारण से पार्टी छोड़ दी थी, जबकि 'हाथ से हाथ जोड़ो' कार्यक्रम भी चलाया गया. पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव और हजारीबाग के कद्दावर नेता मुन्ना सिंह की पार्टी में घर वापसी हुई.

पार्टी पदाधिकारियों को बोर्ड निगम में मिली जगह: साल 2023 कांग्रेस के लिए इस मायने में भी यादगार रहा क्योंकि इस साल महागठबंधन सरकार में हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड, झारखंड राज्य आवास बोर्ड, झारखंड राज्य गौ सेवा आयोग, कृषि विपणन बोर्ड, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग, युवा आयोग में पार्टी पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण पद मिले. 15 सूत्री और 20 सूत्री में पार्टी नेताओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व भी मिला.

कई मुद्दों पर आक्रामक रही कांग्रेस: सत्ता में आने के बावजूद कांग्रेस पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और अडानी मुद्दे पर काफी मुखर रही. महंगाई के मुद्दे पर एसबीआई, एलआईसी दफ्तर और राजभवन पर प्रदर्शन कर जनता की आवाज बुलंद की. जनता की समस्याओं के समाधान के लिए पार्टी कार्यालय में प्रत्येक सोमवार को जनसुनवाई कार्यक्रम शुरू किया गया. 2023 खत्म होने से ठीक पहले प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को भी बदल दिया गया. गुलाम अहमद मीर को राज्य का नया कांग्रेस प्रभारी बनाया गया है.

2024 के लिए कांग्रेस का लक्ष्य: साल 2024 झारखंड कांग्रेस के लिए बेहद अहम है. इस साल लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के साथ-साथ पार्टी पर विधानसभा चुनाव 2024 में अपना प्रदर्शन बेहतर करने और महागठबंधन को फिर से सत्ता में लाने का दबाव है.

यह भी पढ़ें: नया साल-नई उम्मीदः वर्ष 2023 में बदलाव के दौर से गुजरता रहा झारखंड बीजेपी

यह भी पढ़ें: आदिवासी-दलितों को अब 50 साल की उम्र से मिलेगा पेंशन, सीएम ने मोरहाबादी से की घोषणा

यह भी पढ़ें: सुदेश महतो ने हर मोर्चे पर महागठबंधन की सरकार को बताया फेलः कहा- हेमंत सरकार के 04 वर्ष, विश्वासघात का निष्कर्ष और 2024 विदाई का वर्ष

Last Updated : Dec 31, 2023, 3:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.