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जेलों पर भार बने साइबर अपराधी, देवघर जेल का हर चौथा कैदी साइबर फ्रॉड, दो महीने में झारखंड से खत्म होगा साइबर अपराध

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 9, 2023, 5:38 PM IST

Updated : Dec 9, 2023, 6:43 PM IST

Cyber criminals burden on jails
Cyber criminals burden on jails

Cyber criminals burden on jails. झारखंड के साइबर और अपराध से प्रभावित जिलों के जेलों में साइबर अपराधी मुसीबत बन गए हैं. झारखंड के जामताड़ा, देवघर, गिरिडीह और धनबाद जैसे जेलों में बन्द कैदियों में से आधी संख्या साइबर अपराधियों की है. लगातार हो रही कार्रवाई की वजह से साइबर अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच रहे हैं. आलम यह है कि साइबर अपराधियों की वजह से जेल में क्षमता से अधिक कैदी हो गए हैं. देवघर जेल में तो हर चौथा कैदी साइबर अपराधी है. Figures of arrests of cyber criminals.

जानकारी देते सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता

रांची: क्या आप जानते हैं कि झारखंड से पिछले 6 महीने में कितने साइबर अपराधी गिरफ्तार हुए हैं. गिरफ्तारी के आंकड़े सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. सीआईडी के आंकड़े बताते हैं कि मात्र तीन जिलों देवघर, गिरीडीह और जामताड़ा से पिछले 6 महीने में 1250 साइबर अपराधी जेल गए हैं. भारी संख्या में साइबर अपराधियों के गिरफ्तार होने की वजह से आलम यह है कि इन जेल में आधे से अधिक संख्या साइबर अपराधियों की हो गई है. सबसे बुरी स्थिति देवघर जेल की है. इस जेल की कुल क्षमता मात्र 350 कैदियों की रखने की है लेकिन इस जेल में औसतन हर महीने 50 साइबर अपराधी गिरफ्तार कर भेजे जा रहे हैं. गिरिडीह और जामताड़ा के जेलों का भी कुछ ऐसा ही हाल है.

तीन सफ्ताह में 228 गिरफ्तार, देवघर से सबसे ज्यादा 103: झारखंड के सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता के अनुसार साइबर अपराधियों को किसी भी कीमत पर बक्सा नहीं जाएगा, साइबर क्राइम ब्रांच की टीम जिस तरह से साइबर अपराधियों को पकड़-पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचा रही है आप देखेंगे कि जल्दी यह समस्या झारखंड से खत्म होगा.

सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता के अनुसार अपराधियों पर नकेल कसने में सीआईडी का अपना एप प्रतिबिंब का महत्वपूर्ण योगदान है. प्रतिबिंब की वजह से पुलिस को साइबर अपराधियों के बारे में सटीक सूचनायें प्राप्त हो रही हैं. डीजी सीआईडी के अनुसार प्रतिबिंब को लांच हुए मात्र एक महीने हुए हैं लेकिन एप ने पूरी तरह से 3 सप्ताह पूर्व ही काम करना शुरू किया है, लेकिन मात्र तीन सप्ताह में ही प्रतिबिंब की सहायता से 228 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है.

एक महीने के आंकड़े दे रहे गवाही क्यो बढ़ रहा जेलों का भार: सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के आंकड़े यह बता रहे हैं कि पिछले एक महीने में यानी नवम्बर 2023 में 288 पुलिस साइबर अपराधियों पर कहर बन कर टूटी है. आलम यह है कि देवघर जैसे जिलों में तो जेल में कैम्प बना कर साइबर अपराधियों को रखना होगा. पिछले तीन सप्ताह के भीतर देवघर से 103 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है. जबकि इसी तीन सप्ताह में धनबाद से 08, गिरिडीह से 41, हजारीबाग से 19, जमशेदपुर से 04, जामताड़ा से 39, पाकुर से 05, गोड्डा से 02, गढ़वा से 01 और कोडरमा से 06 साइबर अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है.

तीन सफ्ताह में 54 एफआईआर, 900 सिम कार्ड और 594 मोबाइल जब्त: एक तरफ जहां साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा प्रतिबिंब की सहायता से 228 साइबर अपराधियों को एक महीने के भीतर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है. वहीं इस दौरान साइबर अपराधियों के सबसे बड़े हथियार मोबाइल और सिम कार्ड पर भी कड़ा प्रहार किया गया है. झारखंड के देवघर जिले से पिछले एक महीने में 180 मोबाइल और 254 जब्त किया गया है. वहीं, धनबाद से 27 सिम कार्ड, 23 मोबाइल, गिरिडीह से 148 सिम कार्ड और 101 मोबाइल, हजारीबाग से 82 सिम कार्ड और 38 मोबाइल, जमशेदपुर से 34 सिम कार्ड और 12 मोबाइल, जामताड़ा से 241 सिम कार्ड और 162 मोबाइल जब्त किए गए है.

दावा दो महीने में खत्म कर देंगे साइबर अपराध: सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने दावा किया है कि अगले दो महीने में झारखंड से साइबर अपराध का खात्मा कर दिया जाएगा. डीजी के अनुसार लोगों की गाढ़ी कमाई लूटने वालों के खिलाफ जोरदार प्रहार किया जा रहा है. साइबर अपराध अगले दो महीने तक खत्म करने का टारगेट भी रखा गया है.

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Last Updated :Dec 9, 2023, 6:43 PM IST
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