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भाजपा नेत्री हत्याकांड का आरोपी रिम्स परिसर से फरार, पागलपन का कर रहा था नाटक

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Published : Oct 19, 2019, 9:34 AM IST

भाजपा नेत्री हत्याकांड में शामिल आरोपी फरार हो गया है. दरअसल, आरोपी की तबीयत ठीक नहीं होने के कारण उसे रिम्स ले जाया गया था. जहां मौका मिलते ही आरोपी भाग निकला. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

भाजपा नेत्री हत्याकांड का आरोपी फरार

रांचीः बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा (जेल) रांची का कैदी आशीष घोष रिम्स परिसर से फरार हो गया. आशीष हिल व्यू रोड स्थित किंगलैंड स्कूल की संचालिका सह भाजपा नेत्री आरती कुमारी और बेटे रितेश कुमार की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. उसकी तबीयत खराब होने की वजह से उसे जेल प्रबंधन ने बीते 16 अक्टूबर को रिम्स भेजा था, जहां वह मेडिसीन आइसीयू में भर्ती था.

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जानकारी के अनुसार आरोपी आशीष डॉक्टरों के सामने अक्सर पागलपन का नाटक करता था. इस दौरान शुक्रवार को वह 14 फिट की ऊंचाई से कूदकर फरार हो गया. वह रिम्स के पिछले रास्ते रिम्स किचन होते हुए भाग निकला. उसकी सुरक्षा में हवलदार विद्यानंद सिंह और सिपाही रामराज सिंह प्रतिनियुक्त थे. उनमें रामराज चाय पीने निकला था, जबकि दूसरा हवलदार विद्यानंद डॉक्टर से कैदी आशीष के बारे में जानकारी लेने गया था. इस दैरान आशीष को मौका मिला और वह अपने बेड से सटे खिड़की का स्लाइडिंग खोलकर भाग गया.

सस्पेंड किए जाएंगे पुलिसकर्मी

हवलदार विद्यानंद सिंह और सिपाही रामराज सिंह की लापरवाही पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय जांच कर रहे हैं. जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद दोनों को सस्पेंड किया जाएगा. घटना की सूचना मिलने पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय, बरियातू थानेदार संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी जांच करने पहुंचे थे. पुलिस फिलहाल कैदी के भागने वाली संभावित रास्ते की सीसीटीवी को खंगाल रही है. मामले में हवलदार विद्यानंद सिंह की शिकायत पर कैदी के भागने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है.

जेल में बेहोश होकर गिर जाता था आशीष

पुलिस जांच में पता चला है कि कैदी आशीष घोष को जेल में रहने के दौरान कई दिनों से चक्कर आ रहा था. वह बेहोश होकर गिर जाया करता था. जेल अस्पताल में इलाज के बाद उसे रिम्स रेफर किया गया था. रिम्स में डॉ विद्यापति के यूनिट में इलाज चल रहा था. वहां से शुक्रवार को साइकियाट्रिक यूनिट के लिए एक पत्र लिखा गया, जिसमें साइकियाट्रिक जांच का आग्रह किया गया. डॉक्टरों से वह पागलों की तरह बात करता था, कहता था मैं तुम्हारा इलाज करूंगा. फरार कैदी आशीष घोष भरमटोली खिजूर टोला का रहने वाला है. मामले में पुलिस ने उसके घर भी छापेमारी की, लेकिन वह घर पर नहीं मिला.

आशीष ने बनाया था लूटपाट का प्लान

13 जुलाई 2018 को हुई मां-बेटे हत्या से पहले अपराधी आशीष घोष ने दोस्तों संग लूटपाट करने का प्लान बनाया था. इसके लिए स्कूल संचालिका आरती कुमार के घर को निशाना बनाया था. लूटपाट की योजना बनाने के बाद आशीष ने अपने साथी राहुल को नौकरी के बहाने स्कूल संचालिका आरती कुमार के घर भेजा था. आशीष पड़ोस का रहने वाला है, इसलिए वह घर के बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहा था. इस दौरान घर के अंदर घुसे चारों अपराधी लूटपाट करने लगे जिसका महिला ने विरोध किया. इस पर गुस्से में अपराधी ने महिला और बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी थी. गिरफ्तार अपराधियों में मास्टर माइंड राहुल कुमार, आशीष घोष और राजेश कुमार भगत उर्फ गुड्डू शामिल था.

वहीं, सदर डीएसपी दीपक पांडेय ने बताया कि फरार कैदी की तलाश की जा रही है. उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा किस स्तर पर लापरवाही हुई है इसकी भी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि जांच के बाद दोनों पुलिसकर्मियों पर कर्रवाई की जाएगी.

Intro:बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा (जेल) रांची का कैदी आशीष घोष रिम्स परिसर से फरार हो गया। वह हिल व्यू रोड स्थित किंगलैंड स्कूल की संचालिका सह भाजपा नेत्री आरती कुमारी (45) और बेटे रितेश कुमार(10) की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसे जेल में चक्कर आता था और बेहोश होकर गिर जाता था। इस वजह से उसे जेल प्रबंधन ने बीते 16 अक्टूबर को रिम्स भेजा था। मेडिसीन आइसीयू में भर्ती था। वहां डॉक्टरों के सामने अक्सर पागलपन का नाटक करता था। इसबीच शुक्रवार को वह 14 फिट की ऊंचाई से कूदकर फरार हो गया। वह रिम्स के पिछले रास्ते रिम्स किचन होते हुए भाग निकला। उसकी सुरक्षा में हवलदार विद्यानंद सिंह और सिपाही रामराज सिंह प्रतिनियुक्त थे। उनमें रामराज चाय पीने निकला था, जबकि दूसरा हवलदार विद्यानंद डॉक्टर से कैदी आशीष के बारे में जानकारी लेने गया था। इसबीच उसे मौका मिला और अपने बेड से सटे खिड़की का स्लाइडिंग खोलकर कूद गया। इसके बाद फरार हो गया।


सस्पेंड किए जाएंगे पुलिसकर्मी : 

हवलदार विद्यानंद सिंह और सिपाही रामराज सिंह की लापरवाही पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद दोनों को सस्पेंड किया जाएगा। घटना की सूचना मिलने पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय, बरियातू थानेदार संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी जांच करने पहुंचे थे। इसके बाद कैदी के भागने वाली संभावित रूट की सीसीटीवी खंगाला जा रहा है। मामले में हवलदार विद्यानंद सिंह की शिकायत पर कैदी के भागने मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। 


जेल में बेहोश होकर गिर जाता था आशीष : 

पुलिस जांच में पता चला है कि कैदी आशीष घोष को जेल में रहने के दौरान कई दिनों से चक्कर आ रहा था। वह बेहोश होकर गिर जाया करता था। जेल अस्पताल में इलाज के बाद उसे रिम्स रेफर किया गया था। रिम्स में डॉ विद्यापति के यूनिट में इलाज चल रहा था। वहां से शुक्रवार को साइकियाट्रिक यूनिट के लिए एक पत्र लिखा गया है। जिसमें साइकियाट्रिक जांच का आग्रह किया गया है। डॉक्टरों से वह पागलों की तरह बात करता था, कहता था मैं तुम्हारा इलाज करूंगा। फरार कैदी आशीष घोष पिता शिशिर घोष भरमटोली खिजूर टोल का रहने वाला है। पुलिस ने उसके घर भी छापेमारी की, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। 


आशीष ने ही बनाया था लूटपाट का प्लान :  

13 जुलाई 2018 को हुई मां-बेटे हत्या से पूर्व अपराधी आशीष घोष ने दोस्तों संग लूटपाट करने का प्लान बनाया था। इसके लिए स्कूल संचालिका आरती कुमार के घर को निशाना बनाया था। आशीष ने ही दोस्तों संग पूरी बात शेयर किया था कि महिला अकेले बेटे के साथ रहती है। लूटपाट की योजना बनाने के बाद दोस्त राहुल को नौकरी के बहाने स्कूल संचालिका आरती कुमार के घर भेजा था। आशीष पड़ोस के रहने वाला है, इसलिए वह घर के बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहा था। घर के अंदर प्रवेश किए चारों अपराधी लूटपाट करने लगे थे। जिसका महिला ने विरोध किया। इस पर गुस्से में अपराधी ने महिला और बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद साक्ष्य छिपाने के लिए अपराधी ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरा का डीबीआर बॉक्स अपने साथ ले गए थे। गिरफ्तार अपराधियों में मास्टर माइंड राहुल कुमार, आशीष घोष और राजेश कुमार भगत उर्फ गुड्डू शामिल था। 


'सदर डीएसपी दीपक पांडेय ने बताया कि फरार कैदी की तलाश की जा रही है। उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा किस स्तर पर लापरवाही हुई है इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद दोनों पर करवाई होगी।


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