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झारखंड में पहले चरण का मतदान छिटपुट विवादों के बीच शांतिपूर्ण संपन्न, बूथों पर जमकर बरसे वोट, कोई जिला प्रथम श्रेणी में पास तो कोई पहुंचा डिक्टेंशन के करीब

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Published : May 15, 2022, 6:46 AM IST

झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2022 छिटपुट विवादों के बीच शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने से मतदान अधिकारियों ने राहत की सांस ली. सबसे अधिक मतदान रामगढ़ में हुआ. दुमका में एक बूथ पर बैलट पेपर बदला गया.गुमला में मधुमक्खियों के कारण मतदान बाधित हुआ .

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पंचायत चुनाव का मतदान

रामगढ़/रांचीः झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2022 छिटपुट विवादों के बीच शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने से मतदान अधिकारियों ने राहत की सांस ली. हालांकि इस बीच बूथों पर जमकर वोट बरसे. लोगों में मतदान को लेकर जबर्दस्त उत्साह रहा. नतीजतन नक्सल प्रभावित इलाकों में भी बंपर मतदान हुआ. नक्सलियों की धमकी भी बेकार साबित हुई, लोग बूथों पर कतार लगाए रहे. आखिरकार पहले चरण में मतदान का आंकड़ा 70 फीसदी के करीब पहुंच गया. हालांकि आखिरी आंकड़े आने बाकी थे. इधर, जनता जनार्दन के उत्साह के चलते कोई जिला मतदान में फर्स्ट क्लास पास हुआ तो कोई डिक्टेंशन के करीब पहुंचा.

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मतदान में रामगढ़ नंबर वनः त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन के तहत प्रथम चरण में मतदान के आंकड़ों पर नजर डालें तो रामगढ़ जिला प्रदेश में नंबर वन साबित हुआ. यहां 72.22% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यानी कुल 159194 मतदाताओं ने वोट दिया, जिसमें 78332 महिला मतदाता और 80862 पुरुष मतदाता शामिल रहे. हालांकि मतदान का अभी आखिरी आंकड़ा देर रात तक नहीं आ सका था, लेकिन जो आंकड़े आए थे. उसके अनुसार पहले चरण के मतदान में रामगढ़ जिला प्रदेश में नंबर वन रहा.

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मतदान के बाद वोटर कार्ड दिखाती महिलाएं

इसमें सबसे अधिक योगदान दुलमी प्रखंड ने दिया. यहां के 18873 महिलाओं एवं 19556 पुरुषों यानी कुल 38429 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसके बल पर दुलमी प्रखंड में मतदान का प्रतिशत 76.75% रहा. पहले चरण में रामगढ़ जिले में दुलमी ,चितरपुर और गोला प्रखंड में 672 पदों के लिए चुनाव हुआ, जिसमें 6 जिला परिषद सदस्य, 57 पंचायत समिति सदस्य, 44 ग्राम पंचायत मुखिया और 565 ग्राम पंचायत सदस्य के पद के लिए लोगों ने मतदान किया.

रांची में स्ट्रांग रूम का लिया जायजाः राजधानी रांची में पंचायत चुनाव शांतिपूर्वक समाप्त होने के बाद निर्वाचनकर्मी अपने अपने क्षेत्रों से बैलट बॉक्स लेकर रांची के रातू स्थित पंडरा बाजार समिति में पहुंचे और सारी प्रक्रिया को पूरी करने के बाद बैलट बॉक्स को स्ट्रांग रूम में रखवाया. इस बीच रांची के सिटी एसपी अंशुमन कुमार ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का जायजा लिया.

दुमका में लगभग 66 % मतदान, एक बूथ पर बदला गया बैलट पेपरः पंचायत चुनाव 2022 के प्रथम चरण में दुमका जिले के नक्सलवाद प्रभावित चार प्रखंडों गोपीकांदर , शिकारीपाड़ा , काठीकुंड और रामगढ़ में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ. इस दौरान लगभग 66% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मतपेटियां देर रात तक दुमका पहुंचीं. अब वोटों की गिनती 17 मई को इंजीनियरिंग कॉलेज में होगी. इससे पहले रामगढ़ प्रखंड के एक बूथ पर अलग बैलेट पेपर पहुंचने पर तत्काल कार्रवाई की गई. उपायुक्त ने बताया कि रामगढ़ प्रखंड के एक बूथ पर बैलट पेपर अलग पहुंच गया था लेकिन समय रहते उसे बदल दिया गया.

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मतदान करके बाहर निकली बुजुर्ग

गुमला मतदान में फर्स्ट क्लास पासः त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2022 के प्रथम चरण में गुमला जिले के रायडीह प्रखंड में 66.17 प्रतिशत, भरनो प्रखंड में 60.87 प्रतिशत एवं सिसई प्रखंड 61.10 प्रतिशत मतदान हुआ. जिला प्रशासन ने तीनों प्रखंडों के अति संवेदनशील बूथों पर ड्रोन कैमरे एवं सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की. सुरक्षा को लेकर सीआरपीएफ एवं जेजे की कंपनियां लगाईं गईं थीं. सुबह से ही जिला उपायुक्त सुशांत गौरव एवं पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब निगरानी में जुटे रहे.

पूर्वी सिंहभूम के नक्सल प्रभावित इलाके में सर्वाधिक मतदानः त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में पूर्वी सिंहभूम जिले के चार प्रखंड मुसाबनी, गुड़ाबांधा, डुमरिया और गुड़ाबांधा में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुा. खास बता रही कि नक्सल प्रभावित प्रखंड गुड़ाबांधा में सबसे ज्यादा मतदान हुआ है. सुरक्षा के लिए जिले में करीब 14 सौ पुलिस बल की तैनाती की गई थी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी विजया जाधव वरीय पुलिस अधीक्षक डॉक्टर तमिल वानन और कई अधिकारी लगातार भ्रमण करते रहे. ओवरऑल मिलाकर देखें तो 70% के लगभग मतदान पहले चरण में हुआ है.

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मतदान के लिए लंबी कतार
पाकड़ और चतरा में मतदाताओं में दिखा उत्साहः पाकुड़ में भयमुक्त माहौल में मतदान संपन्न हुआ. मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह देखा गया. किसी भी बूथ से गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली. वहीं चतरा में सूरज की पहली किरण के साथ ही मतदाता मतदान केंद्रों पर पहुंच गए और कतारबद्ध होकर अपनी बारी आने पर मतदान किया. यहां युवा मतदाताओं में अधिक उत्साह दिखा.

गुमला में छिटपुट झड़प, मधुमक्खियों के कारण बाधित हुआ मतदानः गुमला में शनिवार को छिटपुट झड़प की घटनाओं के बीच मतदान संपन्न हो गया. हालांकि यहां मतदाताओं ने मतदान में अधिक रूचि नहीं दिखाई. यहां औसतन 51.80% मतदान पहले चरण के 3 प्रखंडों में हुआ. रायडीह के बूथ संख्या 63 व 66 में हो रहे पंचायत चुनाव के दौरान दोपहर 2:00 बजे के लगभग मधुमक्खियों के हमले से मतदान में बाधा आई और मतदान रोक दिया गया, जिसके बाद वहां पर अफरातफरी का माहौल मच गया. मतदानकर्मी और मतदाता सभी मौके से फरार हो गए. हालांकि रायडीह से 50.36% सिसई से 53.54% भरनो से 51.54% के साथ औसतन 51.80% मतदान पहले चरण के 3 प्रखंडों का रहा.

लातेहार में बुलेट पर बैलट भारीः लातेहार में पंचायत चुनाव के पहले चरण में बुलेट पर बैलट भारी रहा. उग्रवादियों की धमकियों को दरकिनार कर लोगों ने जमकर वोटिंग की. उग्रवाद प्रभावित जिले के सरयू प्रखंड में मतदान केंद्रों पर लंबी कतार देखी गई. चुनाव के दौरान पहले इस इलाके में मतदान करने कम ही लोग बूथ पर पहुंचते थे.

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मतदान केंद्र के बाहर सुरक्षाबल
सरयू प्रखंड में कुल 24 मतदान केंद्र बनाए गए थे. यहां दोपहर 2:00 बजे तक 60% से अधिक मतदाताओं ने मतदान कर लिया था. वही मतदान केंद्रों पर कई मतदाता मतदान के लिए खड़े भी थे. इधर मतदान को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह था. मतदाता मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद जुनैद ने बताया कि इस बार वे लोग निर्भीक होकर मतदान कर रहे हैं.

सिमडेगा में महिलाओं ने निभाई अपनी जिम्मेदारीः सिमडेगा के चार प्रखंडों में मतदान हुआ. कुरडेग, केरसई, बोलबा और पाकरटांड़ प्रखंडों में लोगों ने उत्साह पूर्वक मतदान किया. मतदान में काफी संख्या में महिलाओं ने भी भूमिका निभाई. धूप और गर्मी के बावजूद लोगों ने कतार में खड़े रहकर धैर्यपूर्वक अपनी बारी की प्रतीक्षा की और विभिन्न पदों के लिए अपने पसंदीदा प्रत्याशियों को वोट दिया. प्रखंडों में दिन के एक बजे तक 56.92 प्रतिशत मतदान हो चुका था.

गढ़वा में मतदाताओं ने नक्सलियों की उड़ाई हवाईः गढ़वा में लोगों के उत्साह के सामने नक्सलियों का खौफ हवा हो गया. लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए धूप में घंटो कतार लगाए खड़े रहे. महिलाएं भी अपने दुधमुंहे बच्चों के साथ कड़ाके की धूप में खड़ी रहीं. जिले में पांचों प्रखंडों में 69.67% मतदान हुआ है. मतदान प्रतिशत पर गौर करें तो सर्वाधिक उग्रवाद प्रभावित भंडरिया प्रखंड में 70 प्रतिशत मतदान हुआ है. यह वही क्षेत्र हैं जहां डीएसपी अमलेश कुमार सहित चार पुलिस के जवानों को शहीद कर दिया था. भंडरिया थाना प्रभारी राजबली चौधरी सहित दर्जन भर जवानों को विस्फोट में उड़ाने के बाद आग में झोंक दिया गया था. आज भंडरिया के मतदाताओं ने वोट से बुलेट पर बड़ा प्रहार किया. इसी तरह चिनिया प्रखंड में 73 प्रतिशत, रंका प्रखंड में 70 प्रतिशत, रमकंडा प्रखंड में 67 प्रतिशत, बड़गड़ प्रखंड में 86.72 प्रतिशत मतदान हुआ.


लोहरदगा में जंगल और पहाड़ों में भी जमकर बरसे वोटः लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित पेशरार प्रखंड में संगीनों के साए में वोट डाले गए. मतदाताओं ने तमाम आशंकाओं को दरकिनार करते हुए घर से बाहर निकल कर मतदान की प्रक्रिया में भाग लिया. जंगलों और पहाड़ों में भी जमकर वोट पड़े हैं. सुबह से लेकर दोपहर तक तेज धूप और गर्मी के बावजूद मतदाता मतदान केंद्रों में नजर आए. लोहरदगा जिले के किस्को और पेशरार प्रखंड की बात करें तो सुबह 9:00 बजे तक किस्को प्रखंड में 14.84%, पेशरार प्रखंड में 9.75%, सहित कुल 13.13% वोट पड़े थे. वहीं सुबह 11:00 बजे तक किस्को प्रखंड में 39.42%, पेशरार प्रखंड में 18.68% सहित कुल 32.46 प्रतिशत वोट पड़े थे. वही दोपहर 1:00 बजे लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड में 55.71%, पेशरार प्रखंड में 47.44% सहित कुल 52.93% वोट पड़े हैं.

पलामू में मतदान केंद्रों पर झड़प मारपीट, ऑन डिमांड बदला बूथ ःजिले के हुसैनाबाद, हैदरनगर और मोहम्मदगंज में प्रथम चरण का पंचायत चुनाव संपन्न हो गया. शनिवार को हुए मतदान के दौरान माहूर गांव के लोगों ने मतदान केंद्र 10 किलो मीटर दूर मोहम्मदगाज कर दिए जाने का विरोध किया. उन्होंने कहा कि वह वोट देने 10 किलो मीटर दूर नहीं जाएंगे. बाद में चुनाव आयोग के निर्देश पर उनका मतदान केंद्र नहीं के पंचायत मुख्यालय कादल कुर्मी के मध्य विद्यालय में कर दिया. इसके बावजूद इसके सर 41 प्रतिशत ही मतदान करा पाने में स्थानीय प्रशासन सफल हो सका. उधर हैदरनगर के मतदान केंद्र संख्या 124 पंचायत भवन बिलासपुर में जिला परिषद की उम्मीदवार बसंती देवी के पोलिंग एजेंट इंदल कुमार सिंह को कुछ लोगों ने घायल कर दिया. इंदल कुमार सिंह का प्राथमिक उपचार हैदरनगर पीएचसी में किया गया. चिकित्सक डा अशोक कुमार ने बताया कि इंदल को सिर में गंभीर चोट आई है. इंदल कुमार सिंह ने गांव के लोगों के खिलाफ हैदरनगर थाना में आवेदन दिया है. वही बिलासपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने भी इंदल समेत अन्य के खिलाफ थाना को दिए गए आवेदन में चाकू से वार करने की बात कही है. इसके अलावा हुसैनाबाद के दरुआ गांव के मतदान केंद्र पर जिला परिषद के दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच भिड़ंत हो गई. मामला थाना तक पहुंच गया है.

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