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हिमाचल में कोरोना पॉजिटिविटी रेट बढ़ा, एनसीडीसी लैब से सैंपल रिपोर्ट में देरी भी बनी चिंता का कारण

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Published : Jan 3, 2022, 9:01 PM IST

हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रभाव एक बार फिर बढ़ना शुरू हो गया है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 3.2 प्रतिशत तक पहुंच गया है. यह आने वालों दिनों में चिंता का कारण बन सकता है. हालांकि वर्तमान में ओमीक्रोन का एक भी एक्टिव (Corona Positivity Rate in Himachal ) मामला हिमाचल में नहीं है. यह बड़ी राहत की बात है. इसके अलावा जीनोम एनालिसिस के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट में देरी भी सरकार के लिए सर दर्द बना हुआ है. हिमाचल से एनसीडीसी दिल्ली लैब में 23 सैंपल भेजे गए हैं. जिनकी रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है.

corona positivity rate in himachal
हिमाचल में कोरोना पॉजिटिविटी रेट

शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रभाव एक बार फिर बढ़ना शुरू हो गया है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 3.2 प्रतिशत तक पहुंच गया है. यह आने वालों दिनों में चिंता (Corona Positivity Rate in Himachal ) का कारण बन सकता है. हालांकि वर्तमान में ओमीक्रोन का एक भी एक्टिव मामला हिमाचल में नहीं है. यह बड़ी राहत की बात है.

जीनोम एनालिसिस के लिए भेजे (Genome analysis) गए सैंपल की रिपोर्ट (Corona active cases in Himachal) में देरी भी सरकार के लिए सर दर्द बना हुआ है. हिमाचल से एनसीडीसी दिल्ली लैब में (NCDC Lab Delhi) 23 सैंपल भेजे गए हैं. जिनकी रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर 5 जनवरी को होने वाली कैबिनेट बैठक में भी चर्चा होगी.

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प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 526 एक्टिव मामले हैं. और पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 3.2 प्रतिशत तक पहुंच गया है. अगर कोरोना संक्रमण के मामलों इसी प्रकार बढ़ोतरी होती रही, तो आने वाले समय में फिर से पाबंदियों (Omicron cases in Himachal) पर चर्चा होना स्वाभाविक है. यह बातें स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने सोमवार को ईटीवी से बातचीत के दौरान कही.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल को वैक्सीन की खेप भेजने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण की तीसरी वेब के लिए तैयारियां काफी पहले (Rajiv Saizal on vaccination) शुरू कर दी थी. कोरोना संक्रमण के दौरान अगर बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं, तो बच्चों का इस बीमारी से किस प्रकार इलाज किया जाना है, इस पर तैयारियां पूरी की जा चुकी है.

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ को भी ट्रेनिंग दी जा चुकी है. वहीं, ओमीक्रोन से संक्रमित लोगों का इलाज भी उसी प्रकार से किया जाता है, जिस प्रकार कोविड के अन्य मामलों का होता है. स्वास्थ्य मंत्री कहा कि अभी ओमीक्रोन की जांच के लिए एनसीडीसी दिल्ली 23 के करीब सैंपल भेजे गए हैं. उन्होंने माना कि इन सैंपल को भेजे काफी समय हो गया है, लेकिन अभी तक इनकी रिपोर्ट नहीं आई है.

नेशनल सेंटर फॉर कम्युनल डिजीज द्वारा देश (National Center for Communal Diseases) भर में 9 लैब को अधिकृत किया गया है. जिसमें ओमीक्रोन वेरिएंट के जीनोम एनालिसिस के लिए सैंपल भेजे जाते हैं. उत्तरी राज्यों जिनमें हिमाचल भी शामिल है, उनके सैंपल एनसीडीसी दिल्ली भेजे जाते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज से हिमाचल प्रदेश में 15-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गई है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चों और परिजनों में इस (Teenagers vaccine in Himachal) अभियान को लेकर उत्साह है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में साढ़े चार लाख बच्चों को इस अभियान के तहत को वैक्सीन लगाई जानी है. स्वास्थ्य विभाग 15 जनवरी तक इस अभियान को पूरा कर लेगी. इसके बाद 10 जनवरी से हेल्थ केयर वर्कर और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र के अधिकारियों के साथ इस विषय में बैठक हो चुकी है. जिसमें प्रदेश सरकार को केंद्र की तरफ से आश्वस्त करवाया गया है कि प्रदेश में वैक्सीन को लेकर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. फिलहाल पहली किस्त में 2 लाख 80 हजार डोज मिल चुकी है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि आसपास के राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. यह भी चिंता का कारण है. स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेशवासियों से सावधानियां अपनाने को कहा है.

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