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ये कैसी लापरवाही ? कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी सार्वजनिक बसों में कर रहे सफर

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Published : May 13, 2021, 11:11 PM IST

हिमाचल में करोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है. लेकिन कुछ लापरवाह लोग कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी सार्वजनिक बसों में सफर कर कोरोना स्प्रेडर का काम कर रहे हैं.

फोटो.
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शिमला: कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया के लोग सहमे हुए हैं. संक्रमण को लगातार फैलता हुआ देख लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं. हालांकि बहुत सारे लोग ऑफिस, मार्केट या फिर किसी जरूरी काम से सार्वजनिक वाहनों में सफर कर रहे हैं. ऐसे में कुछ लापरवाह लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद भी इन बसों में सफर करते हुए मिल जाते हैं.

हिमाचल में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, साथ ही मरने वालों के आंकड़ों में भी इजाफा हो रहा है. बीते दिनों राजधानी शिमला, कांगड़ा और बिलासपुर में कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करते हुए कोरोना पॉजिटिव सार्वजनिक वाहनों में सफर करते हुए पाए गए थे.

पालमपुर में बस में कोरोना संक्रमित महिला ने किया था सफर

कांगड़ा जिले के पालमपुर मनियाड़ा-पाहड़ा इलाके में एक महिला की तबीयत खराब होने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए थे. जहां उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद डॉक्टर ने उसे दवा देकर होम आइसोलेशन में रहने के लिए बोल दिया था. महिला के परिजन टैक्सी या एंबुलेंस में घर ले जाने के बजाय उसे परिवहन निगम की बस में ले जाते हैं. इस दौरान बस में काफी लोग सवार थे. चालक को जब महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर मिली तो उसने महिला और उसके परिजनों को रास्ते में ही उतार दिया है. इसके बाद सभी निजी कार से अपने घर की ओर निलक गए.

वीडियो रिपोर्ट.

कोरोना पॉजिटिव HRTC का कर्मचारी बस में कर रहा था सफर

शिमला जिले में कोटखाई से रेयोघाटी शिमला रूट पर चलने वाली एक बस में सवार परिवहन निगम का कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी बस में सफर कर रहा था. सफर से दो घंटे पहले ही कर्मचारी को कोटखाई में कोरोना टेस्ट हुआ था. रास्ते में उसे पता चला का वह कोरोना पॉजिटिव है. ऐसे में बस में सवार अन्य सवारियों में संक्रमण फैलने का खतरा था. जिसके बाद निगम कर्मचारी ठियोग बस स्टैंड पर उतर गया और अपने करीब आने वालों को सचेत करता रहा कि वह कोरोना पॉजिटिव है और उससे दूरी बनाएं रखें. इसके बाद कोरोना पॉजिटिव कर्मचारी को शिमला मे आइसोलेशन के लिए भेजा गया.

कितना सुरक्षित है सार्वजनिक परिवहन में सफर ?

संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या फिर सांस के माध्यम से हवा में वायरस छोड़ने से कोरोना वायरस फैलता है. हवा में तैरते वायरस किसी भी व्यक्ति के शरीर में सीधे या फिर वैसी चीज को छूने से, जहां विषाणुयक्त कण गिरे हैं, वहां से आंख, नाक और मुंह के माध्यम से प्रवेश कर सकते हैं.

संक्रमण का बाहर से ज्यादा जोखिम बंद जगहों पर होता है. ऐसी बंद जगहें जिसमें हवा के आने-जाने की अच्छी व्यवस्था की गई हो, वो संक्रमण के लिहाज से कम जोखिम वाली होती हैं. इसलिए सार्वजनिक परिवहनों जिसमें आप खिड़की खोल सकते हैं, वो इस लिहाज से थोड़ा बेहतर है.

कोरोना मरीजों को इन बातों का रखना चाहिए ख्याल

कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोरोना संक्रमित व्यक्ति को इन बातों का ख्याल रखना चाहिए. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कोविड प्रोटोकाल का पालन करें. अस्पताल से घर जाने के लिए निजी वाहन या एंबुलेंस का इस्तेमाल करें. सार्वजनिक वाहनों में सफर करने से परहेज करें. इमरजेंसी में जरूरी एहतियात के साथ निजी वाहनों में सफर करें.

बस में सफर करते हुए इन बातों का रखें ख्याल

  • बस में सवार होने से पहले सभी लोगों के उतरने का इंतजार करें. इसके बाद ही बस में चढ़े. इस दौरान लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बना कर रखें.
  • बस में सफर करते वक्त आपको इस बात का भी सबसे ज्यादा ध्यान रखना पड़ेगा. दरअसल बस में सफर करने वाले लोगों में से कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित भी हो सकते हैं.
  • ऐसे लोग छींकने और खांसने के बाद हाथों का इस्तेमाल करते हैं और उसके बाद इन्हीं हाथों से बस लगे हुए हैंगर को भी पकड़ते हैं.
  • अगर ऐसे व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तो वायरस ऐसे व्यक्तियों के हाथों के जरिए हैंगर पर लगे रह जाएंगे और अगर आप ऐसे हैंगर को पकड़ते हैं तो वह वायरस आपको भी अपना शिकार बना लेगा.
  • कोशिश करें कि हैंगर को ना पकड़ना पड़ें और अगर आप बस में लगे हुए हैंगर को पकड़ते भी हैं तो आप अपने हाथों में ग्लव्स को जरूर पहनें रखें.
  • यात्रा के दौरान मास्क और सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें. इसके बाद घर लौटने पर कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं, इससे संक्रमण का खतरा कम हो सकता है.

सफर के दौरान सावधानी बरतने की दरकार

हालांकि स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन लोगों से कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की अपील करते हैं. साथ ही, कोविड संक्रमित मरीजों को पूरा एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं. क्योंकि कोरोना की विभिषिका के समय किसी की छोटी सी चूक भी जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे में सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते वक्त बेहद सावधानी बरतने की दरकार है. ताकि कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके.

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