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नशे के सौदागरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 1 करोड़ से अधिक की नशे में इस्तेमाल की जाने वाली अवैध दवा बरामद

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Published : Aug 14, 2019, 8:40 PM IST

रांची में नशे के सौदागरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. गोदाम में पुलिस ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अवैध दवाइयां बरामद की हैं.

एक करोड़ की अवैध दवा बरामद

रांची: राजधानी रांची में एक दवा कारोबारी के गोदाम में पुलिस ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां बरामद की हैं. पकड़ी गई नशीली दवाइयों की कीमत बाजार में एक करोड़ से अधिक है. पुलिस के अनुसार हाल के दिनों में इन्हीं दवाइयों का सेवन कर अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.

एक करोड़ की अवैध दवा बरामद

क्या है पूरा मामला
15 दिन पहले रांची के अपर बाजार स्थित एक दवा कारोबारी के यहां रेड के बाद रांची पुलिस नशे की दवाई का कारोबार करने वाले बड़े कारोबारियों की तलाश में जुटी हुई थी. इस दौरान ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट को यह सूचना मिली की रांची के रातू रोड स्थित एक गोदाम से ही पूरे झारखंड में यह दवाइयां सप्लाई की जा रही है. मामले की जानकारी तुरंत रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता को दी गई. जिसके बाद आनन-फानन में एक टीम का गठन कर नशे के कारोबार करने वालों के ठिकानों पर अचानक छापेमारी करने का निर्णय लिया गया.

ये भी पढ़ें- BJP सांसद निशिकांत दुबे का बड़ा बयान, कहा- धारा 370 के बाद CNT-SPT में भी बदलाव संभव

एक करोड़ रुपए की दवाइयां बरामद
पुलिस को सूचना मिली कि सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के अमरुद मकान स्थित एक घर में बड़े पैमाने पर नशे में प्रयोग किए जाने वाली दवाइयां रखी गई है. सटीक सूचना पर पुलिस और ड्रग कंट्रोल की टीम ने अचानक आर के इंटरप्राइजेज की गोदाम पर छापेमारी किया. रेड के दौरान ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की टीम और पुलिस हैरान रह गई, गोदाम के अंदर लगभग एक करोड़ रुपए की दवाइयां बरामद की गई.

इस गोदाम से होता था सप्लाई
ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की डायरेक्टर रितु सहाय ने बताया कि आर के इंटरप्राइजेज कई दिनों से उनके निशाने पर था. बस में मौके की तलाश में थी और जैसे ही जानकारी मिली उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और आर के इंटरप्राइजेज के ठिकाने पर छापेमारी की. रितु सहाय के अनुसार आर के इंटरप्राइजेज के गोदाम से ही पूरे झारखंड में नशीली दवाइयां पहुंचाई जाती थी.

कौन-कौन से दवा हुए बरामद, कितने में बेचा जाता था

  • इंजेक्शन: फोर्टविन, पेंटविन और नाइकोजोशिन (एक सूई पांच से दस रुपये की है, जिसे दुकानदार और एजेंट 100-150 रुपए में बेच रहे)
  • टेबलेट: नाइट्रोजन-10, स्पास्मो प्रॉक्सिीवान, मार्फिन और ट्राइका (चार से पांच रुपए में बिकने वाली टेबलेट की 30 से 40 रुपए में बिक्री हो रही)
  • कफ सीरप: कोरेक्स, कोडीस्टार, आरयू-टफ, लीरिक्स और बायोरेक्स (करीब 90 रुपए का सीरप 200 से 225 रुपये में)

कफ सीरप पीने के बाद गांजा पीते हैं नशेड़ी
रांची के कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि हाल के दिनों में चोरी, छिनतई, लूट मामले में जितने भी अपराधी पकड़े गए थे, उन सभी ने पुलिस के सामने यह स्वीकार किया था कि वे लोग दवाइयों का सेवन कर नशा करते हैं और उसके बाद अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया था कि शहर में इन दिनों नशेड़ी ओनोरेक्स, आरसी कफ सीरप, कोडीस्टार, आरयू-टफ, लीरिक्स और बायोरेक्स पीकर गांजा पीते हैं.

कालेश्वर गुप्ता नाम का शख्स गिरफ्तार
ये सारी नशीली दवाएं कफ सीरप हैं. जिन्हें एक्सपायरी के बाद भी बेची जा रही है. नशेड़ियों के अड्डों पर इन दिनों शराब की बोतलों से अधिक कफ सीरप की बोतलें और दवाईयों के रैपर पड़े मिल रहे थे. कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल के अनुसार फिलहाल अभी एक ही बड़े कारोबारी के ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी किया है. जहां से एक करोड़ रुपए से अधिक की दवाइयां बरामद की गई हैं. पुलिस की टीम लगातार इनके खिलाफ अभियान चलाएगी ताकि इस पूरे रैकेट को नेस्तनाबूद किया जा सके. हालांकि पुलिस के रेड से पहले ही आरके के इंटरप्राइजेज का मालिक संतोष कुमार गुप्ता फरार हो चुका था, मौके से कालेश्वर गुप्ता नाम के व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

बिना डॉक्टरों के पर्ची बिक्री कर रहे दुकानदार
फोर्टविन, पेंटविन सहित अन्य इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. दर्दनाक तरीके से युवा अपने हाथ की नसों में इंजेक्ट कर रहे हैं. कुछ नशेड़ी ऐसे हैं, जो नाइट्रोजन-10, स्पास्मो प्रॉक्सिीवान, मार्फिन और ट्राइका की चार से पांच गोलियां खाकर नशा कर रहे हैं. सभी दवाइयों का इस्तेमाल किसी न किसी बीमारी में किया जाना है. ये दवाइयां डॉक्टरों के परामर्श पर ही बिकने हैं, लेकिन दुकानदार धड़ल्ले से इसकी बिक्री कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- धनबाद एसडीएम और वकीलों के बीच विवाद, अधिवक्ताओं ने डीसी से की शिकायत

रातू रोड, चुटिया, रेडियम रोड और रिम्स के आसपास अधिक बिक्री
नशीली दवाओं की सर्वाधिक बिक्री रातू रोड, चुटिया, रेडियम रोड और रिम्स के आसपास होती है. इसके अलावा सुखदेव नगर क्षेत्र के रातू रोड, मधुकम, रूगड़ीगढ़ा, चूना भट्टा, अरगोड़ा के हरमू मैदान, हरमू नदी के पास, कोतवाली क्षेत्र के जालान रोड, रांची रेलवे स्टेशन के पास, हटिया, धुर्वा बस स्टैंड, शालीमार बाजार, मोरहाबादी मैदान के पास, सर्कुलर रोड स्थित न्यूक्लियस मॉल के पीछे गली में, हिंदपीढ़ी और कर्बला चौक इलाके में खूब नशीली दवाएं बिक रही हैं. इन जगहों पर स्कूटी पर भी सप्लाई किया जा रहा है.

Intro:राजधानी रांची में एक दवा कारोबारी के गोदाम में पुलिस ने छापेमारी कर भारी तादाद में नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां बरामद की है। पकड़ी गई नशीली दवाइयों की कीमत बाजार में एक करोड़ से अधिक है। पुलिस के अनुसार हाल के दिनों में इन्हीं दवाइयों का सेवन कर अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।

क्या है पूरा मामला

15 दिन पहले रांची के अप्पर बाजार स्थित एक दवाई कारोबारी के यहां रेड के बाद रांची पुलिस नशे की दवाई का कारोबार करने वाले बड़े कारोबारियों की तलाश में जुटी हुई थी। इस दौरान ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट को यह सूचना मिली की रांची के रातू रोड स्थित एक गोदाम से ही पूरे झारखंड में यह दवाइयां सप्लाई की जा रही है। मामले की जानकारी तुरंत रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता को दी गई ।जिसके बाद आनन-फानन में एक टीम का गठन कर नशे के कारोबार करने वालों के ठिकानों पर अचानक छापेमारी करने का निर्णय लिया गया। पुलिस को सूचना मिली कि सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के अमरुद मकान स्थित एक घर में बड़े पैमाने पर नशे में प्रयोग किए जाने वाली दवाइयां रखी गई है। सटीक सूचना पर पुलिस और ड्रग कंट्रोल की टीम ने अचानक आर के इंटरप्राइजेज के गोदाम पर रेड किया। रेड के दौरान ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की टीम और पुलिस हैरान रह गई ,गोदाम के अंदर लगभग एक करोड रुपए की दवाइयां बरामद की गई। ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की डायरेक्टर ऋतु सहाय ने बताया कि आर के इंटरप्राइजेज कई दिनों से उनके निशाने पर था बस में मौके की तलाश में थी जैसे ही जानकारी मिली उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और आर के इंटरप्राइजेज के ठिकाने पर छापेमारी की। रितु सहाय के अनुसार आर के इंटरप्राइजेज के गोदाम से ही पूरे झारखंड में नशीली दवाइयां पहुंचाया जाता था।



बाइट - ऋतु सहाय ,/डायरेक्टर // ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट




कौन कौन से दवा हुए बरमाद ,कितने में बेचा जाता था


- इंजेक्शन : फोर्टविन, पेंटविन और नाइकोजोशिन (एक सूई पांच से दस रुपये की है, जिसे दुकानदार व एजेंट बेच 100-150 रुपये में बेच रहे)

-टेबलेट : नाइट्रोजन-10, स्पास्मो प्रॉक्सिीवान, मार्फिन और ट्राइका (चार से पांच रुपये में बिकने वाली टेबलेट की 30 से 40 रुपये में बिक्री हो रही)

- कफ सीरप : कोरेक्स, कोडीस्टार, आरयू-टफ, लीरिक्स व बायोरेक्स। (करीब 90 रुपये का सीरप 200 से 225 रुपये में)


कफ सीरप पीने के बाद गांजा पीते हैं नशेड़ी

रांची के कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि हाल के दिनों में चोरी चिंता ही लूट मामले में जितने भी अपराधी पकड़े गए थे उन सभी ने पुलिस के सामने यह स्वीकार किया था कि वे लोग दवाइयों का सेवन कर नशा करते हैं और उसके बाद अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया था कि
शहर में इन दिनों नशेड़ी ओनोरेक्स, आरसी कफ सीरप, कोडीस्टार, आरयू-टफ, लीरिक्स व बायोरेक्स पीकर गांजा पीते हैं। ये सारी नशीली दवाएं कफ सीरप हैं। जिन्हें एक्सपायरी के बाद भी बेची जा रही है। नशेडिय़ों के अड्डों पर इन दिनों शराब की बोतलों से अधिक कफ सीरप की बोतलें और दवाईयों के रैपर पड़े मिल रहे थे। कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल के अनुसार फिलहाल अभी एक ही बड़े कारोबारी के ठिकानों पर पुलिस ने रेप किया है जहां से एक करोड़ रुपए से अधिक की दवाइयां बरामद की गई है। पुलिस की टीम लगातार इनके खिलाफ अभियान चलाएगी ताकि इस पूरे रैकेट को नेस्तनाबूद किया जा सके। हालांकि पुलिस के रेड से पहले ही आरके के इंटरप्राइजेज का मालिक संतोष कुमार गुप्ता फरार हो चुका था, मौके से कालेश्वर गुप्ता नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

बाइट - अजीत विमल ,डीएसपी ,कोतवाली


बिना डॉक्टरों के पर्ची बिक्री कर रहे दुकानदार

फोर्टविन, पेंटविन सहित अन्य इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। दर्दनाक तरीके से युवा अपने हाथ की नसों में इंजेक्ट कर रहे हैं। कुछ नशेड़ी ऐसे हैं, जो नाइट्रोजन-10, स्पास्मो प्रॉक्सिीवान, मार्फिन और ट्राइका की चार से पांच गोलियां खाकर नशा कर रहे हैं। सभी दवाइयों का इस्तेमाल किसी न किसी बीमारी में किया जाना है। ये दवाइयां डॉक्टरों के परामर्श पर ही बिकने है, लेकिन दुकानदार धड़ल्ले से इसकी बिक्री कर रहे हैं।


रातू रोड, चुटिया, रेडियम रोड व रिम्स के आसपास सर्वाधिक बिक्री

नशीली दवाओं की सर्वाधिक बिक्री रातू रोड, चुटिया, रेडियम रोड और रिम्स के आसपास होती है। इसके अलावा सुखदेव नगर क्षेत्र के रातू रोड, मधुकम, रूगड़ीगढ़ा, चूना भट्टा, अरगोड़ा के हरमू मैदान, हरमू नदी के पास, कोतवाली क्षेत्र के जालान रोड, रांची रेलवे स्टेशन के पास, हटिया, धुर्वा बस स्टैंड, शालीमार बाजार, मोरहाबादी मैदान के पास, सर्कुलर रोड स्थित न्यूक्लियस मॉल के पीछे गली में, हिंदपीढ़ी और कर्बला चौक इलाके में खूब नशीली दवाएं बिक रही हैं। इन जगहों पर स्कूटी पर भी सप्लाई किया जा रहा है। 








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