ETV Bharat / state

संगठित आपराधिक गिरोह और अपराध की दुनिया में उभर रहे नए चेहरों पर नकेल की तैयारी, गृह सचिव और डीजीपी ने दिया टास्क

author img

By

Published : Jul 19, 2023, 9:25 PM IST

Jharkhand DGP meeting
Jharkhand DGP meeting

झारखंड पुलिस मुख्यालय में राज्य में बढ़ते अपराध को लेकर हाई लेवल मीटिंग हुई. इस बैठक में राज्य गृह सचिव और डीजीपी ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए. इस दौरान संगठित आपराधिक गिरोहों पर विशेष फोकस रखने का निर्देश दिया गया.

देखें पूरी खबर

रांची: नक्सल फ्रंट पर लगातार कामयाबी हासिल करने वाली झारखंड पुलिस के लिए संगठित आपराधिक गिरोह लगातार चुनौती पेश कर रहे हैं. आए दिन हो रही घटनाओं की वजह से कारोबारी से लेकर आम जनता तक हलकान हैं. राज्य के ऐसे तमाम संगठित आपराधिक गिरोह पर लगाम कसने के लिए राज्य गृह सचिव और डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

यह भी पढ़ें: DGP Meeting in Ranchi: गैंगस्टर्स पर लगाम कसने की रणनीति तैयार, दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट होंगे बड़े-बड़े अपराधी

बुधवार को पुलिस मुख्यालय में हुई हाई लेवल मीटिंग में गृह सचिव अविनाश कुमार भी शामिल हुए. बैठक में संगठित अपराधी गिरोहों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने को लेकर रणनीति बनाई गई है. वहीं बैठक में अपराध की दुनिया में उभर कर आ रहे नए चेहरों पर विशेष निगरानी की हिदायत दी गई है.

'संगठित आपराधिक गैंग और उसके सदस्यों पर लगाम लगाएं एसपी': झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में विशेषकर सभी जिलों में सक्रिय संगठित अपराधिक गैंग और उसके सदस्यों की गतिवधियों को लेकर चर्चा हुई. बैठक में बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए योजना बनी है.

डीजीपी अजय सिंह के अनुसार मीटिंग में मुख्य तौर पर फोकस संगठित आपराधिक गिरोहों को लेकर ही रहा. सभी पुलिस अधीक्षकों को टास्क दे दिया गया है कि अगर जेल में बंद अपराधी अगर अंदर से रंगदारी मांग रहे हैं, तो उनके ऊपर भी सीसीए की कार्रवाई कर उनपर नकेल कसा जाए. जेल से जमानत पर छूटे अपराधियों पर लगाम कसा जा सके, इसके लिए जिलाबदर की कार्रवाई और आपराधिक मामलों में संलिप्तता पाए जाने पर उनकी जमानत रद्द करने की कार्रवाई करने का निर्देश जिलों के एसपी को दिया गया है.

गृह सचिव ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य के हर नागरिक की सुरक्षा पुलिस का दायित्व है और इसी ओर पहल की जा रही है. बैठक में नवोदित अपराधियों पर विशेष निगरानी रखने, ड्रग्स नेटवर्क का पता करते हुए आखिरी संलिप्त अपराधी तक पहुंच कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. वहीं स्पीडी ट्रायल कर पुराने मामलों में अपराधियों को सजा दिलाने का निर्देश भी दिया गया. वहीं शैक्षणिक संस्थानों के पास सक्रिय ड्रग्स पेडलर्स को चिन्हित करने, जमीन विवाद और बुजुर्गों की समस्याओं पर संवेदनशील होकर कार्रवाई का निर्देश गृह सचिव ने दिया है.

जेल पर विशेष फोकस, अमन पर हुई ज्यादा चर्चा: पुलिस मीटिंग के दौरान सबसे ज्यादा चर्चा कुख्यात गैंगस्टर अमन साव गिरोह को लेकर हुई. अमन गैंग पर नकेल कसने के लिए हर तरह के उपाय करने का निर्देश डीजीपी ने दिया है. बैठक में तमाम वैसे गिरोह जो झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं उनका खाका सीआईडी के द्वारा पेश किया गया. झारखंड में फिलहाल आठ से दस संगठित आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं, जिनमें से अधिकांश के गैंग लीडर जेल में बंद हैं और कुछ फरार हैं. जबकि कुछ के गैंगवार में मारे जाने के बाद भी उनके गिरोह को उनके परिवार के सदस्य या फिर उनके बेहद करीबी रहे गिरोह का संचालन कर रहे हैं.

जो प्रमुख गैंगस्टर्स सलाखों के पीछे हैं, उनमें प्रमुख रूप से डॉन अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन साव, अमन सिंह, अमन श्रीवास्तव और अनिल शर्मा शामिल हैं. ये सभी राज्य के अलग-अलग जेलों में बंद हैं. वहीं कुख्यात गैंगस्टर भोला पांडेय और सुशील श्रीवास्तव दोनो ही गैंगवार में मारे गए हैं, लेकिन दोनों के ही गैंग राज्य में बेहद सक्रिय हैं. इस समय भोला पांडेय गिरोह को विकाश पांडेय संभाल रहा है. वहीं सुशील श्रीवास्तव गैंग को उसका बेटा अमन श्रीवास्तव (अब जेल में) संभाल रहा है.

कई ऐसे गैंग्स भी हैं जिनके मुखिया और पुलिस के बीच लगातार आंख मिचौली चल रही है. उनमें प्रमुख नाम डब्ल्यू सिंह उर्फ गौतम सिंह का है. डब्लू सिंह को पलामू के आतंक के रूप में जाना जाता है. ऊपर के सभी गैंग्स झारखंड पुलिस के रडार पर हैं. एक और प्रमुख नाम गैंग्स ऑफ वासेपुर के प्रिंस खान का है. प्रिंस खान फिलहाल दुबई में है और वहीं से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है. बैठक में इन सभी गिरोह को लेकर चर्चा हुई. क्योंकि इनमें से अधिकांश गैंग जेल से ही ऑपरेट हो रहे हैं. ऐसे में जेल को लेकर मीटिंग में विशेष फोकस किया गया.

जैमर की स्थिति को सुधारने का प्रयास: गृह सचिव के अनुसार जेलों में जैमर की स्थिति को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है, जो भविष्य में देखने को मिलेगा. बैठक में बनी रणनीति पर अमल करने के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को टास्क दिया गया है. टास्क की मॉनिटरिंग करने का जिम्मा सीआईडी को दिया गया है. बैठक के दौरान राज्य के सभी संगठित अपराधी गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एटीएस को बड़ी भूमिका निभाने का निर्देश भी दिया गया है.

शहरों में हॉट स्पॉट चिन्हित कराएं एसपी: डीजीपी ने महत्वपूर्ण अपराध शीर्ष के अंतर्गत संबंधित प्रतिवेदित कांडों को उद्भेदित करने और शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर चार्जशीट करने का निर्देश दिया है. स्नेचिंग की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए हॉट स्पॉट चिन्हित करने का निर्देश जिलों के एसपी को दिया गया है. हॉट स्पॉट पर पैदल गश्ती और मोटर साइकिल गश्ती का निर्देश दिया गया है. डीजीपी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि समय और स्थान बदलकर वाहन चेकिंग कराएं. बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, ऑटो स्टैंड और सार्वजनिक जगहों पर रोशनी की व्यवस्था की जाए.

नाबालिगों को नहीं परोसें शराब: रांची में बीते दिनों नाबालिग को शराब परोसने और गैंगरेप की घटना सामने आयी थी. इस घटना का जिक्र करते हुए डीजी सीआईडी अनुराग गुप्ता ने कहा कि अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए रोडमैप बनाएं. साथ ही नाबालिगों को शराब ना परोसा जा सके, परोसने वालों पर कार्रवाई की जाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.