स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद पहली दफा सोलन पहुंचे शांडिल, 98 किलो लड्डुओं से तोल कर कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद पहली दफा सोलन पहुंचे शांडिल, 98 किलो लड्डुओं से तोल कर कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल शनिवार को सोलन पहुंचे. मंत्री बनने के बाद ये उनका पहला दौरा है. वहीं, सोलन पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. कार्यकर्ताओं ने इस दौरान मंत्री को 98 किलो लड्डुओं से भी तोला. वहीं, सोलन पहुंचने पर मंत्री धनीराम शांडिल ने मां शूलिनी का भी आशीर्वाद लिया. (Health Minister Dhani ram Shandil reached Solan)
सोलन: स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद कर्नल धनीराम शांडिल पहली बार सोलन पहुंचे. पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सोलन पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उनका स्वागत किया गया. विभिन्न संस्थाओं के लोगों ने उन्हें शॉल और टोपी पहनाकर सम्मानित भी किया. वहीं, मुरारी मार्केट हॉल में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल को करीब 98 किलो मोतीचूर के लड्डुओं से तोला गया. (Health Minister Dhani ram Shandil reached Solan)
रेस्ट हाउस सोलन में पुलिस कर्मचारियों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, उसके बाद स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने माता शुलिनी मंदिर में जाकर शीश नवाया. स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में विकास करना उनकी पहली प्राथमिकता है. मूलभूत सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में मिले इसके लिए वे भविष्य में कार्य करने वाले हैं. (Health Minister Dhani ram Shandil)
उन्होंने कहा कि उनके सामने स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती यही है कि किस तरह से डॉक्टरों के पद हिमाचल प्रदेश में भरे जाएं ताकि आम जनता को इलाज करवाने बाहरी राज्यों में ना जाना पड़े. बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद धनीराम शांडिल पहली बार सोलन पहुंचे हैं, ऐसे में उनके लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा शहर के मुरारी मार्केट में नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया.
बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से अभी तक कर्नल शांडिल सोलन में कम ही रहे हैं. वे इस दौरान अधिकतर दिल्ली में ही रहे, फिर शिमला पहंचे. 8 जनवरी को मंत्री पद की शपथ लेने के बाद वे फिर दिल्ली रवाना हो गए. वहां से सीधे ही शिमला में अपना कार्यभार संभालने पहुंचे.
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