ETV Bharat / city

Tokyo Olympics 2020: 1980 हॉकी टीम के खिलाड़ी सिलवानुस डुंगडुंग ब्रॉन्ज मिलने से खुश, कहा- गोल्ड के थे दावेदार

author img

By

Published : Aug 5, 2021, 3:06 PM IST

ETV Bharat
भारतीय हॉकी टीम ने जीता ब्रॉन्ज

टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन कर जर्मनी को शिकस्त दी है और ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया है. टीम के प्रदर्शन से पूरा देश उत्साहित है. वहीं कुछ खेल प्रेमियों को टीम से गोल्ड मेडल की उम्मीद थी. 1980 के मास्को ओलंपिक (Moscow Olympics 1980) में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को गोल्ड मेडल दिलाने वाले सिमडेगा के गोल्ड मेडलिस्ट सिलवानुस डुंगडुंग (Silbanus Dungdung) भी भारतीय टीम को ब्रॉन्ज मेडल मिलने से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं.

रांची: भारतीय पुरुष हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में सफलता मिली है. ओआई स्टेडियम में जर्मनी टीम का सामना करते हुए भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) ने 5-4 ने जीत दर्ज कर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया है. 41 साल के बाद भारत को पदक लेने में सफलता मिली है. टोक्यो ओलंपिक में मिली सफलता से खेलप्रेमी खुश हैं. हालांकि ब्रॉन्ज से खेल प्रेमी संतुष्ट नहीं हैं.

इसे भी पढे़ं: ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद मनदीप सिंह ने ETV BHARAT से वीडियो कॉल पर की बात, देखिए VIDEO

1980 के मास्को ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को गोल्ड मेडल दिलाने वाले सिमडेगा के गोल्ड मेडलिस्ट सिलवानुस डुंगडुंग भी भारतीय पुरुष हॉकी टीम को ब्रॉन्ज मेडल मिलने से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं. मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित सिलवानुस डुंगडुंग से ईटीवी भारत के संवाददाता भुवन किशोर ने खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे कठिन परिस्थितियों में हॉकी को सीखा और कैसे 1980 में सुविधाओं के अभाव के बाद भी मास्को ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. सिलवानुस आज भी उन दिनों को याद करके खुद का गर्व महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक से देश को काफी उम्मीद है.

देखें पूर्व ओलंपियन से खास बातचीत




1980 मास्को ओलंपिक में मिला था हॉकी में गोल्ड मेडल

मास्को ओलंपिक 1980 के गोल्ड मेडलिस्ट सिलवानुस डुंगडुंग बताते हैं कि बचपन से ही अपने भाई, दादा, पिता और गांव के लोगों को हॉकी खेलते हुए देखा, तब मेरे दिल में भी हॉकी खेलने की बात आई. वर्ल्ड कप खेला, एशियन गेम खेला, अब ओलंपिक आया तो मेरी यह सोच थी कि मैं ओलंपिक गेम खेल कर आऊंगा.

इसे भी पढे़ं: ओलंपिक 2020 में 41 साल बाद पदक जीतने पर झूमा देश, झारखंड के नेताओं ने टीम को दी बधाई

भारतीय टीम ने 1980 में स्पेन को हराया

अपने घर में रखे मैडल को निहारते हुए सिलवानुस डुंगडुंग ने कहा, जब मेरा 1980 मास्को ओलंपिक में चयन हो गया तब मुझे बहुत खुशी हुई. फाइनल में स्पेन के साथ मुकाबला हुआ. दूसरे हाफ में हमारी टीम ने 10 मिनट से 3-0 से लीड लिया था. उसके बाद हमने सोचा कि हम जीत जाएंगे, लेकिन स्पेन ने 10 मिनट के अंदर तीन गोल कर मुकाबला बराबर कर दिया. इसके बाद मैं दवाब में आ गया और डिफेंस फुल बैक में खेल रहा था. जब भी मुझे बॉल मिला मैंने बॉल को राइट साइड में दिखाकर सेंटर हाफ की तरफ मारा और सेंटर हाफ की तरफ हमारा खिलाड़ी शिवरंगन दास सौरी खेल रहा था. उसने बॉल को गोल में डाला उसके बाद रेफरी ने अंतिम सिटी बजाया और हम 4-3 से मैच जीत गए थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.