हिमाचल में कोरोना के बीच एक बार फिर खुले स्कूल, कोविड प्रोटोकॉल के तहत छात्रों को मिल रही एंट्री

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Published : Sep 27, 2021, 12:25 PM IST

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थियों के लिए एक बार फिर स्कूल खुल गए हैं. विद्यार्थियों और स्कूल के सभी कर्मी कोरोना को लेकर जारी एसओपी का सख्ती से पालन करें ये स्कूल प्रबंधन को सुनिश्चित करना होगा. स्कूलों में करोना नियमों के अनुरूप ही छात्रों को कक्षा में एंट्री दी जा रही है. कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत बच्चों की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए एक विस्तृत माइक्रो प्लान तैयार किया गया है.

शिमला: कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय से बंद स्कूलों के खुलने से रौनक वापिस लौट आयी है . एक लंबे अंतराल के बाद प्रदेश में स्कूल खोले गए हैं . हालांकि, स्कूल प्रबंधन को सुनिश्चित करना होगा कि, सभी बच्चे और अध्यापक कोरोना कोरोना नियमों का पालन करें . राजधानी शिमला के स्कूलों में भी विद्यार्थीयों के चेहरे पर भी स्कूल खुलने की अलग ही खुशी देखी गयी .

सोमवार को सुबह सभी स्कूलों में करोना नियमों के अनुरूप ही छात्रों को कक्षा में एंट्री दी गई. सभी विद्यार्थियों को कोविड नियमों का बखुबी पालन करना होगा, जिसमें सामाजिक दूरी, मास्क का सही प्रयोग, हाथों की की सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा .

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इस संबंध में जब संजौली स्कूल के मॉर्निंग शिफ्ट के इंचार्ज कल्पना पटियाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुबह 8:30 बजे स्कूल खुला . उन्होने बताया कि , सरकार के निर्देशों के अनुसार हफ्ते के पहले 3 दिन दसवीं के विद्यार्थियों को बुलाया जाएगा और उसके अगले 3 दिन नौवीं कक्षा के बच्चों की क्लास लगेगी .उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए एक कक्षा में दो सेक्शन बनाए गए हैं जो अलग-अलग कमरों में शिक्षा ग्रहण करेंगे, जिससे सामाजिक दूरी बनी रहे .कल्पना पटियाल ने बताया कि, पहले दिन 50 फ़ीसदी छात्र ही स्कूल में आए हैं .उन्होने उम्मीद जताई की आने वाले दिनों में और विद्यार्थी भी स्कूल आएंगे.


गौरतलब है कि, शिक्षा विभाग ने अपने आदेशों में कहा है कि जिन शिक्षण संस्थानों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं होगा तो उन पर कड़ी कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी. प्रधानाचार्यों को साफ कहा गया है कि, स्कूल और कॉलेजों में साफ-सफाई समेत सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए. छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचाव समेत सोशल डिस्टेंसिंग का भी पाठ पढ़ाया जाए ताकि वे जागरूक हों और उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके. प्रिंसिपल्स को इस दिशा में कार्य करना होगा, अगर लापरवाही बरती गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत बच्चों की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए एक विस्तृत माइक्रो प्लान तैयार किया गया है:-

  • विद्यालय में आने का समय कक्षा 12वीं व 11वीं के लिए 10:00 बजे से पहले निर्धारित किया गया है यानि 12वीं और 11 वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विद्यालय परिसर में 10:00 बजे से पहले पहुंचना है.
  • 10वीं और 9वीं कक्षा के लिए 10:00 बजे से 10:15 तक का समय विद्यालय परिसर में प्रवेश करने के लिए नियत किया गया है अर्थात इस कालांश में ही 11वीं कक्षा के बच्चे विद्यालय के गेट पर पहुंचेंगे और विद्यालय में प्रवेश करेंगे.
  • विद्यालय में किसी भी तरह की भीड़-भाड़ ना करें.
  • विद्यालय के दरवाजे पर तथा विद्यालय परिसर में जगह-जगह पर आप की सुविधा के लिए सैनिटाइजर रखा गया है. हाथ सैनिटाइज करके ही विद्यालय में प्रवेश करें. इसके अतिरिक्त समय-समय पर आप या तो हाथ धोते रहें या सैनिटाइजर से अपने हाथ सैनिटाइज करते रहें.
  • विद्यालय परिसर में एक दूसरे से ना तो हाथ मिलाएं और ना ही गले मिलें, ना ही अपना भोजन या पानी किसी के साथ साझा करें.
  • विद्यालय में हर बच्चा यथासंभव 6 फुट की दूरी एक दूसरे से बनाए रखें एवं एक कक्षा से दूसरी कक्षा में आते जाते समय निश्चित दूरी बनाए रखें, किसी भी तरह की अफरा-तफरी ना मचाए.
  • यदि कोई बच्चा अपने साथ मोबाइल फोन लाता है तो कृपया उसको विद्यालय परिसर में बंद रखें. विद्यालय में मोबाइल फोन लाने की अनुमति केवल मात्र अभिभावकों की सुविधा के लिए दी जा रही है.
  • आगामी निर्देशों तक आप सब बच्चे अपनी पुरानी स्कूल की वर्दी या ट्रैक सूट में विद्यालय आए. यदि किसी कारणवश आपके पास पुरानी विद्यालय पोशाक नहीं है तो कुछ दिनों तक सादी फॉर्मल ड्रेस में भी विद्यालय आ सकते हैं.


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