Khunti News: नदी में डूबे युवक का अब तक नहीं चल सका पता, दूसरे दिन भी एनडीआरएफ का सर्च अभियान जारी

Khunti News: नदी में डूबे युवक का अब तक नहीं चल सका पता, दूसरे दिन भी एनडीआरएफ का सर्च अभियान जारी
खूंटी के पेरवाघाघ जलप्रपात घूमने आया युवक नदी की तेज धार में बह गया था. अब तक उसका कुछ पता नहीं चल सका है. दो दिनों से एनडीआरएफ की टीम सर्च अभियान चला रही है, लेकिन लापता युवक का कुछ सुराग नहीं मिला है. वहीं नदी की तेज बहाव और बड़े-बड़े चट्टान होने के कारण एनडीआरएफ को सर्च अभियान में परेशानी हो रही है.
खूंटी: पेरववाघाघ जलप्रपात के कारो नदी की तेज धारा में बहे रांची के चुटिया निवासी सौरभ कुमार सिंह को एडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी नही ढूंढ पाई. रविवार से एनडीआरएफ की टीम युवक को ढूंढने का प्रयास कर रही है. सोमवार को दूसरे दिन भी स्थानीय ग्रामीणों की मदद से एनडीआरएफ की टीम युवक को ढूंढने का प्रयास करती रही, लेकिन देर शाम तक एनडीआरएफ को सफलता नहीं मिल सकी थी.
मंगलवार को भी जारी रहेगा सर्च अभियानः स्थानीय पुलिस और ग्रामीणों के सहयोग से सुबह से शाम तक नदी के दाएं-बाएं छोर से लेकर लगभग पांच किमी के दायरे में एनडीआरएफ सर्च करती रही, लेकिन लापता सौरव का कुछ पता नहीं चल सका. इस दौरान एनडीआरएफ ने कहा कि मंगलवार को भी सर्च अभियान जारी रहेगा. एनडीआरएफ के एसआई कमांडर अनुराग मिश्र ने बताया कि 16 सदस्यीय टीम लगातार दूसरे दिन भी नदी में खाक छानती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
नदी की तेज धार और बड़े-बड़े चट्टान अभियान में बाधकः उन्होंने बताया कि नदी की भौगोलिक स्थिति अलग है. हर जगह पत्थर और बड़े-बड़े चट्टान हैं. इस कारण एनडीआरएफ की टीम को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि यहां नाव भी नहीं चलाया जा सकता है. इक कारण सर्च ऑपरेशन में मुश्किलें आ रही है. रस्सी के सहारे शव को खोजने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं नदी की तेज धार के कारण भी परेशानी आ रही है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को पानी कम होने के बाद फिर से युवक की तलाश की जाएगी.
शनिवार को नदी में डूबा था युवकः गौरतलब हो कि सौरभ कुमार सिंह अपने दोस्तों के साथ शनिवार को पेरवाघाघ जलप्रपात घूमने आया था. नदी में हाथ-पैर धोने के दौरान सौरभ नदी में गिर गया था और तेज धार में बह गया था. सौरभ के पानी में बह जाने के बाद पूरी टीम वापस रांची लौट गई थी. बताते चलें कि सौरभ कुमार सिंह रांची के चुटिया का निवासी था. वह नामकुम स्थित ऑर्बिट टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता था.
