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पांवटा साहिब में झुग्गियों में रहने को मजबूर लोग, नहीं मिल रहा मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ

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Published : Feb 21, 2022, 8:24 PM IST

Updated : Feb 21, 2022, 9:20 PM IST

MUKHYAMANTRI AWAS YOJANA in Paonta
झुग्गियों में रहने को मजबूर

देशभर में केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें तक आवास योजनाओं के जरिये सबको घर देने का वादा तो करती (MUKHYAMANTRI AWAS YOJANA in Paonta) हैं, लेकिन पांवटा साहिब के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के ठीक सामने बीते करीब 5 दशक झोपड़ियों में रह रहे लोगों की यह तस्वीरें वादों और दावों को खोखला साबित कर रही हैं. ऐसे में लोगों ने एसडीएम के माध्यम से सरकार से उनके लिए 3 बीघा भूमि न करवाने की गुहार (MUKHYAMANTRI AWAS YOJANA IN HIMACHAL) लगाई है.

पांवटा साहिब/सिरमौर: पांवटा साहिब के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के ठीक सामने दर्जनों परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. यह लोग कई बार जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से उनके लिए मुख्यमंत्री आवास योजना (HP Mukhymantri Aawas Yojna) के तहत 3 बीघा भूमि की गुहार लगा चुके हैं लेकिन सरकार की तरफ से उनकी कोई मदद नहीं की गई है.

ऐसे में समाज सेवक नाथूराम चौहान की आगुवाई में झोपड़ी में रहने को मजबूर लोगों ने एसडीएम पांवटा साहिब (SDM Paonta Sahib) को एक ज्ञापन सौंपा और उनके रहने के लिए जमीन उपलब्ध करवाने की मांग की है. पिछले 50 साल से इस बस्ती में रह रहे लोगों का कहना है कि राजनेता हमेशा यहां आते (MUKHYAMANTRI AWAS YOJANA IN HIMACHAL) हैं और वोट मांग कर चले जाते हैं. उन्होंने बताया उनके पास राशन कार्ड और आधार कार्ड भी है, लेकिन रहने के लिए सर पर छत नहीं है.

वीडियो रिपोर्ट.

यही नहीं पंचायत सहित नगर परिषद द्वारा गंदगी का ढेर भी इनके आस-पास डाल दिया जाता (MUKHYAMANTRI AWAS YOJANA in Paonta) है. जिससे कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है, लेकिन मजबूरी है कि इस माहौल में भी जिंदगी गुजारनी पड़ रही है. बस्ती के लोगों ने बताया कि नेता वोट मांगने आते हैं और वोट लेकर चले जाते हैं, हर बार उन्हें आश्वासन दिया जाता है, लेकिन होता कुछ नहीं. नेताओं की अनदेखी की वजह ये लोग काफी परेशान है.

समाज सेवक नाथूराम चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार 3 बीघा भूमि देने की बात कर रही है. इस योजना का फायदा गरीब तबके के लोगों को नहीं मिल पा रहा है. सरकार की योजनाएं धरातल तक पहुंचने से पहले बौनी साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा इन लोगों को मकान मिलना चाहिए. वहीं, एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन (SDM Paonta Sahib Vivek Mahajan) ने बताया की इन लोगों ने सरकारी लैंड पर कब्जा कर लिया है. इनके पास कोई कागजात नहीं है, लेकिन इसका समाधान निकालने की कोशिश करेंगे.

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Last Updated :Feb 21, 2022, 9:20 PM IST
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