मंडी: चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 5 मील के पास हुए भूस्खलन के बाद वाहनों की आवाजाही के लिए बुधवार सुबह वन- वे ट्रैफिक को बहाल कर दिया गया. वहीं ,दूसरी ओर से भी ट्रैफिक को बहाल करने के लिए मशक्कत जारी है. बता दें कि बीती रात 9 बजे के करीब चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पांच मील के पास पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया था. करीब 13 घंटे बाद मार्ग को वन-वे ट्रैफिक के लिए खोला गया.
वन -वे ट्रैफिक बहाल: गनीमत रही कि हाईवे पर मलबा आने के कारण कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ. सड़क मार्ग खुलने तक वाहनों को वैकल्पिक मार्ग मंडी-कटोला-बजोरा और पंडोह-गोहर से भेजा जा रहा था. नेशनल हाईवे बहाल होने से वाहन चालकों व पर्यटकों ने राहत की सांस ली है.हांलाकि, अभी तक वन -वे ट्रैफिक को ही बहाल किया गया है. वहीं, दूसरी और से मलबे को हटाने के लिए फोरलेन निर्माण कंपनी कार्य में लगी हुई है. फोरलेन कार्य कर रही कंपनी के सेफ्टी इंजीनियर कमल गौतम ने बताया कि जिस जगह पहाड़ी दरकी थी, वहां से मशीन व कर्मचारियों को पहले ही हटा दिया गया था. वन- वे ट्रैफिक को बहाल कर दिया गया और दूसरी तरफ से ट्रैफिक को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है.
फोरलेन कटिंग का काम चल रहा: बता दें कि चंडीगढ़- मनाली नेशनल हाईवे पर नेरचौक से पंडोह तक फोरलेन कटिंग का कार्य चला हुआ है. जिस कारण आए दिन यहां पर लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आती रहती हैं. फोरलेन निर्माण कंपनी द्वारा 70 प्रतिशत कार्य को पूर्ण कर लिया गया है. फोरलेन के बनने के बाद चंडीगढ़ से मनाली जाने वाले पर्यटकों का सफर जल्दी पूरा हो जाएगा.
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