ETV Bharat / city

Reality check: रांची के बाजारों में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा सिंगल यूज प्लास्टिक, बैन के बारे में लोगों को जानकारी ही नहीं

author img

By

Published : Jul 1, 2022, 4:42 PM IST

देशभर में आज से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सिंगल यूज प्लास्टिक यानी प्लास्टिक से बनी ऐसी चीजें, जिसका हम सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इस्तेमाल कर फेंक देते हैं. इस में पॉलीथीन से लेकर प्लास्टिक के पेपर, गिलास और अन्य चीजें शामिल हैं. हालांकि जब ईटीवी भारत की टीम ने रांची में रिएलिटी चेक किया तो नतीजा कुछ और निकला.

Single use plastic being used indiscriminately
Single use plastic being used indiscriminately

रांची: 1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इसे लेकर झारखंड में भी राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि प्लास्टिक के उत्पादों के भंडारण और वितरण पर पूर्णरूपेण रोक लगाई जाए और इस पर कड़ी निगरानी रखी जाए. हालांकि जब ईटीवी भारत की टीम ने रांची के बड़े बाजार में शुमार कोकर के सब्जी बाजार और मछली बाजार में रियलिटी चेक किया तो देखा कि दुकानदार के साथ-साथ आने वाले ग्राहक भी धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 1 जुलाई से देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन, झारखंड में शुरू हुई सख्ती


कोकर बाजार में आने वाले लोग जानकारी के अभाव में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो वही कई लोग अपनी आदतों के कारण प्लास्टिक का उपयोग करने को मजबूर हैं. जब लोगों से ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो कुछ लोगों ने जानकारी नहीं होने की बात कही वहीं गई लोग बहाने बनाने लगे. वहीं जब हमने नगर निगम के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा अभियान चलाया जा रहा है और आने वाले समय में भी पूरे जोर-शोर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. ताकि लोगों को यह बताया जा सके कि प्लास्टिक के उपयोग से वातावरण किस प्रकार दूषित हो रहा है.

सिंगल यूज प्लास्टिक की इन चीजों पर लगा बैन

1: प्लास्टिक कैरी बैग, पॉलीथीन (75 माइक्रोन से कम मोटाई वाले)

2: प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स

3: गुब्बारों के लिए प्लास्टिक स्टिक

4: प्लास्टिक के झंडे

5: कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक

6: थर्माकोल (पॉलिस्ट्रीन)

7: प्लास्टिक की प्लेट

8: प्लास्टिक के कप

9: प्लास्टिक के गिलास

10: कांटे

11: चम्मच

12: चाकू

13: स्ट्रॉ

14: ट्रे

15: मिठाई के डिब्बों को रैप या पैक करने वाली फिल्म

16: इन्विटेशन कार्ड

17: सिगरेट के पैकेट

18: 100 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक या पीवीसी बैनर

19: स्टिरर (चीनी आदि मिलाने वाली चीज)

रांची: 1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इसे लेकर झारखंड में भी राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि प्लास्टिक के उत्पादों के भंडारण और वितरण पर पूर्णरूपेण रोक लगाई जाए और इस पर कड़ी निगरानी रखी जाए. हालांकि जब ईटीवी भारत की टीम ने रांची के बड़े बाजार में शुमार कोकर के सब्जी बाजार और मछली बाजार में रियलिटी चेक किया तो देखा कि दुकानदार के साथ-साथ आने वाले ग्राहक भी धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 1 जुलाई से देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन, झारखंड में शुरू हुई सख्ती


कोकर बाजार में आने वाले लोग जानकारी के अभाव में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो वही कई लोग अपनी आदतों के कारण प्लास्टिक का उपयोग करने को मजबूर हैं. जब लोगों से ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो कुछ लोगों ने जानकारी नहीं होने की बात कही वहीं गई लोग बहाने बनाने लगे. वहीं जब हमने नगर निगम के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा अभियान चलाया जा रहा है और आने वाले समय में भी पूरे जोर-शोर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. ताकि लोगों को यह बताया जा सके कि प्लास्टिक के उपयोग से वातावरण किस प्रकार दूषित हो रहा है.

सिंगल यूज प्लास्टिक की इन चीजों पर लगा बैन

1: प्लास्टिक कैरी बैग, पॉलीथीन (75 माइक्रोन से कम मोटाई वाले)

2: प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स

3: गुब्बारों के लिए प्लास्टिक स्टिक

4: प्लास्टिक के झंडे

5: कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक

6: थर्माकोल (पॉलिस्ट्रीन)

7: प्लास्टिक की प्लेट

8: प्लास्टिक के कप

9: प्लास्टिक के गिलास

10: कांटे

11: चम्मच

12: चाकू

13: स्ट्रॉ

14: ट्रे

15: मिठाई के डिब्बों को रैप या पैक करने वाली फिल्म

16: इन्विटेशन कार्ड

17: सिगरेट के पैकेट

18: 100 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक या पीवीसी बैनर

19: स्टिरर (चीनी आदि मिलाने वाली चीज)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.