ETV Bharat / state

एसकेएमयू के मेन गेट पर शिक्षक और विद्यार्थियों का धरना, सोहराय पर्व पर पांच दिनों की छुट्टी की मांग

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 11, 2024, 2:12 PM IST

Updated : Jan 11, 2024, 2:26 PM IST

Strike by tribal teachers. सोहराय पर्व पर पांच दिनों की छुट्टी की मांग को लेकर एसकेएम यूनिवर्सिटी के आदिवासी टीचर्स और स्टूडेंट्स धरना पर बैठ गए हैं. उन्होंने मेन गेट जाम कर दिया है. जिससे पठन पाठन पूरी तरह से ठप है.

Strike by tribal teachers and students of SKM University
Strike by tribal teachers and students of SKM University
एसकेएम यूनिवर्सिटी के शिक्षक और विद्यार्थियों का प्रदर्शन

दुमकाः सोहराय पर्व पर 5 दिनों की छुट्टी की मांग को लेकर सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को बंद कर पठन-पाठन ठप कर दिया गया है. विश्वविद्यालय के आदिवासी टीचर्स के साथ सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं धरने पर बैठ गए हैं. यहां तक कि उन्होंने कुलपति को भी विश्वविद्यालय के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया. कुलपति को वापस लौटना पड़ा.

क्या है पूरा मामलाः दरअसल राजभवन रांची से बुधवार को एसकेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ बिनल प्रसाद सिंह को अवकाश की जो सूची प्राप्त हुई, उसके अनुसार सोहराय पर्व के लिए 14 जनवरी को छुट्टी दी गई, जो रविवार है. जैसे ही यह जानकारी विश्वविद्यालय के आदिवासी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को हुई वे आक्रोशित हो उठे और सोहराय पर्व की पांच दिनों की छुट्टी की मांग को लेकर गुरुवार को विश्वविद्यालय के मेन गेट को बंद कर धरने पर बैठ गए.

कुलपति के खिलाफ कर रहे हैं नारेबाजीः छात्र-छात्राओं और विश्वविद्यालय के आदिवासी शिक्षकों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से हमें सोहराय पर 5 दिनों का अवकाश प्राप्त होता था, लेकिन इस बार इसे बंद कर दिया गया, जो आदिवासियों की भावना के साथ खिलवाड़ है. वे इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिमल प्रसाद सिंह को दोषी ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि जिस तरह अन्य सभी धर्मों के पर्व त्योहार होली, दशहरा, दिवाली, ईद पर जो छुट्टी तय रहती है वह दी जाती है तो आदिवासियों के इस महान पर्व की छुट्टी में कटौती क्यों की गई. छात्रों और शिक्षकों का कहना है कि जब तक यह अवकाश पूर्व की भांति घोषित नहीं किया जाएगा, हमलोग इसी तरह यहां डटे रहेंगे. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय के बाद मुख्य गेट को बंद कर पढ़ाई और कामकाज ठप करने का कार्यक्रम सभी महाविद्यालय में भी होगा.

कुलपति को गेट से लौटायाः आदिवासी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं का धरना चल ही रहा था, इसी बीच विश्वविद्यालय के कुलपति अपने अधिकारियों के साथ अपनी ड्यूटी के लिए प्रतिदिन की तरह आज भी पहुंचे. उन्हें विश्वविद्यालय के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया और गेट पर से ही वापस लौटा दिया गया. उनसे यह मांग की गई कि आप पहले इस अवकाश को सुनिश्चित करें उसके बाद ही गेट खुलेगा.

क्या कहते हैं कुलपतिः इस पूरे मामले पर एसकेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ बिमल प्रसाद सिंह ने कहा कि सोहराय की छुट्टी 14 जनवरी को राजभवन ने तय की है, जो रविवार पड़ रहा है. इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं. उन्होंने कहा कि धरना देने वाले लोगों ने मुझसे कहा है कि आप हमारी मांगों को राजभवन तक पहुंचाएं.

ये भी पढ़ेंः

Dumka News: एसकेएमयू दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, विद्यार्थियों को जवाबदेह बनने की दी सलाह

Video: सोहराय पर्व के मौके पर ढोल-मांदर की थाप पर थिरके विधायक और एसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी

एसकेएम यूनिवर्सिटी के शिक्षक और विद्यार्थियों का प्रदर्शन

दुमकाः सोहराय पर्व पर 5 दिनों की छुट्टी की मांग को लेकर सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को बंद कर पठन-पाठन ठप कर दिया गया है. विश्वविद्यालय के आदिवासी टीचर्स के साथ सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं धरने पर बैठ गए हैं. यहां तक कि उन्होंने कुलपति को भी विश्वविद्यालय के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया. कुलपति को वापस लौटना पड़ा.

क्या है पूरा मामलाः दरअसल राजभवन रांची से बुधवार को एसकेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ बिनल प्रसाद सिंह को अवकाश की जो सूची प्राप्त हुई, उसके अनुसार सोहराय पर्व के लिए 14 जनवरी को छुट्टी दी गई, जो रविवार है. जैसे ही यह जानकारी विश्वविद्यालय के आदिवासी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को हुई वे आक्रोशित हो उठे और सोहराय पर्व की पांच दिनों की छुट्टी की मांग को लेकर गुरुवार को विश्वविद्यालय के मेन गेट को बंद कर धरने पर बैठ गए.

कुलपति के खिलाफ कर रहे हैं नारेबाजीः छात्र-छात्राओं और विश्वविद्यालय के आदिवासी शिक्षकों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से हमें सोहराय पर 5 दिनों का अवकाश प्राप्त होता था, लेकिन इस बार इसे बंद कर दिया गया, जो आदिवासियों की भावना के साथ खिलवाड़ है. वे इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिमल प्रसाद सिंह को दोषी ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि जिस तरह अन्य सभी धर्मों के पर्व त्योहार होली, दशहरा, दिवाली, ईद पर जो छुट्टी तय रहती है वह दी जाती है तो आदिवासियों के इस महान पर्व की छुट्टी में कटौती क्यों की गई. छात्रों और शिक्षकों का कहना है कि जब तक यह अवकाश पूर्व की भांति घोषित नहीं किया जाएगा, हमलोग इसी तरह यहां डटे रहेंगे. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय के बाद मुख्य गेट को बंद कर पढ़ाई और कामकाज ठप करने का कार्यक्रम सभी महाविद्यालय में भी होगा.

कुलपति को गेट से लौटायाः आदिवासी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं का धरना चल ही रहा था, इसी बीच विश्वविद्यालय के कुलपति अपने अधिकारियों के साथ अपनी ड्यूटी के लिए प्रतिदिन की तरह आज भी पहुंचे. उन्हें विश्वविद्यालय के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया और गेट पर से ही वापस लौटा दिया गया. उनसे यह मांग की गई कि आप पहले इस अवकाश को सुनिश्चित करें उसके बाद ही गेट खुलेगा.

क्या कहते हैं कुलपतिः इस पूरे मामले पर एसकेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ बिमल प्रसाद सिंह ने कहा कि सोहराय की छुट्टी 14 जनवरी को राजभवन ने तय की है, जो रविवार पड़ रहा है. इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं. उन्होंने कहा कि धरना देने वाले लोगों ने मुझसे कहा है कि आप हमारी मांगों को राजभवन तक पहुंचाएं.

ये भी पढ़ेंः

Dumka News: एसकेएमयू दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, विद्यार्थियों को जवाबदेह बनने की दी सलाह

Video: सोहराय पर्व के मौके पर ढोल-मांदर की थाप पर थिरके विधायक और एसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी

Last Updated : Jan 11, 2024, 2:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.